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Alcohol Side Effects in Women: आज महिलाएं और पुरुष दोनों बहुत शौक से शराब पीते है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार एल्कोहल का सेवन करना किसी भी व्यक्ति के लिए फायदेमंद नहीं होता है. एल्कोहल की एक बूंद भी सेहत के लिए खतरे पैदा कर सकती है. अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी (ACC) की एक स्टडी में पता चला है कि रोजाना शराब पीने वाली महिलाओं को अन्य की तुलना में हार्ट डिजीज का खतरा कई गुना ज्यादा होता है.(Alcohol Side Effects in Women) 'अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी' की रिसर्च का उद्देश्य शराब के सेवन और कोरोनरी हार्ट डिसीज के बीच संबंधों का पता करना था.रिसर्चर्स ने 18 से 65 वर्ष की आयु के 4.32 लाख से अधिक लोगों के डेटा का उपयोग किया और उसका विश्लेषण किया. रिसर्च  के अनुसार, उन व्यक्तियों में लगभग 2.43 लाख पुरुष और 1.89 लाख महिलाएं थीं और उनकी औसत उम्र 44 वर्ष थी. रिसर्च में 2014 और 2015 के दौरान उनकी जांच की गई. वे लोग कम, मध्यम या अधिक मात्रा में ड्रिंक करते थे. इसके बाद फिर 4 साल बाद उनका डाटा कलेक्ट किया गया. कितनी लिमिट है सुरक्षित? रिसर्च में शराब का कम सेवन स्तर पुरुषों और ...

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Strong and Healthy Bones Tips: हड्डियों का मजबूत होना बेहद जरूरी है. हड्डियों को मजबूत (Strong and Healthy Bones Tips) बनाने के लिए संतुलित आहार लेना चाहिए जिसमें कैल्शियम, विटामिन डी, मैग्नीशियम और समेत कई ...

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Child Beer in Summers: गर्मियों में अधिकांश लोग ठंडी बियर पीना पसंद करते हैं.क्योंकि ठंडी बियर का स्वाद ज्यादा बेहतर होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ठंडी बियर का स्वाद ज्यादा बेहतर क्यों होता है. वैज्ञानिकों ने अपने रिसर्च में इसके पीछे की वजह बताई है.  वैज्ञानिकों के अनुसार ठंडी  बियर का स्वाद ज्यादा बेहतर होता है. शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक शोध में पानी में इथेनॉल की विभिन्न सांद्रता वाले समाधानों के 'संपर्क कोण' को सावधानीपूर्वक मापा गया था. इस दौरान शोधकर्ताओं को पता चला कि इथेनॉल अल्कोहल का प्राथमिक रूप अलग-अलग तापमान के अधीन होने पर दिलचस्प व्यवहार करता है. रिसर्च में सामने आया कि कम अल्कोहल सांद्रता पर इथेनॉल ने पानी के अणुओं के चारों ओर पिरामिड के आकार की संरचना अपनाई थी. हालांकि  जैसे-जैसे अल्कोहल की मात्रा बढ़ती गई, इथेनॉल अणु एक श्रृंखला के समान एक सिरे से दूसरे सिरे तक संरेखित हो गए थे. लेकिन इस दौरान तापमान ने इन संरचनाओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रिसर्च से क्या पता चला ?इस रिसर्च के माध्यम से पता चला कि बीयर के शौकीन अक्सर रेफ्रिजरेटेड ब्रूज़ में इथेनॉल जैसा मजबूत स्वाद क्यों महसूस करते हैं. वैज्ञानिक लेई जियांग ने बताया कि यही कारण है कि हम ठंडी बीयर पीते हैं. इसके अलावा ये रिसर्च अल्कोहल की मात्रा और स्वाद की धारणा के बीच संबंध पर प्रकाश डालता है. 5% से 11% तक अल्कोहल सांद्रता वाले पेय पदार्थों को 41°F (5°C) बीयर पीने के अच्छा तापमान माना जाता है. वहीं हल्की बियर में आमतौर पर चार प्रतिशत से पांच प्रतिशत अल्कोहल होता है, जबकि नियमित और क्राफ्ट बियर में अल्कोहल की मात्रा पांच प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक होती है. शोध के मुताबिक जब तापमान गिरता है, तो संरचना अधिक सघन हो जाती है, यही कारण है कि ठंडी बियर का स्वाद अधिक उत्तेजक होता है. इससे पहले बीयर पर हुए एक और शोध में यह जानकारी सामने आई थी कि जलवायु परिवर्तन का असर बीयर पर भी पड़ने वाला है. साइंटिफिक जर्नल नेचर कम्यूनिकेशन्स में प्रकाशित एक शोध में कहा गया था कि ...

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Covishield Vaccine News: कोवीशील्ड बनाने वाली लंदन स्थित कंपनी एस्ट्राजेनेका के बयान के बाद भारत में लगातार चर्चा चल रही है कि कोवीशील्ड वैक्सीन लेने वालों को खतरा है. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है. कोवीशील्ड वैक्सीन को लेकर विशाल तिवारी नाम के शख्स ने यह याचिका दायर की है. जबकि वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि जो लोग कोविड वैक्सीन कोविशील्ड लेते हैं वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. देशभर में कोवीशील्ड को लेकर चल रही चर्चा के बीच पीजीआई में कोविशील्ड के ट्रायल की प्रमुख अन्वेषक रही सामुदायिक चिकित्सा विभाग की प्रोफेसर मधु गुप्ता जो कोविड के दौरान पीजीआई में टीकाकरण का नेतृत्व कर रही थीं,ने  मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कोविड-19 वैक्सीन के फायदे और नुकसान दोनों हैं, हमें इसके फायदे और नुकसान पर विचार करना चाहिए . इसके अलावा वैक्सीन निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका ने पहले ही इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट के बारे में जानकारी साझा की थी. कि यह टीका टीटीएस का कारण बन सकता है. कुछ हफ़्तों तक ही प्रभाव उत्पन्न होता हैडॉ. मधु गुप्ता गुप्ता ने कहा, "वैक्सीन से संबंधित दुष्प्रभाव आमतौर पर प्रशासन के कुछ हफ्तों (1-6 सप्ताह) के भीतर होते हैं. इसलिए भारत में जिन लोगों को दो साल पहले टीका मिला था, उन्हें चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है." जब लोगों को यह वैक्सीन दी गई तो लगभग मामूली मामलों में इसके दुष्प्रभाव दिखे और वे सामान्य इलाज से ठीक भी हो गए. उन्होंने स्पष्ट किया कि टीकाकरण के ढाई साल बाद दुष्प्रभाव का कोई खतरा नहीं है और इससे अनावश्यक रूप से डरने की जरूरत नहीं है. प्रमुख कारण: जीवनशैली में बदलावडॉ. मधु का कहना है कि पिछले कुछ सालों में लोगों की आम जिंदगी में काफी बदलाव आए हैं. लोगों की खान-पान की आदतें काफी बदल गई हैं. जिसके कारण आम लोगों को बीमारियां तेजी से घेर रही हैं. स्वस्थ जीवन जीने के लिए हमें अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना होगा. इसके साथ ही इन बीमारियों से बचने के लिए जंक फूड से भी परहेज करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोविशील्ड के प्रभावों के बारे में चेतावनी पहले ही दे दी गई थी, यह देखते हुए कि "अधिकांश घटनाएं टीकाकरण के पहले 21 दिनों के भीतर हुईं और कुछ घटनाओं के परिणामस्वरूप मृत्यु हो सकती है।" हालाँकि, 2024 तक ऐसा कोई ख़तरा नहीं है.

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Spinach and Patato Soup Recpie: हर भारतीय रसोई में पालक और आलू की सब्जी मुख्य रूप से बनती हैं, लेकिन आज हम आपको पालक और आलू से तैयार होने वाले एक हेल्दी और टेस्टी सूप की रेसिपी सिखाएंगे, जिसका स्वाद अगर आपने एक बार चख लिया, तो बार-बार इसे बनाने का जी करेगा. हेल्दी मील से लेकर किसी बीमारी तक में पीने के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है. इसे बनाने के लिए नमक, काली मिर्च, थोड़ी सी क्रीम और थोड़ी सी जायफल का इस्तेमाल किया जाता है. इसकी मदद से यह स्वादिष्ट सूप तैयार हो जाता है और और यह जल्दी तैयार होने वाली डिश है, जिसे आप छोटी भूख लगने पर भी झटपट तैयार कर सकते हैं. आइये जानते हैं इसकी रेसिपी. पालक और आलू सूप के लिए इंग्रीडिएंट100 ग्राम आलू (कटे हुए), छिले हुए, 30 ग्राम लीक, कटा हुआ, 50 ग्राम मक्खन, 20 मिली जैतून का तेल, 300 मिली फुल क्रीम दूध, 60 मिली क्रीम, 150 ग्राम पालक (साफ़ किया हुआ), कटा हुआ, 8 लहसुन की कलियां, कटी हुई, 60 ग्राम प्याज, कटा हुआ, 1 चम्मच अजवायन, कटा हुआ, एक चुटकी जायफलनमक का स्वाद चखने के लिए, स्वादानुसार सफेद मिर्च पाउडर पालक और आलू का सूप कैसे बनायें?- एक बड़े पैन में तेल गरम करें. इसमें कटा हुआ प्याज, अजवायन, लहसुन डालें और कुछ मिनट तक भूनें.- कटे हुए आलू डालें, धीरे से टॉस करें और थोड़ा नमक छिड़कें.- करीब 5 मिनट बाद दूध डालें और धीमी आंच पर करीब 20 मिनट तक पकाएं. या जब तक आलू पक न जाएं और नरम न हो जाएं.- अब, आलू को एक स्मूथ सूप कंसिस्टेंसी में ब्लेंड करें.- मसाले की जांच करें और स्वाद के लिए क्रीम और जायफल से समाप्त करें.- पालक को नरम मक्खन में डालें और मसाले की जांच करें. तैयार आलू सूप में पालक मिलाएं और गरमागरम परोसें....

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Chicken Tikka Recpie: नॉनवेज खाने का शौक रखने वालों को चिकन रेसिपीज काफी पसंद आती हैं. चिकन से अलग-अलग तरह के लजीज व्यंजन बनते हैं.जिस में से चिकन टिक्का भारतीयों का पसंदीदा नॉन-वेजिटेरियन डिश है. चिकन टिक्का एक लोकप्रिय स्नैक है, जिसे  तंदूर में पकाया जाता है. वहीं, अब बदलते जमाने के साथ इसे पकाने के तरीके में भी बदलाव आ गया है. कुछ लोग अब इस डिश को एयर फ्रायर में बनाना पसंद करने लगे हैं. तो आइये जानते हैं कि आप इस डिश को एयर फ्रायर में कैसे बना सकते हैं.(Air fryer Chicken tikka Recpie)  एयर फ्रायर चिकन टिक्का बनाने की रेसिपी 350 ग्राम बोनलेस चिकन, 1 प्याज, टुक ड़ों में कटा हुआ, 1 शिमला मिर्च, टुकड़ों में कटी हुई, 1/2 कप दही, 1 बड़ा चम्मच तेल, 1 चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट, 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 3 चम्मच चने का आटा, 1 चम्मच पिसा हुआ धनिया, 1 चम्मच गरम मसाला, 1 चम्मच कसूरी मेथी, नमक स्वाद अनुसार कैसे बनाएं एयर फ्रायर चिकन टिक्का ? - सबसे पहले चने के आटे को धीमी आंच पर कुछ मिनट के लिए भून लें. इसे ठंडा होने दें और फिर इसे एक कटोरे में निकाल लें.- फिर इसमें दही, अदरक-लहसुन का पेस्ट, लाल मिर्च पाउडर, तेल, गरम मसाला, पिसा हरा धनिया और नमक मिलाएं. अच्छी तरह से मलाएं.- बोनलेस चिकन के टुकड़े डालें और उन्हें तैयार मैरिनेड से अच्छी ...

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Benefits of Avocado: आज डायबिटीज दुनियाभर में महामारी की तरह फैल चुकी है. हर उम्र के लोग डायबिटीज का शिकार हो रहे हैं. डायबिटीज से बचने के लिए लोगों को बेहतर लाइफस्टाइल, अच्छी डाइट और नियमित फिजिकल एक्टिविटी की सलाह दी जाती है. एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि डायबिटीज को रोकने में एवोकाडो बेहद कारगर साबित हो सकता है, लेकिन यह फल महिलाओं को शुगर की बीमारी से बचाने में कारगर हो सकता है. इस रोचक रिसर्च के बारे में सभी को जान लेना चाहिए रिसर्च से पता चला है कि हर दिन थोड़ी मात्रा में एवोकाडो खाने से महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है. लेकिन अगर पुरुष खाएंगे तो उन्हें इससे डायबिटीज संबंधित कोई फायदा नहीं होगा. रिसर्चर्स टीम ने एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स के जर्नल में लिखा, 'इस स्टडी में एवोकाडो और डायबिटीज के बीच संबंध पाया गया है. इसका कारण है कि एवोकाडो में अन्य फलों की तुलना में ग्लाइसेमिक इंडेक्स, सुक्रोज और ग्लूकोज कम होता है. इसमें जो चीनी होती है, उसमें 7 कार्बन होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं.' रिसर्च में मैक्सिकन नेशनल हेल्थ और न्यूट्रिशन सर्वे में भाग लेने वाले 25,640 लोगों पर यह स्टडी की गई थी जिसमें से 60 प्रतिशत से अधिक लोग अधिक वजन या मोटापा वाली श्रेणी में आते थे. करीब 45 प्रतिशत पुरुष थे और 55 प्रतिशत महिलाएं. पुरुषों को रोजाना 34.7 ग्राम और महिलाओं को 29.8 ग्राम एवोकाडो खाने दिया गया क्योंकि एवोकाडो की मीडियम सर्विंग मात्रा लगभग 50 ग्राम है.  ऐसा करने से महिलाओं की डायबिटीज में कमी आई. पुरुष में कोई रिजल्ट नहीं मिला तो इस पर रिसर्चर्स ने बताया कि रिसर्च में धूम्रपान करने वाली महिलाओं (लगभग 12%) की तुलना में धूम्रपान करने वाले पुरुषों का प्रतिशत (लगभग 38%) अधिक था.  स्टडी के मुताबिक धूम्रपान करने वालों में डायबिटीज होने की अधिक संभावना होती है क्योंकि निकोटीन के संपर्क में आने से इंसुलिन की प्रभावशीलता कम हो सकती है. महिलाओं की तुलना में पुरुषों के अत्यधिक शराब पीने की संभावना अधिक होती है. इससे मेटाबोलिक सिंड्रोम और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. अभी इस पर और रिसर्च की जा रही है.  

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Cucumber Benefits: गर्मियों में खीरे का सेवन बहुत फायदेमंद होता है और शरीर के साथ-साथ त्वचा और बालों से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. (Cucumber Benefits in Summers) खीरे में पानी की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो शरीर में पानी की कमी को दूर करने का काम करता है. खीरे में विटामिन सी, विटामिन के, कॉपर, मैग्नीशियम, पोटेशियम, मैंगनीज, सिलिका जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं. जो त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद है. खीरे को डायबिटीज में काफी फायदेमंद माना जाता है. तो चलिए जानते हैं खीरा खाने से होने वाले फायदे. डिहाइड्रेशन से बचाए खीरा खाने से शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद मिलती है और डिहाइड्रेशन का खतरा कम होता है. खीरे में इलेक्ट्रोलाइट्स की अच्छी मात्रा होती है, जिससे रोजाना खीरा खाने से आप डिहाइड्रेशन से बच सकते हैं.  पाचन सही करे खीरे में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिससे खाना आसानी से पच जाता है. इससे पेट संबंधी समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है. आंखों के लिए लाभकारी खीरे में विटामिन-ए भरपूर मात्रा में होता है जिससे आंखों की रोशनी को बढ़ाया जा सकता है. खीरे को डाइट में शामिल कर आंखों को हेल्दी रखा जा सकता है. मोटापे से छुटकारा खीरे में कैलोरी की मात्रा बहुत कम पाई जाती है जो आपके वजन को कम करने में मददगार हो सकता है. ...

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Benefits Of Coconut Water: नारियल पानी स्वादिष्ट होने के साथ ही सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. नारियल पानी (Benefits of Coconut Water) गर्मियों में पीने के लिए सर्वोत्तम प्राकृतिक पेय में से एक है,जो इसे हाइड्रेटेड रखने में अहम भूमिका निभाता है. नारियल पानी फैट फ्री होता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो इसे त्वचा के स्वास्थ्य के लिए अच्छा बनाते हैं और यह गर्मियों में आपकी प्यास बुझाने के लिए सबसे अच्छा होता है अगर आप भी इसे पीने के शौकीन हैं, तो अगली बार इसे पीने से पहले एक बार नारियल पानी के कुछ फायदे जरूर जान लें. इलेक्ट्रोलाइट्स का पावरहाउसनारियल पानी में भारी मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट्स मौजूद होते हैं. यह एनर्जी ड्रिंक के रूप में भी एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है, क्योंकि नारियल पानी में औसत एनर्जी ड्रिंक की तुलना में अधिक मात्रा में पोटेशियम होता है. कैलोरी में कमयह सोडा, जूस और अन्य पेय की तुलना में हाइड्रेटेड रहने का एक स्वस्थ विकल्प है, जिनमें आमतौर पर कैलोरी अधिक होती है. नारियल पानी की वजह से हाइड्रेटेड रहने की ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने और पाचन को आसान बनाने में मदद मिलती है. दिल को स्वस्थ रखेनारियल पानी दिल को सेहतमंद बनाने में भी काफी मददगार है. यह हाई ब्लड प्रेशर को रोकता है और हृदय रोगों के विकास के जोखिम को भी कम करता है. कैल्शियम और मैग्नीशियम में उच्चनारियल पानी में कैल्शियम और मैग्नीशियम उच्च मात्रा में होता है. कैल्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है. मैग्नीशियम हड्डियों को सही ढंग से कार्य करने में सहायता करता है.

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Methi Dana Benefits: मेथी रसोई का एक ऐसा मसाला है, जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं. सुबह खाली पेट मेथी का पानी पीना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. अगर आप सुबह चाय-कॉफी की जगह खाली पेट मेथी का पानी पीते हैं तो इससे आपके शरीर को कई आश्चर्यजनक फायदे हो सकते हैं. मेथी के पानी का सेवन करके आप अपने वजन को नियंत्रित (Methi Water For वज़न घटाने) में रख सकते हैं. बता दें कि मेथी में सोडियम, जिंक, फास्फोरस, फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन ए, बी और सी जैसे खनिज भी पाए जाते हैं. इसके अलावा इसमें फाइबर, प्रोटीन, स्टार्च, शुगर, फॉस्फोरिक एसिड जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को कई तरह के फायदे पहुंचाने में मदद करते हैं. मोटापाअगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो सुबह खाली पेट मेथी के पानी का सेवन कर सकते हैं. इस पानी का सेवन करने से शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को हटाने में मदद मिलती है. डाइजेस्टअगर आप सुबह खाली पेट मेथी का पानी पीते हैं तो आपको कब्ज की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है. अपच की समस्या से राहत पाने के लिए आप मेथी के पानी का सेवन कर सकते हैं. पित्त और कफ को रोकने में सहायकजिन्हें कफ ज्यादा बनता है, वो मेथी दाना किसी भी रूप में खा सकते हैं - पाउडर, भिगोकर, अंकुरित या साबुत. पित्त या अग्नि वाले लोगों को मेथी का पानी पीना चाहिए या बीजों को भिगोकर या अंकुरित करके पीना चाहिए, उन्हें एसिडिटी और पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं से राहत मिलेगी. पाचन को रखता है दुरुस्तभीगी हुई मेथी का सेवन पाचन को बढ़ावा देने और गैस्ट्राइटिस को दूर रखने के लिए भी अच्छा है. कब्ज, एसिडिटी, ब्लोटिंग जैसी पेट की समस्याओं से बचने के लिए आपको इसका सेवन करना चाहिए

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Saffron Milk In Pregnancy: केसर दूध, जिसे केसर दूध भी कहा जाता है, सदियों से एक पारंपरिक पेय रहा है जिसका उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता है.गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई बदलाव होते हैं. प्रेग्नेंसी के दौरान आपको चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है. ऐसे में केसर आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. यह पाचन को बेहतर बनाता है जिससे एसिडिटी कम होती है और आपका पेट स्वस्थ रहता है. हार्ट रेट गर्भवास्था के दौरान महिलाओं की हार्ट रेट में तेजी से इजाफा देखा जाता है. बीपी भी तेजी से ऊपर नीचे होता है. केसर का दूध इस समस्या को दूर करता है क्योंकि इसमें मौजूद पोटैशियम और क्रोसेटिन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का काम करता है. मूड स्विंग्स में काम आता हैप्रेग्नेंसी में आप अपने अंदर कई हार्मोनल परिवर्तनों का अनुभव करेंगे, जो आप पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं.केसर के सेवन से सेरोटोनिन हार्मोन का उत्पादन होता है, जो मूड में सुधार करता है और तनाव हार्मोन कोर्टिसोल को भी कम करता है. बच्चे के मूवमेंट में मददगारएक गिलास केसर और दूध पीते ही अपने बच्चे की हलचल महसूस कर सकती हैं. केसर से शरीर की गर्मी बढ़ने पर आप बच्चे की हलचल को महसूस कर सकते हैं. हालांकि, ज्यादा मात्रा में केसर के सेवन से बचें और ध्यान रखें कि शिशु की हरकतें भी कुछ महीनों के बाद ही महसूस की जा सकती हैं. सावधानियां:- अधिक सेवन न करें: केसर दूध के अधिक सेवन से गर्भाशय में संकुचन हो सकता है, जिससे समय से पहले जन्म हो सकता है.- एलर्जी: कुछ महिलाओं को केसर से एलर्जी हो सकती है.अगर आपको किसी तरह की एलर्जी महसूस हो तो केसर वाले दूध का सेवन तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें.- ड्रग इंटरेक्शन: केसर कुछ दवाओं के साथ इंटरेक्शन कर सकता है. अगर आप कोई दवा ले रहे हैं तो केसर दूध का सेवन करने से पहले डॉक्टरी सलाह लें. गर्भावस्था के दौरान केसर दूध का सेवन करने से पहले डॉक्टर से पूछ  लेना ज़रूरी है, खासकर यदि आप पहली बार मां बन रही हैं. यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्वस्थ गर्भावस्था के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम आवश्यक है.

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MDH vs Everest Masala Row: सिंगापुर में भारतीय मसाला कंपनी एवरेस्ट (Everest) और एमडीएच (MDH)के कुछ मसालों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. बाजार से इन मसालों की वापसी का भी आदेश दिया गया है, साथ ही लोगों को इसे इस्तेमाल न करने की चेतावनी भी दी गई है. इस प्रतिबंध के बाद भारत सरकार ने इन मसालों की गुणवत्ता की जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही देश में बिकने वाले दूसरी कंपनियों के मसालों की भी जांच का आदेश दिया है. जानें पूरा मामला मिली जानकारी के अनुसार भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग की भारतीय कंपनी के मसालों पर कार्रवाई के बाद देश भर से एमडीएच और एवरेस्ट सहित सभी ब्रांड के मसालों के नमूने लेना शुरू कर दिया है. सूत्र ने एजेंसी को बताया, 'मौजूदा स्थिति के मद्देनजर एफएसएसएआई बाजार से एमडीएच और एवरेस्ट समेत सभी ब्रांडों के मसालों के नमूने ले रहा है ताकि यह जांचा जा सके कि वे एफएसएसएआई मानदंडों को पूरा करते हैं या नहीं.' उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) निर्यातित मसालों की गुणवत्ता को नियंत्रित नहीं करता है.  क्यों हुआ विवादइस बीच, भारतीय मसाला बोर्ड भारतीय ब्रांडों एमडीएच और एवरेस्ट के चार मिक्स मसाला उत्पादों की बिक्री पर हॉन्ग कॉन्ग और सिंगापुर द्वारा लगाए गए प्रतिबंध की जांच कर रहा है. दरअसल इन मसालों में स्वीकार्य सीमा से अधिक कीटनाशक 'एथिलीन ऑक्साइड' (Ethylene Oxide) पाए जाने का दावा किया गया है. भारत में खाद्य पदार्थों में एथिलीन ऑक्साइड के इस्तेमाल पर प्रतिबंधभारत में खाद्य पदार्थों में एथिलीन ऑक्साइड (Ethylene Oxide)के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है. सरकार ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत मसाला बोर्ड से कहा है कि वह जागरूकता फैलाए कि उत्पादों में कोई हानिकारक तत्व नहीं मिलाया जाए. भारतीय मसालों में हानिकारक तत्व पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. क्या है 'एथिली...

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Gym Advise: अपनी लुक और फिटनेस को लेकर आज हर यंगस्टर क्रेजी है लेकिन टीनएजर में ये क्रेज ज्यादा देखा जाता है.वो जमाने गुजर गए जब टीनएजर्स मम्‍मी-पापा के स्‍टाइल कॉपी किया करते थे. आज तो ये सब  सेलिब्रिटी लुक और फि‍टनेस के दीवाने हैं. जहां लड़कियां जीरो फिगर और सिल्म लुक के लिए जिम जाती है वहीं, लड़के सिक्स पैक, एब्स, मसल्स, और बॉडी को लेकर परेशान रहते है.कई बार इसी दीवानगी में वे उम्र से पहले जिम जाना शुरू कर देते हैं. जिसके उनके स्‍वास्‍थ्‍य पर नकारात्‍मक प्रभाव पड़ते हैं. जानें क्‍या है जिम जाने की सही उम्र:  शारीरिक विकास में देरीज्यादा कसरत करने से छोटे बच्चों के हार्मोन में गड़बड़ी हो सकती है. यह हार्मोन की गड़बड़ी उनके शारीरिक और मानसिक विकास को धीमा कर सकती है. इसका मतलब यह है कि उनका बढ़ना और सीखना पीछे छूट सकता है. इसलिए बच्चों को बहुत ज्यादा कसरत से बचना चाहिए. हड्डियों के लिए खतराबच्चों की हड्डियां अभी बन रही होती हैं, इसलिए उन्हें बहुत ध्यान से रखना पड़ता है. अगर वे जिम में ज्यादा कठिन व्यायाम करेंगे, तो उनकी हड्डियों को चोट लग सकती है और वो कमजोर भी हो सकती हैं. इसलिए छोटे बच्चों को जिम नहीं भेजना चाहिए.  उनकी हेल्थ का ख्याल रखना जरूरी है.  मांसपेशियों ...

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Health Benefits Of Onion: प्याज को स्वाद और सेहत के लिहाज से फायदेमंद माना जाता है. हर भारतीय के घर में हर दिन प्याज का इस्तेमाल होता है.  कच्ची प्याज (Raw Onion) को गर्मियों के मौसम में बेहद गुणकारी माना जाता है.इसमें विटामिन A, विटामिन B6, विटामिन B-कॉम्प्लेक्स और विटामिन C  पाए जाते हैं, साथ ही एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-एलर्जिक और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण जबरदस्त तरीके से लाभकारी होते हैं(Health Benefits Of Onion). गर्मियों के दिनों में प्याज को डाइट में शामिल कर गर्मी और लू से बचा जा सकता है. प्याज खाने से कई तरह के इंफेक्शन से भी बचा जा सकता है. तो चलिए जानते हैं प्याज...

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Women's Breast Reduction Surgery:  ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी( Women's Breast Reduction Surgery) यानी स्तन का आकार कम करने की सर्जरी भारत में लोकप्रिय हो रही है. एक समय था जब इस तरह की सर्जरी के बारे में बात करना भी अजीब माना जाता था लेकिन अब महिलाएं इसके बारे में खुलकर बात कर रही हैं और अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढ रही हैं लेकिन सवाल यह है कि ऐसा क्या हो गया है कि अब महिलाएं ब्रेस्ट रिडक्शन पर विचार कर रही हैं? हर साल स्तन कम करने वाली सर्जरी में 100% की वृद्धिइंडिया टुडे की रिपोर्ट है कि स्तन कटौती सर्जरी के मामलों की सटीक संख्या की खोज करते समय, यह पाया गया कि ऐसी सर्जरी के लिए कोई आधिकारिक डेटा एकत्र नहीं किया गया है. हालाँकि, नई दिल्ली में डिवाइन कॉस्मेटिक सर्जरी के प्लास्टिक सर्जन डॉ. अमित गुप्ता का अनुमान है कि पिछले पांच वर्षों में हर साल ऐसी सर्जरी में 100% की वृद्धि हुई है. युवा लड़कियों की संख्या बहुत ज्यादा हैनई दिल्ली में महिलाओं के लिए स्तन कम करने की सर्जरी करने वाले सुधांशु पुनिया ने भी इस परिकल्पना का समर्थन किया. डॉ. पूनिया ने कहा- 'हम हर हफ्ते कम से कम एक रिडक्शन सर्जरी करते हैं, जो हर महीने चार से छह मामलों के बराबर होती है. यह संख्या बढ़ती जा रही है, क्योंकि पहले वे प्रति माह केवल एक सर्जरी करते थे.डॉ. गुप्ता ने कहा कि ''बड़ी संख्या में युवा लड़कियां'' इन सर्जरी से गुजर रही हैं लेकिन सर्जरी की संख्या में अचानक वृद्धि क्यों? विशेषज्ञों के मुताबिक इन सर्जरी के बढ़ने के कई कारण हैं- पश्चिमी संस्कृति का प्रभावभारतीय पारंपरिक रूप से साड़ी और कुर्ता पहनने के लिए जाने जाते हैं.हालांकि, समय के साथ, हमने पश्चिमी संस्कृति के कई पहलुओं को अपनाया है, जिसमें उनकी पोशाक शैली भी शामिल है.डॉ. कहते हैं, "कपड़ों की प्राथमिकताएं टी-शर्ट और तंग पोशाकों की ओर बढ़ गई हैं, जो स्तनों को थोड़ा सहारा देते हैं, जिससे भारी स्तन वाली महिलाओं में गर्दन और कंधे में दर्द होता है" महिलाएं अधिक स्वतंत्र हो रही हैंडॉ. गुप्ता कहते हैं कि एक दशक पहले महिलाएं अपने माता-पिता या पति पर अधिक निर्भर होती थीं, इसलिए ऑपरेशन कराने में हमेशा झिझक रहती थी। लेकिन अब, अधिक महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हैं और अपने शरीर के बारे में निर्णय लेने में सक्षम हैं. जागरूकता में वृद्धिसोशल मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से, महिलाएं अब स्तन कटौती सर्जरी के बारे में अधिक जानती हैं. वे जानते हैं कि यह एक सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है जो उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकती है. ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी के लाभ- यह सर्जरी गर्दन, कंधे और पीठ के दर्द को कम कर सकती है.- इससे मुद्रा में सुधार हो सकता है और सांस लेने में आसानी हो सकती है.- यह मह...

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Vegetarian Food Tips: दुनियाभर में खाने की ढेरों वैराइटी है. लेकिन, चाइनीज़ फूड(Chinese Food)  ऐसा है जिसे भारत में खूब चाव से खाया जाता है. दिलचस्प बात यह कि कोई भी चाइनीज़ व्यक्ति इन व्यंजनों को अलग नहीं बता पाएगा क्योंकि ये सभी ज्यादातर सोया सॉस, चिली सॉस, टोमैटो केचअप और शेज़वान सॉस के मिश्रण से बनाए जाते हैं. जो की हमारे देश में ही तैयार किए हैं. यह भोजन खाने में इतना स्वादिष्ट लगता है कि कोई भी इसे खाने से इनकार नहीं कर सकता. भारत में ऐसे बहुत से शाकाहारी इंडो-चाइनीज़ व्यंजन हैं जिन्हें लोग काफी चाव से खाते हैं. वेज फ्राइड राइस(Veg Fried Rice)  फ्राइड राइस बनाने में सबसे आसान डिश है. फ्राइड राइस गाजर, शिमला मिर्च, पत्तागोभी और हरी प्याज डालकर बनाए जाते हैं. यह खाने में सुपर टेस्टी होते हैं और यह झटपट तैयार भी हो जाते हैं. क्विक नूडल्स(Hakka Noodles) नूडल्स को सब्जियों के साथ परफेक्शन से बनाया जाता है. इस वेज चाइनीज डिश को आप वेजिटेरियन मंचूरियन के साथ खा सकते है. या फिर आप इसे ऐसे भी सर्व कर सकते हैं. चिली पनीर ड्राई पनीर का इस्तेमाल काफी कुछ बनाने में किया जाता है. चिली पनीर सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले इंडो-चाइनीज स्टार्टर में से एक है, पनीर के इस नए अवतार से हर कोई इम्प्रेस हो जाएगा. यह टैंगी, स्पाइसी और खाने में बेहद ही स्वादिष्ट लगता है. घर पर होने वाली डिनर पार्टी के लिए यह रेसिपी एकदम परफेक्ट है. वेज मंचूरियन(Veg Manchurian) यह स्वादिष्ट वेजिटेरियन चाइनीज बॉल्स सब्जियों से भरी होती है...

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Eye Care tips in Summers: देश के कई हिस्सों में अभी से गर्मी (Summer Season) तीव्र होने लगी है. बढ़ते पारे की वजह से लोगों की लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल चुकी है. इस मौसम का असर हमारी सेहत पर भी पड़ने लगा है.चिलचिलाती धूप (Heat Wave) और तेज गर्मी ने देशभर में लोगों का हाल बेहाल कर रखा है. इस मौसम का असर हमारी आंखों पर भी देखने को मिलता है. तेज धूप और गर्मी की वजह से आंखों पर बुरा असर पड़ सकता है, जिसकी वजह से कई समस्याएं होने लगती हैं.(Eye Care tips in Summers) आंखों के लिए कैसे हानिकारक धूप (Eye Care tips in Summers)डॉक्टर के मुताबिक तेज गर्मी आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है.लंबे समय तक सुरक्षा के बिना सूरज की यूवी किरणों के संपर्क म...

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Skin Care Tips: कई पेड़ पौधे हमारे सामने होते हैं, लेकिन कम जानकारी की वजह से हम उनका उपयोग नहीं कर पाते  हैं. ऐसा ही एक फूल है गुड़हल,(Hibiscus flower Benefits)जो चेहरे के लिए काफी फायदेमंद माना गया है. इस फूल की मदद से आप अपने चेहरे को चमकदार बना सकते हैं. गुड़हल के फूल में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो चेहरे से मुंहासे, दाग धब्बों को दूर करते हैं साथ ही गुड़हल के फूल का इस्तेमाल करने से चेहरा हमेशा जवान रहता है और झुर्रियां कम होने लगती है. इसे बहुत से लोग हिबिस्‍कस के नाम से भी जानते  हैं. जी हां गुडहल का फूल काफी पौष्टिक होता है, क्योंकि इसमें विटामिन सी, मिनरल, आयरन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट आदि भरपूर मात्रा में होते है. यह पौष्टिक तत्व सांस संबंधी तकलीफों को दूर करने के साथ-साथ गले से संबंधित रोगों जैसे कोल्‍ड कफ को भी सही करते है. इसके अलावा यह फूल महिलाओं के बालों और त्‍वचा से जुड़ी समस्‍याओं को भी दूर करता है. आइए जानें यह महिलाओं की हेल्‍थ के लिए कैसे फायदेमंद होता है(Hibiscus flower Benefits).  हासे व धब्‍बे दूर करेंचेहरे से मुंहासे व धब्बे दूर करने के लिए इस फूल का इस्‍तेमाल किया जाता है. इसके लिए फूल की पत्तियों को पानी में पीसकर उसमें शहद मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे के धब्‍बे दूर हो जाते हैं और चेहरा खिलने लगता है.  बालों के लिए वरदानगुड़हल की पत्ती और इसके फूल की पंखुड़ी से पेस्ट बनाकर इसका इस्तेमाल प्राकृतिक हेयर कंडीशनर के तौर पर किया जा सकता है. जब इसे शैंपू के बाद लगाया जाता है तो यह बालों को काला कर देता है और डैंड्रफ की समस्‍या से छुटकारा दिलाता है. इसके अलावा बालों में शाइनी भी आती हैं. त्वचा से खुजली और जलन दूर करेगुड़हल के फूल की 10 ताजी पत्तियों को अच्छी तरह पीस कर सूजन तथा जलन वाली जगह पर लगाएं, कुछ ही मिनटों में समस्या दूर हो जाएगी.इस तरह से गुड़हल महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद होता...

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Watermelon in Diabetes: डायबिटीज वाले लोगों को फल और सब्जियां खाने की  सलाह दी जाती है क्योंकि इससे ब्लड शुगर मेंटेन रहता  है. इसके लिए उन्हें अपने खान-पान का खास ध्यान रखना होता है. हालांकि, फलों में नेचुरल शुगर और कार्बोहाइड्रेट होते हैं इसलिए डाइट को अच्छी तरह से बैलेंस करने की जरूरत होती है. गर्मी के मौसम में खूब तरबूज खाया जाता है. हालांकि, कई लोग यह सोचकर तरबूज खाने से बचते हैं कि इसमें काफी मात्रा में नेचुरल शुगर होती है. डायबिटीज वाले लोगों को तरबूज खाना चाहिए या नहीं? इस बारे में डिटेल में आर्टिकल में जानेंगे. डायबिटीज और तरबूज (Diabetes and watermelon)आमतौर पर टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों के लिए तरबूज का सेवन करना, रस पीना सुरक्षित माना जाता है, लेकिन याद रखें सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें. इसके अलावा तरबूज का सेवन करना चाहिए या नहीं ये आपके ब्लड शुगर लेवल पर भी डिपेंड करता है. इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने डॉक्टर की सलाह पर ही सेवन करें. तरबूज खाने के फायदे ( Benefits of Eating Watermelon)गर्मियों के फल विटामिन सी, ए, बी6, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फाइबर सहित खनिजों और विटामिनों का एक अविश्वसनीय स्रोत है.विटामिन ए हेल्दी आंखों की रोशनी को बढ़ावा देता है. विटामिन सी एक हेल्दी डाइट के लिए भी फायदेमंद है.  - ये फल फाइबर से भरपूर होता है, इसलिए इसका सेवन हेल्दी पाचन को सपोर्ट करता है.- हाइड्रेटेड रखने के साथ-साथ तरबूज वेट मैनेजमेंट में भी काफी मदद करता है.- फल अल्जाइमर रोग जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव डिसऑर्डर्स के जोखिम को भी कम कर सकत...

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Matka Water Benefits : गर्मियों के मौसम में अधिकतर लोग प्यास बुझाने के लिए  ठंडे पानी का सहारा लेते है. फिर चाहे वो फ्रिज हो या आरो, लेकिन क्या आप जानते है कि गर्मी में इतना ठंडा-ठंडा पानी पीना सेहत के लिए काफी नुकसान दायक होता है. फ्रिज का ठंडा पानी कई तरह की समस्याएं पैदा करता है, लेकिन मटके का ठंडा पानी कई प्रॉब्लम्स को दूर करता है. ऐसे में अगर आप खुद को बीमारियों से दूर रखना चाहते हैं तो फ्रिज का पानी पीने के बजाय मटके का ठंडा पानी पिएं क्योकि मटके का पानी शुद्ध होता है और इसमें विभिन्न प्रकार के खनिज होते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं. आइए बताते हैं आपको मटके से पानी पीने के कुछ फायदे. पेट की समस्या से राहत दिलाएज़्यदा चटपटा खाने से शरीर में एसिडिक हो जाती है और फिर टॉक्सिन्स का निर्माण होता है. मिट्टी अल्कालाइन नेचर की होती है, जो एसिडिक फूड आइटम्स के साथ रिएक्ट करती है और जरूरी पीएच संतुलन बैलेंस बनाती है, जिससे एसिडिटी और गैस्ट्रिक संबंधी समस्या दूर रहती हैं. मेटाबॉलिज्म बूस्ट करेमिट्टी के बर्तन में रखे पानी में किसी भी प्रकार का कोई केमिकल नहीं होता है. ऐसे में रोजाना मटके या सुराही का पानी पीने से मेटाबॉलिज्म को बूस्ट होता  है. साथ ही पानी में मौजूद मिनरल के कारण पाचन में भी सुधार होता  है. नेचुरल कूलिंग प्रॉपर्टीजमिट्टी के बर्तन यानी मटके आदि में पानी रखने से पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा होता है. दरअसल, मिट्टी के बर्तन की सतह पर छोटे-छोटे छेद यानी पोर्स होते हैं और इन पोर्स से पानी तेजी से इवापोरेट हो जाता है. इवापोशन की मदद से बर्तन के अंदर पानी की गर्मी खत्म हो जाती है, जिससे पानी ठंडा हो जाता है. गले की खराश से बचाएगर्मियों में लोग अकसर फ्रिज का पानी पीते हैं, जिस से गले में खराश की समस्या हो सकती है. हालांकि, इसके विपरीत मटके का पानी पीने से आपको ऐसी किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता. दरअसल, मटके के पानी का सामान्य तापमान होता है, जो गले से जुड़ी किसी समस्या की वजह नहीं बनता है.  नेचुरल प्यूरिफायरमिट्टी के बर्तन न सिर्फ पानी को ठंडा करने के लिए बल्कि उसे प्राकृतिक रूप से साफ करने के लिए भी उपयोगी होते हैं. इसमें मौजूद छोटे-छोटे पोर्स पानी के साथ प्रदूषकों को मिलने से रोकती है और इस तरह इसे पीने के लिए अन्य पानी की तुलना में सुरक्षित बनाता है.