Benefits of Ajwain in winters: सर्दियों में बीमारियों से बचने के लिए भुनी हुई अजवाइन का सेवन ठंड की शुरुआत में ही करना चाहिए. बीमारी होने के बाद इसका असर कम हो सकता है. रोजाना एक चम्मच अजवाइन लेने से ठंड का असर आप पर कम पड़ेगा. आयुर्वेद में अजवाइन को शरीर को गर्म रखने और रोगों से बचाने के लिए बेहद उपयोगी माना गया है.(Benefits of Ajwain in winters) इसके छोटे-छोटे बीजों में कई स्वास्थ्यवर्धक गुण छिपे होते हैं, जो सर्दियों में होने वाली कई समस्याओं का इलाज कर सकते हैं. सर्दी-जुकाम से लेकर पाचन तंत्र को मजबूत करने तक, अजवाइन को भुन कर खाना आपके स्वास्थ्य का सबसे बड़ा साथी बन सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं इसके चमत्कारी फायदों के बारे में. सर्दी जुकाम से राहत दिलाता है अजवाइन (Benefits of Ajwain in winters) अजवाइन की तासीर गर्म होती है और यह मानव शरीर के लिए काफी फायदेमंद होत...
Health Tips: छींकने का आपके स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है. कई लोगों को नाक संबंधी एलर्जी होती है. लगातार छींक आना और नाक बहना आम बात है. कभी-कभी, सुबह उठते ही छींक आने लगती है. जिससे आपके स्वास्थ्य पर इस तरह असर पड़ता है कि आपको लगातार सिरदर्द रहने लगता है.घर के बड़े-बुजुर्ग सर्दी-जुकाम होने पर नाक में सरसों का तेल डालने की सलाह देते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि सरसों के तेल में मौजूद पोषक तत्व गले के साथ फेफड़ों को भी साफ कर देते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम से लेकर और भी कई समस्याओं में राहत मिलती है. नाक में सरसों का तेल डालने के फायदे सर्दी-जुकाम का इलाजनाक में सरसों तेल की दो से तीन बूंद डालने से सर्दी-जुकाम में राहत पा सकते हैं. सरसों के तेल में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है जो सर्दी एवं जुकाम की समस्या को ठीक करने में बेहद मददगार होते है. नाक की सूजन कम करेसरसों तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो नाक की सूजन को कम करने में मदद करते हैं. जब आप नाक में बादाम तेल की बूंदें डालते हैं तो यह आपकी नाक की सूजन को भी कम करती है. इससे आपकी एलर्जी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है. माइग्रेन में आरामनाक में सरसों का तेल डालने से माइग्रेन में भी काफी आराम मिलता है. एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर ये तेल नेजल पैसेज के जरिए सीधे सिर तक पहुंचता है. इससे पेन कम होता है. एलर्जी से राहतसरसों का तेल एंटीबैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. तो अगर आपको बार-बार छींक आ रही है, तो नाक में इस तेल की बूंद डालने से काफी आराम मिलेगा. खबरो के लिए जुड़े रहिए Living India News के साथ 24/7 live ...
Benefits of eating fish in winters: मछली को सबसे हेल्दी फूड माना जाता है जिसमें कई पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. मछली में क्वालिटी प्रोटीन के साथ साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन-डी, विटामिन-B2, आयरन, जिंक, आयोडीन, मैग्नीशियम और पौटेशियम जैसे हेल्दी फैट भी पाए जाते हैं. इसलिए इसका सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है.(Benefits of eating fish in winters) इसके अलावा मछली में कई अन्य तरह के पोषक तत्व भ...
Benefits of eating coconut during pregnancy: नारियल सूखा हो, पानी वाला हो या फिर पका हुआ गर्भावस्था के दौरान बहुत फायदेमंद होते हैं. नारियल में ढेर सारे गुण पाए जाते है. गर्भावस्था के 9 महीनों के दौरान नारियल का सुरक्षित रूप से सेवन किया जा सकता है. वहीं अगर बात सूखे नारियल की करें तो यह मां और उसके होने वाले शिशु के लिए फायदेमंद होता है.(Benefits of eating coconut during pregnancy news in hindi) नारियल में मौजूद आवश्यक फैटी एसिड शिशु के उचित विकास और उसकी वृद्धि में मदद करते हैं. गर्भावस्था में इसका सेवन करना गर्भवती महिलाओं के लिए लाभदायक माना जाता है. इसलिए महिलाओं को अपनी डाइट में सूखा नारियल को जरूर शामिल करना चाहिए. तो आइए जानते हैं महिलाओं को सूखा नारियल से मिलने वाले फायदे के बारे में; इम्यूनिटी बूस्टरसूखे नारियल में लॉरिक एसिड होता है, जो एक एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल एजेंट है. यह मां...
Honey and Milk Benefits: ठंड के मौसम में फिजिकल एक्टिविटी करने से कटराते हैं, जिसकी वजह से न सिर्फ वजन बढ़ने लगता है, बल्कि कब्ज (Constipation) समेत कई तरह की समस्याएं भी परेशान करने लगती हैं. ऐसे में अगर आप सर्दियों (Winter Problem) के सीजन में शहद (Honey) का सेवन करते हैं, तो इन सभी दिक्कतों से छुटकारा पा सकते हैं. जो दूध को किसी मिठास के बिना ही पीते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं तो चीनी (Milk) मिलाकर दूध पीना पसंद करते है.(Honey and Milk Benefits) ऐसे लोगों के बता दें कि अगर आप चीनी की बजाय दूध में मिठास के लिए शहद (Honey) मिलाकर इस्तेमाल करें तो सेहत (Health) के लिए यह अमृत जैसा काम करेगा. यह अपने आप में संपूर्ण आहार माना जाता है. इससे स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं जड़ से खत्म हो जाती हैं. आइए जानते हैं दूध में शहद मिलाकर पीने से क्या-क्या फायदे होते हैं... सांस की समस्या से छुटकाराअगर आपको सांस की कोई भी समस्या है तो आपके लिए दूध और शहद का मिश्रण फायदेमंद साबित हो सकता है. इसे पीने से सांस संबंधी किसी भी तरह की परेशानियां नहीं होती. हेल्थ एक्सपर्ट भी सलाह देते हैं कि...
Guava Benefits: सर्द मौसम में कब्ज के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे मेटाबॉलिज्म का स्लो होना, खानपान में बदलाव होना, बॉडी की एक्टिविटी में कमी होना, पानी का कम सेवन करना,गर्म और भारी भोजन करना, फाइबर की कमी होना, ठंडी हवाओं का असर,तनाव और नींद की कमी से कब्ज की बीमारी पनपने लगती है. (Benefits of Guava) कब्ज की समस्या होने पर पेट फूलना, पेट में दर्द और ऐंठन जैसी समस्या होती है. वैसे तो पेट को साफ करने के लिए आप कई दवाइयों का सेवन कर सकते हैं जो बाजार में आसानी से मिल जाती है. लेकिन इनका नियमित सेवन करना ठीक नहीं होता.आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताएंगे जो फाइबर से भरपूर होता है जिसे दिन में 1 बार खाने से ही आपका पेट एकदम साफ होने में मदद मिल सकती है. आइए जानते हैं पेट को साफ करने के लिए किस फल का सेवन करना चाहिए. अमरूद में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, विटामिन बी6, मैग्नीशियम और आयरन अच्छी-खासी मात्रा में होता है. साथ ही यह डाइटरी फाइबर, पोटैशियम, विटामिन सी का भी अच्छा सोर्स है. यह कब्ज जैसी समस्या से राहत दिलाता है. आइए जानते हैं खाली पेट अमरूद खाने के फायदे- वेट लॉस में मददगार अमरूद में फाइबर पाया जाता है, ऐसे में सुबह खाली पेट इसे खाने से वजन कम हो सकता है. इससे लंबे समय तक पेट भरा रहता है. जिससे आपको जल्दी भूख नहीं लगती और ओवरइटिंग से भी बचते हैं. पेट की जलन कम करेअमरूद की तासीर ठंडी होती है, ऐसे में यह पेट की जलन शांत करने में मदद करता है. जिन्हें पित्त की समस्या होती है, उनके लिए अमरूद बहुत फायदेमंद होता है. कब्ज की परेशानी करे दूरआजकल की खराब लाइफस्टाइल में बाहर के खाने से कब्ज की समस्या होना आम हो गया है. खाली पेट अमरूद खाने से कब्ज की समस्या में आराम मिलता है. अमरूद में फाइबर होता है, जो इससे राहत दिलाता है. यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है.इसके इस्तमाल से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें खबरो के लिए जुड़े रहिए Living India News के साथ 24/7 live ...
Shakarkand Halwa in Winters: सर्दियों में ज्यादातर लोग शकरकंद का सेवन ज्यादा करना पसंद करते है. अधिकतर लोग शकरकंद को उबालकर या इसे भूनकर ही खाते हैं, जबकि आपको बता दें कि आप इस टेस्टी सब्जी का बेहद टेस्टी हलवा भी बना सकते हैं. कई घरों में सूजी, आटा, गाजर और मूंग दाल का हलवा बनाया जाता है. इनका स्वाद जबरदस्त होता है. लेकिन अगर आप स्वाद के साथ सेहत को भी बेहतर रखना चाहते हैं तो शकरकंद का हलवा खाएं. (Shakarkand Halwa in Winters) शकरकंद का हलवा (Shakarkand Halwa) खाने में टेस्टी और पचाने में काफी आसान होता है. शकरकंद खाने से सेहत को एक साथ कई फायदे भी मिल जाते हैं. यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स भी इस सब्जी को डाइट का हिस्सा बनाने की सलाह देते हैं. शकरकंद का हलवा बनाने की सामग्री (Shakarkand Halwa ingredients) 5 शकरकंद1 कटोरी गुड़4 चम्मच घी3-4 इलायची का पाउडर1 चुटकी केसर10-12 काजू अन्य ड्राई फ्रूट्स1 कप दूध या मलाई शकरकंद का हलवा बनाने की वीधि (Shakarkand Halwa Recipe) सबसे पहले उबले हुए शकरकंद को छीलकर पहले छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और फिर हाथों की मदद से अच्छी तरह मैश कर लें.अब, एक पैन में 2 चम्मच घी डालकर...
Dry Fruits benefits in winters: सर्दियों में अक्सर सही खानपान न होने से इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है. जिससे सर्दी-खांसी का खतरा बढ़ जाता है. इनसे बचने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए शरीर को अंदर से गर्म रखने की जरूरत होती है. इसके लिए कुछ ड्राई फ्रूट्स अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. इन (Dry Fruits) को डाइट में शामिल करने पर सेहत तो अच्छी रहती ही है, साथ ही शरीर को गर्माहट भी महसूस होती है. तो चलिए जानते हैं सर्दियों में कौन-कौन से ड्राई फ्रूट्स शरीर को गर्मी का एहसास दे सकते हैं...(Dry Fruits benefits in winters) सूखा अंजीर सर्दियों में सूखे अंजीर (Dried Figs) शरीर को गर्म रखने में मददगार हैं. इसमें जिंक, मैग्नीशियम, आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. सर्दियों में रोजाना अंजीर खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है, पाचन तंत्र भी बेहतर रहती है. इसे खाने से कब्ज से भी छुटकारा मिलता है. बादाम बादाम (Almond) सर्दियों में खाने के लिए सबसे परफेक्ट माना जाता है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन E, कैल्शियम, कॉपर और मैग्नीशियम जैसे तत्व भर-भरकर पाए जाते हैं. एक दिन में दो से पांच भीगे बादाम खाने की सलाह दी जाती है, इससे शरीर गर्म रहते हैं. काजू काजू (Cashew) प्रोटीन, जिंक और मैग्नीशियम जैसे जरूरी मिनरल्स का खजाना है. जिंक इम्यूनिटी को मजबूत बनाने और मैग्नीशियम मसल्स...
Dates Benefits In Winter: खजूर (Dates Benefits In Winter) को सर्दियों का सुपरफूड कहा जाता है. ये खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उतना ही सेहत के लिए लाभकारी है. ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है. खजूर नैचुरल नी...
How To Treat Cracked Heels: सर्दियों के मौसम में एडियां फटने की समस्या आम होती है. यह समस्या सबसे ज्यादा महिलाओं में देखी जाती है. कुछ महिलाओं में तो स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि एड़ी से खून निकलने लगता है. दरअसल, सर्दियों में हवा में नमी कम हो जाती है, जिससे त्वचा अधिक शुष्क हो जाती है, खासकर पैरों की एड़ी की त्वचा. जब यह त्वचा शुष्क हो जाती है तो उसमें दरारें (फाट) पड़ जाती हैं जिसे आम भाषा में एड़ियां फटना कहते हैं. (Skin care tips) अगर आपकी एड़ियां भी फट गई हैं तो आइए आपको फटी हुई एड़ियों को सही करने का तरीका भी बता देते हैं. पैरों को धोने के बाद अच्छे से मॉइश्चराइजर लगाएं. याद रखें कि आपके मॉइश्चराइजर में ग्लीसरिन मौजूद हो. यह त्वचा को नमी प्रदान करता है और फटने से बचाता है. सोने से पहले पैरों पर थोड़ा तेल (जैसे नारियल तेल या जैतून का तेल) लगाकर मालिश करें और फिर मोजे पहनें। इससे त्वचा में नमी बनी रहती है और फटने से बचता है. केला और शहदफटी एड़ियों से राहत पाने के लिए केले को अच्छे से मैश करके उसमें शहद मिला लें. इस पेस्ट को फटी एड़ियों पर लगाएं और 20-30 मिनट के लिए छोड़ दें. फिर गुनगुने पानी से धो लें. गर्म पानीएक बर्तन में गर्म पानी लें और उसमें नमक डालें. अब अपनी एड़ियां इसमें 15-20 मिनट तक भिगोने के लिए डालें. इससे फटी एड़ियों से राहत मिल सकती है. शहद और नींबूफटी एड़ियों से राहत पाने के लिए शहद और नींबू के रस को अच्छे से मिला लें. इसे फटी एड़ियों पर लगाकर 15-20 मिनट तक छोड़ दें, फिर गुनगुने पानी से धो लें. नारियल तेलरात को सोने से पहले तिल के तेल या नारियल तेल से अपनी फटी एड़ियों की मसाज करें. इसे रातभर लगा रहने दें और सुबह धो लें. प्याज का रसफटी एड़ियों से राहत पाने के लिए प्याज को काटकर उसका रस निकालें और इसे फटी एड़ियों पर लगाकर 10-15 मिनट तक छोड़ें. इससे फटी एड़ियों से राहत मिल सकती है. बादाम का तेलरात में सोने से पहले बादाम के तेल से एड़ियों की अच्छे से मसाज करें और फिर सूती मोज़े पहनकर सो जाएं. सुबह उठकर धो लें. खबरो के लिए जुड़े रहिए Living India News के साथ 24/7 live ...
Winter Diet: सर्दि के मौसम में कंपकंपाने वाली ठंड पड़ रही है और बॉडी में बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है. इस मौसम में इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है और बॉडी में संक्रमण का खतरा भी बढ़ने लगता है. इस मौसम में बॉडी का ठंड से बचाव करने के लिए और इम्यूनिटी को स्ट्रांग करने के लिए लोग तरह-तरह के घरेलू नुस्खों का सेवन करते हैं.सर्दियों के मौसम में लोगों को ठंड और मौसमी बीमारियों से बचने के लिए इन पांच चीजों का सेवन करना चाहिए. मूंगफलीमूंगफली सबसे अधिक ऊर्जा से भरपूर होती है और इसमें विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जो बादाम में पाए जाते हैं. सर्दियों में मूंगफली का सेवन न सिर्फ आपको ऊर्जा देगा बल्कि आपकी गैस और एसिडिटी की समस्या से भी छुटकारा दिलाएगा. गुड़सर्दियों में नियमित रूप से गुड़ का सेवन करना चाहिए. इस मौसम में स्थानीय गुड़ सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. सर्दी के मौसम में गुड़ का सेवन करने से शरीर को सीधे ऊर्जा मिलती है. हरी सब्जियांहरी सब्जियां स्वास्थ्यवर्धक विटामिन, खनिज और फाइबर का एक समृद्ध स्रोत हैं. ठंड के मौसम में खासतौर पर सरसों का साग, मेथी, बथुआ और पालक खाना चाहिए. हरी सब्जियां शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करती है. तिलसर्दियों के दिनों में आप अपनी पसंद के अनुसार तिल से बनी कई चीजों का सेवन कर सकते हैं. लेकिन बीपी और डायबिटीज के मरीजों को तिल का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए. गर्म दूधसर्दियों में गर्म दूध और गर्म पानी का बहुत महत्व है. वैसे तो दूध का सेवन रोजाना करना चाहिए. दूध में ऊर्जा के साथ-साथ प्रोटीन, शर्करा, वसा और विभिन्न विटामिन प्रचुर मात्रा में होते हैं. खबरो के लिए जुड़े रहिए Living India News के साथ 24/7 live
Winter Diet: सर्दियों में सीड्स का सेवन करना काफी फायदेमंद माना जाता है.ये इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के साथ-साथ शरीर को गर्माहट भी पहुंचाते हैं. इनमें प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट्स, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यहां हम कुछ सीड्स (Healthy Seeds For Winter) के बारे में बताने वाले हैं, जिन्हें सर्दी के मौसम में अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए. आइए जानते हैं इसके बारे में. चिया सीड्सचिया सीड्स में कैल्शियम, मैग्नीशियम, और फॉस्फोरस जैसे मिनरल्स होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं. चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो दिल की सेहत के लिए अच्छा है. चिया सीड्स में मौजूद फाइबर, वजन घटाने में मदद करता है और पाचन को दुरुस्त रखता है. कद्दू के बीजकद्दू के बीज भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं क्योंकि इनमें एंटीऑक्सिडेंट्स, हेल्दी फैट और मिनरल्स होते हैं. ये कोशिकाओं को पोषण देते हैं और नुकसान से बचाते हैं. कद्दू के बीजों में मौजूद विटामिन-ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट्स त्वचा को नमी देते हैं और उसे जवान रखने में मदद करते हैं. ये बालों को भी मजबूत बनाते हैं. अलसी के बीजअलसी के बीज ओमेगा 3 फैटी एसिड का बढ़ियो सोर्स होते हैं जो हड्डियों को मजबूत करते हैं और हार्ट के लिए भी फायदेमंद होते हैं. ये आपकी स्किन के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं क्योंकि अलसी में ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन ई होता है जो कोलेजन प्रोडक्शन में मदद करता है और आपकी स्किन को लंबे समय तक जवान रखता है. खबरो के लिए जुड़े रहिए Living India News के साथ 24/7 live ...
Health News: गेहूं का आटा फाइबर, प्रोटीन और विटामिन बी से भरपूर होता है, जो वजन बढ़ाने में मदद करता है. यदि आप एक महीने तक गेहूं का आटा नहीं खाते हैं, तो आपका वजन कम हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको अपने आहार से गेहूं का आटा पूरी तरह से खत्म कर देना चाहिए. पेट और कमर की चर्बी जल्दी कम करने के मकसद से अक्सर लोग गेहूं से दूरी बना लेते हैं.(wheat flour roti) - अगर आप 30 दिनों तक गेहूं के आटे की रोटी का सेवन नहीं करेंगे तो आपकी त्वचा चमक उठेगी. त्वचा के दाग-धब्बों से भी छुटकारा मिल जाएगा. इसके अलावा आपकी त्वचा लंबे समय तक स्वस्थ रहेगी. - आपने कई बार देखा होगा कि जो लोग गेहूं के आटे की रोटियां अधिक खाते हैं उन्हें कब्ज, अपच और गैस जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. दरअसल, इसे पचने में चावल की तुलना में अधिक समय लगता है, जिसके कारण आपको ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. - अगर आप लंबे समय तक गेहूं के आटे से दूर रहेंगे तो आपका पाचन तंत्र जरूर बेहतर होगा. आप रोटी की जगह गेहूं का दलिया खा सकते हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. - एक महीने तक गेहूं का आटा न खाने से भी आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है.इसमें फाइबर होता है जो मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है और तनाव से राहत दिलाने में मदद करता है, हालांकि, आपको आहार विशेषज्ञ की मदद से यह तय करना चाहिए कि कितनी रोटी आपके स्वास्थ्य के लिए सही है. - अगर आप गेहूं के आटे की रोटी नहीं खाना चाहते तो इसके लिए आप मल्टीग्रेन आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है. आप घर पर ही जौ, बाजरा और रागी के आटे से रोटी बना सकते हैं. खबरो के लिए जुड़े रहिए Living India News के साथ 24/7 live ...
Amla Juice Benefits: आंवला पोषक तत्वों का लाजवाब खजाना है. सर्दियों में नियमित रूप से आंवले का जूस पीने से आपको सेहत से जुड़े कई तरह के फायदे मिल सकते हैं.इसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर और कई अन्य जरूरी पोषक (Amla Juice Benefits) तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं. आयुर्वेद के अनुसार आंवला जूस पीने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर हो सकती हैं. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आंवला जूस के फायदों के बारे में जानने के बाद आप भी इसे अपनी डेली डाइट का हिस्सा बना लेंगे. आइए आंवला जूस पीने के कुछ स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से जानें. बूस्ट होगी इम्युनिटीआंवले में विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है जो आपके शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं. ये पोषक तत्व आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं जिससे आप कई तरह की बीमारियों से बचे रह सकते हैं. 30 दिनों तक लगातार आंवले का सेवन करने से आपको इसके फायदे ज्यादा स्पष्ट रूप से देखने को मिलेंगे. कंट्रोल रहेगा ब्लड शुगरआंवला जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण न सिर्फ इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं बल्कि शरीर में होने वाली सूजन को भी कम करते हैं. इसके अलावा, आंवले में मौजूद क्रोमियम शरीर के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाता है. वेट लॉस में मिलेगी मददलगातार 30 दिनों तक सुबह खाली पेट आंवला जूस पीने से न सिर्फ वजन कम करने में मदद मिल सकती है, बल्कि यह आपकी ओवरऑल हेल्थ को भी बेहतर बना सकता है. आंवला में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और आपको लंबे समय तक फुल रखता है, जिससे आपकी भूख कम लगती है. बैड कोलेस्ट्रॉल से छुटकारासुबह खाली पेट आंवले का जूस पीने से हार्ट हेल्थ बेहतर होती है. यह हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है और शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है. सिर्फ इतना ही नहीं, आंवले में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हार्ट अटैक का खतरा भी कम करते हैं. इसलिए आप भी 30 दिनों तक रोजाना इसे पीकर कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल में कर सकते हैं. डाइजेशन रहेगा बेहतरआंवला जूस में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. यह कब्ज, गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार होता है. अगर आप रोजाना 30 दिनों तक खाली पेट आंवला जूस पीते हैं, तो आप पाचन संबंधी कई समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं और अपने डाइजेशन को हेल्दी रख सकते हैं. खबरो के लिए जुड़े रहिए Living India News के साथ 24/7 live ...
Tulsi Leaves Benefits: बदलते मौसम में सर्दी-खांसी जैसी समस्याएं लोगों को काफी परेशान करती हैं. इस मौसम में इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से सर्दी-जुकाम, खांसी और संक्रमण जैसी समस्याएं होने लगती हैं. बहुत से लोगों के साथ यह समस्या देखने को मिलती है कि उनका सर्दी-जुकाम तो ठीक हो जाता है, लेकिन इसके बाद होने वाली होने वाली खांसी उन्हें कई-कई दिनों तक परेशान करती है. खांसी के साथ-साथ उन्हें गले में सूजन, दर्द और बलगम आदि जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है. आपको बता दें कि नीम की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा और सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करते हैं. (Tulsi Leaves Benefits) सर्दी-जुकाम से बचावसर्दियों के मौसम में सर्दी-जुकाम और खांसी जैसी समस्याएं होना बेहद आम है. अगर इस मौसम में आपको भी बार-बार सर्दी-जुकाम हो जाता है, तो रोज सुबह नीम की पत्तियां जरूर चबाएं. नीम की पत्तियां चबाने से सर्दी-जुकाम और अन्य बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव हो सकता है. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएसर्दियों के मौसम में शरीर की इम्यूनिटी कमजोर पड़ जाती है. ऐसे में शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए आप रोज सुबह नीम की पत्तियां चबा सकते हैं. नीम की पत्तियां,प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मददकरती हैं. इससे आप स्वस्थ महसूस करेंगे और बीमारियों से भी बचाव होगा. फोड़े- फुंसियां से बचावसर्दियों में फोड़े-फुंसियां और मुंहासों की समस्याएं होना बेहद सामान्य है.दरअसल, मानसून में बारिश के पानी, अस्वस्थ खान-पान की वजह से त्वचा से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं. अगर आप रोज सुबह नीम की पत्तियां चबाएंगे, तो इससे फोड़े-फुंसियों से बचाव होगा. फंगल इंफेक्शन से बचावसर्दियों में नम...
Curry Leaves benefits: करी पत्ते का इस्तेमाल कई खानों में उनके स्वाद और खुशबू बढ़ाने के लिए किया जाता है. करी पत्ते खाने से शरीर को एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण होते हैं. इसे खाने से इंसुलिन प्रतिरोध को कम करके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है. साथ ही इन पत्तों में फाइबर, कैल्शियम और फास्फोरस की उच्च मात्रा पाई जाती है.(Curry Leaves benefits) औषधीय गुणों से भरपूर करी पत्ते में जहां लैक्सटिव गुण पाए जाते हैं. वहीं ये डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी कारगर साबित होते हैं. अगर आप भी शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए किसी दवा की तलाश में हैं तो ये फायदेमंद पत्ते कारगर साबित हो सकते हैं. आइए जानते हैं करी पत्ते क्यों हैं खास और कैसे ये डायबिटीज को कंट्रोल करने में कारगर साबित होते हैं. करी पत्ते का सेवन करने के फायदेमंकरी पत्ते (Curry Leaves benefits) की मदद से शरीर में इंसुलिन का स्राव बढ़ने लगता है. इसमें मौजूद हाइपोग्लाइसेमिक गुण और फाइबर की उच्च मात्रा कार्ब्स के टूटने को धीमा कर देती है. इससे शुगर स्पाइक्स को रोका जा सकता है. करी पत्ते के फायदे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: करी पत्ते का सेवन करने से शरीर को कैल्शियम और आयरन के साथ एंटीऑक्सीडेंट भी मिलते हैं. इसमें मौजूद फ्लेवोनॉयड्स फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करके मौसमी संक्रमण के प्रभाव से शरीर को बचाने में मदद करते हैं. इससे शरीर में कैंसर और हृदय रोग का खतरा कम होता है. पाचन क्रिया को बढ़ावा देता है: इसे डाइट में शामिल करने से पाचन एंजाइम्स का स्राव बढ़ता है. इससे शरीर में सूजन, अपच और सूजन को कम किया जा सकता है. पोषक तत्वों से भरपूर यह सुपरफूड मल त्याग को नियमित रखने में मदद करता है. बालों के झड़ने से मुक्ति: इसमें जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें मौजूद मल्टीविटामिन और प्रोटीन की मात्रा बालों को पोषण प्रदान करती है। इससे बालों का झड़ना रोका जा सकता है. इसके अलावा स्कैल्प पर रूखापन भी कम होने लगता है. करी पत्ते से तैयार हेयर मास्क बालों को पोषण प्रदान करता है. हृदय रोगों के खतरे को कम करें: करी पत्ते में बायोएक्टिव यौगिक पाए जाते हैं, जो हृदय रोगों से बचाते ह...
Raw garlic benefits: आज अधिकांश लोग यूरिक एसिड और हाई कोलेस्ट्रॉल से जूझ रहे हैं. ऐसे में यूरिक एसिड और हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए लोग दवाईयों का सेवन भी करते हैं. मगर कई बार उन्हें ज्यादा और लगातार दवाईयों को खाने से अन्य समस्याएं भी हो जाती हैं. (Raw garlic benefits) लहसुन एक ऐसी वस्तु है जो आसानी से हर घर में मिल जाती है, वैसे तो लहसुन किसी भी खाने में स्वाद बढ़ाने में काफी मदद करताहै, लेकिन आयुर्वेद में इसका एक महत्वपूर्ण स्थान है. ऐसा इसलिए क्योंकि कच्चा लहसुन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. ऐसे में यूरिक एसिड और हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए लोग दवाईयों का सेवन भी करते हैं. मगर कई बार उन्हें ज्यादा और लगातार दवाईयों को खाने से अन्य समस्याएं भी हो जाती हैं. लहसुन मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक और सेलेनियम के अलावा विटामिन सी, विटामिन ए और विटामिन बी से भरपूर होता है. चूंकि, ये यूरिक एसिड और हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है तो ये जानना भी बहुत जरूरी है कि इसका सेवन कब और कैसे करना चाहिए. मगर साथ में हम ये भी जानेंगे कि कच्चा लहसुन खाने के और क्या फायदे होते हैं. कच्चा लहसुन खाने के फायदेकच्चा लहसुन शरीर में एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है. जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, लहसुन धमनियों से खराब कोलेस्ट्रॉल को छानकर पेशाब के रास्ते बाहर निकाल देता है. लहसुन में इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो जोड़ों की सूजन को कम करते हैं और असहनीय जोड़ों के दर्द से राहत दिलाते हैं. इसमें मौजूद एलिसिन साल्ट यौगिक यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में कारगर है. इसमें विटामिन सी और बी6, मैंगनीज और सेलेनियम भरपूर मात्रा में होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करते हैं. इसके नियमित सेवन से सर्दी-जुकाम और फ्लू कम होता है. लहसुन की तासीर गर्म होती है. इसलिए सर्दियों में इसका सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है. इसमें एलिसिन नामक यौगिक होता है, जो इसके स्वास्थ्य लाभों के लिए जिम्मेदार है .की गर्म तासीर से रक्त प्रवाह बढ़ता है. कब और कितना खाना चाहिए कच्चा लहसुन?कच्चे लहसुन को खाने का सही समय सुबह है. आप इसे अगर खाली पेट सुबह-सुबह खायेंगे तो ये आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होगा. ऐसे में रोजाना सुबह 2 लहसुन की कलियों को खाया जा सकता है. बस आपको रात को सोने से पहले 2 लहसुन की कलियों को पानी में भिगो देना है और सुबह खाली पेट इसे खाना है. लेकिन आपको कोई एलर्जी है या आप कोई दवा ले रहे हैं तो पहले डॉक्टर से बात कर लीजिये और फिर कच्चे लहसुन का सेवन करिए. खबरो के लिए जुड़े रहिए Living India News के साथ 24/7 live ...
Pomegranate juice benefits: स्वस्थ रहने के लिए शरीर में खून की सही मात्रा का होना बहुत जरूरी है.लशरीर में खून कम होने पर कमजोरी, चक्कर आना, नींद न आना, थकान के साथ-साथ कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. बच्चों में खून की कमी होने पर उनका मानसिक और शारीरिक विकास ठीक से नहीं हो पाता है. अनार आयरन, कैल्शियम, सोडियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन से भरपूर होता है. अनार खाने से सेहत को अनगिनत फायदे मिलते हैं. लेकिन ज्यादातर लोग सिर्फ यही जानते हैं कि अनार खाने से शरीर में खून की कमी दूर होती है और व्यक्ति के शरीर में एनर्जी लेवल अच्छा बना रहता है. आइए जानते हैं शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए आहार में किन चीजों का सेवन करना चाहिए: (Pomegranate juice benefits) भूख को कंट्रोल करने में सहायक अनार में मौजूद 50 प्रतिशत से ज्यादा पानी शरीर को भीतर से हाइड्रेट रखने के साथ भूख को भी कंट्रोल रखने में मदद करता है. जो लोग खाना खाने के बाद जंक फूड खाना पसंद करते हैं, जिससे वजन बढ़ने लगता है, वो नियमित तौर पर अनार का सेवन कर सकते हैं. मेटाबॉलिज्म बूस्टर अनार एंटीऑक्सिडेंट, पॉलीफेनोल्स और कॉन्जुगेटेड लिनोलेनिक एसिड जैसे यौगिकों से भरपूर होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म बूस्ट करके फैट बर्न की प्रकिया को तेज करते हैं. एनर्जी बूस्टर अनार में पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो एनर्जी लेवल को बूस्ट करने का काम करते हैं. ऐसे में जो लोग थोड़ा काम करके जल्दी थक जाते हैं या फिर एक्सरसाइज के दौरान उनकी सांस फूलने लगती है, उन्हें नियमित तौर पर अनार खाने की सलाह दी जाती है. खबरो के लिए जुड़े रहिए Living India News के साथ 24/7 live ...
Methi Prantha in Winters: सर्दी के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों के ढेर सारे ऑप्शन्स बाजार में मौजूद होते हैं. वैसे तो बच्चों को हरी पत्तेदार सब्जियां खाना बिल्कुल पसंद नहीं होता लेकिन अगर आप इनसे कोई स्वादिष्ट डिश बना दें, तो बच्चे-बड़े सब चाव से खा लेते हैं. (Green leafy Vegetables) सर्दियों की एक बेहद पौष्टिक साग है मेथी (Methi) और इस मेथी से आप कई तरह के व्यंजन बना सकते हैं.(Methi Prantha in Winters) मेथी के पत्ते ढेरों पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. इस मौसम में लोग मेथी के पराठे खाना खूब पसंद करते हैं. मेथी के ये पराठे न ही सिर्फ पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, बल्कि खाने में भी बेहद स्वादिष्ट होते हैं. आप अचार, चटनी या चाय के साथ भी इसका मजा ले सकते हैं. आइए मेथी के पराठे बनाने की रेसिपी आपको बताते हैं.(Methi Prantha in benefits) पेट की समस्याओं को रखे दूरमेथी के पराठों को आप ब्रेकफास्ट या लंच किसी भी समय खा सकते हैं. ये पराठे पेट के लिए बेहद हल्के होते है जिनसे इ...
Desi Ghee Massage Benefits in Winter: सर्दियों में घी का सेवन आपके पाचन को दुरुस्त रखता है. इसके अलावा यह त्वचा के लिए लाभकारी है. इतना ही नहीं सर्दियों में बहुत से लोग देसी घी से शरीर की मालिश करते हैं. इसके गजब के फायदे (Desi Ghee Massage Benefits) हैं. इससे स्किन सॉफ्ट और चमकदार बनती है. देसी घी शरीर की कई समस्याओं को आसानी से दूर कर सकता है. इससे एलर्जी और इंफेक्शन भी दूर होता है. आइए जानते हैं शरीर पर देसी घी से मालिश करने के फायदे... दूर होती है आंखों की थकानदेसी घी से मालिश करने से आंखों की सेहत अच्छी होती है. रात...
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Benefits of Ajwain in winters: सर्दियों में रोजाना खाएं अजवाइन; इन खतरनाक बीमारियों से होगा बचाव
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