Homemade Mask For Sun Spots: गर्मी के मौसम में सूर्य की तेज किरणे त्वचा को इफेक्ट करती हैं. सन टैनिंग से बचाव के लिए बाजार में कई प्रोडक्ट उपलब्ध हैं, लेकिन घरेलू उपचार न केवल प्राकृतिक होते हैं बल्कि ये आपकी त्वचा के लिए सुरक्षित भी होते हैं. अगर आप भी गर्मियों के लिए अपनी स्किन को तैयार करना चाहते हैं और सन टैनिंग से बचना चाहते हैं, तो हम कुछ ऐसे घर पर बनाए जाने वाले मास्क के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपका सन टैनिंग से बचाव में कारगर होंगे. नींबू और शहद का मास्क (Lemon & Honey Face Mask) नींबू में ब्लीचिंग गुण होते हैं जो त्वचा के रंग को हल्का करते हैं और शहद नमी प्रदान करता है. एक चमच शहद में कुछ बूंदें नींबू का रस मिलाएं. इस मिश्रण को अपने टैनिंग वाले हिस्से पर लगाएं. लगभग 20 मिनट के लिए रखें और फिर धो लें. एलोवेरा और चंदन का मास्क (Alovera & Chandan Face Mask) चंदन में जिद्दी टैन लाइनों को हटाने, बनावट को चिकना करने और आपकी त्वचा की टोन को उज्ज्वल करने के लिए कई गुण पाए जाते हैं. शीतलन और सुखदायक क्षमताओं से भरपूर, चेहरे के लिए खीरे का उपयोग सनबर्न का इलाज करने और मृत त्वचा कोशिका परतों को ठीक करने में मदद करता है. इसे गुलाब जल के साथ मिलाकर लगाने से यह आपकी त्वचा की रंगत निखारने में कारगर साबित होता है. हल्दी और दही का मास्क(Turmeric & Curd ...
Egg Kabab Recpie: भारत भर में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों में कबाब की व्यापक विविधता है. एग कबाब एक पॉपुलर स्नैक रेसिपी है जिसे हार्ड बॉयल एग, बेसन, कुछ तीखे मसाले और मिर्च पाउडर, चाट मसाला, अदरक और लहसुन के पेस्ट जैसे मसालों से बनाया जाता है. घर में अचानक मेहमान आ जाएं और आपके पास कुछ ऐक्स्ट्रा खाना तैयार करने के लिए ज्यादा समय न हो तो आप इसे तुरंत भी बना सकते हैं. इन अंडा कबाब को पार्टियों में स्टार्टर के रूप में भी परोसा जा सकता है. इसके अलावा यह बर्थडे पार्टीज और किटी पार्टीज के लिए भी बिल्कुल उपयुक्त हैं. इस अद्भुत अंडा कबाब रेसिपी को आज़माएँ और अपने परिवार और दोस्तों को प्रभावित करें. इस डिश को अपनी पसंद के डिप या सलाद के साथ मिलाएं और आनंद लें! यह ड्रिंक और शर्बत के साथ खाने में भी काफी अच्छा लगता है. अंडा कबाब के लिए इंग्रीडिएंट (Egg Kabab Recpie)6 अंडा, 1 मुट्ठी बारीक कटी हरा धनिया, 1 चम्मच गरम मसाला पाउडर,1 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर ,1/2 कप पानी नमक आवश्यकतानुसार, 150 ग्राम बेसन, 1 बारीक कटा प्याज, 1 चम्मच पिसी हुई काली मिर्च, 1 कप ब्रेडक्रम्ब्स, 1 1/2 कप रिफाइंड तेल कैसे बनाएं अंडा कबाब ?(Egg Kabab Recpie)Step1:सबसे पहले अंडे को एक चुटकी नमक के साथ उबालें. जब अंडे उबल जाएं तो उनके छिलके हटा दें और उबले हुए अंडों को एक बड़े कटोरे में कद्दूकस कर लें. फिर इसमें ब्रेड क्रम्ब्स और तेल को छोड़कर बाकी सभी सामग्री डालें. सभी सामग्रियों को अपने हाथों से अच्छी तरह मिला लें. मिश्रण में एक बार में 1-2 बड़े चम्मच ही पानी डालें। आवश्यकता से अधिक पानी न डालें. सुनिश्चित करें कि मिश्रण की कंसिस्टेंसी चिपचिपी हो और पानी जैसी न हो. ब्रेड के टुकड़ों को कोटिंग के लिए अलग रख दें. Step2: मिश्रण को हाथ से अच्छी तरह गूथ लीजिये ताकि इसका टेक्सचर स्मूथ हो जाये. अपने स्वाद के अनुसार मसालों को बैलेंस करें और मिश्रण को छोटे-छोटे कबाब का आकार दें. प्रत्येक कबाब को ब्रेडक्रंब में डुबोकर अच्छी तरह से कोट कर लें. Step 3: एक गहरे तले वाले पैन में तेल गर्म करें और कबाब को दोनों तरफ से सुनहरा होने तक पकाएं. आंच धीमी रखें नहीं तो अंडे के कबाब में मसाला जल जाएगा. अंडे के कबाब को अब्सॉर्बेंट पेपर पर निकाल लें. Step 4: प्याज के छल्लों और किसी भी तीखी चटनी के साथ गरमागरम परोसें. आप इस डिश को बच्चों के लंच बॉक्स के लिए भी तैयार कर सकती हैं....
Good Sunglasses Tips: गर्मियों में लोग तेज धूप और धूल से बचने के लिए हम तरह तरह की चीजों का इस्तेमाल करते हैं. इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण चीज है सनग्लास. जो हमारी आंखों और आसपास की स्किन को यूवी किरणों से प्रोटेक्ट करने का काम करता है. मार्केट में आजकल कई तरह के सनग्लास उपलब्ध हैं. समय के साथ-साथ यह एक फैशन स्टेटमेंट के तौर पर बनकर उभरा है. कई लोग मार्केट में कोई भी गहरे रंग का सनग्लास खरीद लेते हैं लेकिन ऐसा करने से बचना चाहिए.अगर आप नया सनग्लास खरीदने वाले हैं तो कुछ टिप्स को जरूर फॉलो करें. इनकी मदद से आप बेहतर सनग्लास खरीद सकेंगे और खरीदने के बाद किसी तरह का पछतावा भी नहीं होगा. पोलाराइज लेंस पहनने से बचे पोलाराइज लेंस सिर्फ चमक को कम करते है. वे यूवी प्रोटेक्शन नहीं देते हैं. इसलिए यह बिल्कुल न सोचे हैं पोलाराइज लेंस से आप यूवी किरणों से बचे सकते हैं. इसके लिए आप मार्केट से यूवी प्रोटेक्शन वाले पोलाराइज लेंस वाले सनग्लास ले सकते हैं. 100 प्रतिशत यूवी ब्लॉक वाले सनग्लास खरीदें धूप का चश्मा खरीदते समय, उसके लेवल पर यह जरूर देखें कि वह 100 प्रतिशत यीवी किरणों को रोकता है और उनसे सुरक्षा प्रदान करता है. कुछ सनग्लास पर 400 NM तक यूवी ब्लॉकिंग करने का दावा किया जाता है, ...
Heat Stroke in Summers: देशभर में गर्मी अपने पूरे चरण पर आ चुकी है. पंजाब में भी गर्मी का प्रकोप तेज होता जा रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा, जिससे गर्मी बढ़ेगी, लेकिन 9 मई से तीन दिनों तक पंजाब में कुछ जगहों पर बारिश की संभावना है. इससे पारे में गिरावट से गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है.(Heat Stroke in Summers) हालांकि, पंजाब में रविवार को अधिकतम तापमान में 0.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। फिलहाल यह सामान्य के करीब है. सबसे अधिक तापमान समराला में 40.9 डिग्री दर्ज किया गया. अमृतसर समेत पटियाला और लुधियाना का अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर पहुंच गया है.वही पठानकोट का न्यूनतम तापमान 17.9 डिग्री रहा. जबकि अमृतसर में 20.0, पटियाला में 23.6, पठानकोट में 20.0, बठिंडा में 22.6, गुरदासपुर में 22.0, बरनाला में 25.5, फरीदकोट में 24.3, फिरोजपुर में 22.7, जालंधर में 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. गर्मी से बचाव के लिए विभाग ने जारी की एडवाइजरीमौसम विभाग द्वारा आने वाले दिनों में तापमान में बढ़ोतरी के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, लुधियाना ने लोगों को लू से बचाने के लिए एडवाइजरी जारी की है. उन्होंने कहा कि इन दिनों गर्मी तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में नवजात शिशुओं, छोटे बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को 'लू' से बचने के लिए विशेष ध्यान रखना चाहिए. गर्मी से कैसे करें बचाव ?- अपने सिर को सीधी धूप से ढकने के लिए छाता, टोपी, तौलिया, पगड़ी या स्कार्फ का प्रयोग करें.- धूप में काम करने वाले लोगों को अपने शरीर का तापमान सही रखने के लिए छाया में आराम करना चाहिए या सिर पर गीला कपड़ा रखना चाहिए.- धूप में बाहर जाते समय हमेशा अपने साथ पानी रखें.- तरबूज, संतरा, अंगूर, खीरा और टमाटर जैसे मौसमी फल और सब्जियां खाएं क्योंकि इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है.- नींबू पानी, लस्सी, नारियल पानी जैसे घरेलू पेय पदार्थों का उपयोग और सेवन बढ़ाए.- यदि व्यायाम कर रहे हैं, तो धीरे-धीरे शुरू करें और इसे कुछ दिनों तक बढ़ाएं जब तक कि शरीर अंततः बढ़े हुए तापमान के अनुरूप न हो जाए....
World Asthma Day 2024: इस साल विश्व अस्थमा दिवस 7 मई को दुनिया भर में मनाया जा रहा है. हर साल ये (World Asthma Day 2024) मई के पहले मंगलवार को मनाया जाता है. इस दिन की शुरुआत 1993 में ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर अस्थमा के नेतृत्व में स्वास्थ्य देखभाल संगठनों द्वारा विश्व स्तर पर अस्थमा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी. अस्थमा क्या है?अस्थमा फेफड़ों से संबंधित एक बीमारी है.दुनियाभर में करीब 24 करोड़ लोग अस्थमा से पीडित हैं। वहीं भारत की बात की जाए तो करीब 2 करोड़ लोग इस बीमारी के शिकार हैं. इस रोग में श्वसन तंत्र में सूजन के कारण सांस लेने में कठिनाई होती है. आमतौर पर जब हम सांस लेते हैं तो ऑक्सीजन मुंह या नाक के जरिए फेफड़ों तक पहुंचती है. फेफड़ों में छोटे वायुमार्ग इस ऑक्सीजन को रक्तप्रवाह में पहुंचाते हैं, लेकिन अस्थमा के रोगियों में, वायुमार्ग की परत सूज जाती है और बलगम से भर जाती है, जिससे उनके लिए सांस लेना मुश्किल हो जाता है. इतना ही नहीं कभी-कभी हवा की मात्रा भी कम हो जाती है. अस्थमा के कारणबढ़ता प्रदूषण अस्थमा का सबसे बड़ा कारण है. धूल और धुएं के कारण बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं. इसके साथ ही सर्दी, फ्लू और मौसम में बदलाव भी इसका कारण बनता है.यह परागकणों और अन्य चीजों से होने वाली एलर्जी के कारण भी हो सकता है.कई बार इसका कारण अनुवांशिक होता है यानी अगर परिवार में किसी को यह बीमारी है तो इसके होने का खतरा ज्यादा हो सकता है. देश में ऐसे कई लोग हैं जिन्हें फेफड़ों की इस बीमारी से पीड़ित होने पर सांस लेने में परेशानी होती है.अस्थमा जैसी गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने और इसे जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से दुनिया भर में यह दिन मनाया जाता है. इसका उद्देश्य दुनिया भर में अस्थमा शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में सुधार करना भी है. अस्थमा के मरीज करें ये प्राणायामगौमुखासन: इस आसन को करने से अस्थमा के मरीजों को आराम मिलता है. इससे आपकी मांसपेशियों में खिंचाव आता है जिसके साथ ही आपके फेफड़े हेल्दी रहते हैं. भस्त्रिका: इस प्राणायाम को करने से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक ढंग से होता है जिससे अस्थमा और डायबिटीज के साथ-साथ कई बीमारियों से भी निजात मिल जाएगा. भुजंगासन: भुजंगासन भी अस्थमा के मरीजों के लिए बेहद लाभकारी है. इस आसन को करने से फेफड़ों में खिंचाव आता है. साथ ही फेफड़ों में ऑक्सीजन पहुंचती है. मकरासन: मकरासन फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाने में बेहद कारागार है. इस आसन से कमर और घुटनों के दर्द में आराम मिलता है. साथ ही ब्लड प्रेशर और वजन कम करने में भी यह आसान कारगर है. सूर्य नमस्कार: सूर्य नमस्कार करने से सिर्फ अस्थमा ही कंट्रोल नहीं होता है बल्कि आपकी पूरी बॉडी फिट रहती है....
Walnut Benefits: अखरोट सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी काफी(Walnut benefits for Skin) फायदेमंद होता है. इससे आप घर पर ही स्क्रब बना सकते हैं.यह आपके चेहरे को चमकदार बनाने में मदद करता है. सही स्किन केयर रूटीन फॉलो कर आप न सिर्फ चेहरे की चमक को बरकरार रख सकते हैं, बल्कि बढ़ती उम्र के असर को भी थाम सकते हैं. जो सबसे बेसिक रूल से है चेहरे की साफ-सफाई का, वो है एक्सफोलिएशन यानी हफ्ते में एक से दो बार चेहरे की स्क्रबिंग. इससे चेहरे पर जमी धूल, गंदगी की गहराई से सफाई हो जाती है. नेचुरल चीज़ों से बना स्क्रब बहुत फायदेमंद होता है और इससे साइड इफेक्ट्स की भी संभावना कम होती है, तो आज हम आपको बताएंगे अखरोट से स्क्रब बनाने का तरीका. अखरोट और शहद से तैयार करें स्क्रब इसके लिए अखरोट को रातभर के लिए दूध में भिगोकर छोड़ दें. सुबह इसे पीसकर पेस्ट तैयाय कर लें. इस पेस्ट में एक चम्मच के बराबर शहद मिलाएं और दोनों चीज़ों को अच्छी तरह से फेंटे जिससे ये एक-दूसरे में एब्जॉर्ब हो जाएं. अब इससे चेहरे और गर्दन की मसाज करें. थोड़ी देर पर चेहरा धो लें. देखें कैसे चमक उठेगा चेहरा. अखरोट और दही का स्क्रब स्किन में चमक लाने के लिए उसे हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है, तो अखरोट से बना ये स्क्रब हाइड्रेट रखने के लिए बेस्ट है.इसके लिए अखरोट को सूखा ही पीसकर पाउडर बना लें. फिर इसमें दही डालकर पेस्ट तैयार करें. चेहरे, हाथ-पैर व गर्दन हर जगह इस्तेमाल कर सकते हैं. असमान रंगत की समस्या भी दूर करता है ये स्क्रब. अखरोट और पपीते का स्क्रब त्वचा की कसावट और चमक को बरकरार रखने में ये स्क्रब बेहद असरदार है. इसके लिए भी अखरोट को पहले पानी में भिगोकर रखना है, फिर इसे पपीते के साथ मिक्सी में पीस लेना है. अब इस स्क्रब से हल्के हाथों से चेहरे की मसाज करनी है. इसके फायदे को बढ़ाने के लिए इसमें चुटकी भर हल्दी भी मिला सकते हैं. दाग...
Good Sleep Tips: रात की अच्छी नींद सेहत के लिए जरूरी है. नींद की कमी से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. नींद की कमी से तनाव हार्मोन बढ़ते हैं, मानसिक तनाव बढ़ता है, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं. नींद की कमी का कारण पूरी नींद ना लेना और आमतौर पर समय पर ना सोना होता है. इसलिए जरूरी है कि आप हर दिन कम से कम 7-9 घंटे सोएं. हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको बिस्तर पर जाने से पहले खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ये आपके नींद के चक्र को बाधित कर सकती हैं.(Good Sleep Tips) बहुत मसालेदार खानारात को सोने से पहले ज्यादा मसालेदार खाना खाने से नींद आने में दिक्कत हो सकती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि बहुत अधिक मिर्च या मसालेदार भोजन खाने से एसिड रिफ्लक्स और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. ये समस्याएं अनिद्रा का कारण बन सकती हैं। इसलिए सोने से पहले कम मसालेदार खाना खाएं. आइसक्रीमगर्मी के मौसम में अक्सर लोग रात के खाने के बाद आइसक्रीम खाते हैं, लेकिन इसकी वजह से आपको रात में नींद नहीं आती है. आइसक्रीम में बहुत अधिक मात्रा में चीनी होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसलिए इसकी वजह से सोने में दिक्कत हो सकती है. पनीरपनीर बहुत स्वास्थ्यवर्धक होता है लेकिन यह आपके लिए रात में सोना मुश्किल कर सकता है. दरअसल, पनीर में मौजूद अमीनो एसिड आपके दिमाग को लंबे समय तक अलर्ट रखता है। इससे आपको जल्दी नींद नहीं आती है. मीठे खाद्य पदार्थबहुत अधिक चीनी आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है. यह आपके नींद के चक्र को बाधित कर सकता है. अधिक चीनी वाले खाद्य पदार्थों में कैलोरी अधिक होती है, जिससे आपके लिए सो पाना मुश्किल हो सकता है.इसलिए रात को सोने से पहले चीनी युक्त अनाज, बिस्किट आदि न खाएं.
Alcohol Side Effects in Women: आज महिलाएं और पुरुष दोनों बहुत शौक से शराब पीते है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार एल्कोहल का सेवन करना किसी भी व्यक्ति के लिए फायदेमंद नहीं होता है. एल्कोहल की एक बूंद भी सेहत के लिए खतरे पैदा कर सकती है. अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी (ACC) की एक स्टडी में पता चला है कि रोजाना शराब पीने वाली महिलाओं को अन्य की तुलना में हार्ट डिजीज का खतरा कई गुना ज्यादा होता है.(Alcohol Side Effects in Women) 'अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी' की रिसर्च का उद्देश्य शराब के सेवन और कोरोनरी हार्ट डिसीज के बीच संबंधों का पता करना था.रिसर्चर्स ने 18 से 65 वर्ष की आयु के 4.32 लाख से अधिक लोगों के डेटा का उपयोग किया और उसका विश्लेषण किया. रिसर्च के अनुसार, उन व्यक्तियों में लगभग 2.43 लाख पुरुष और 1.89 लाख महिलाएं थीं और उनकी औसत उम्र 44 वर्ष थी. रिसर्च में 2014 और 2015 के दौरान उनकी जांच की गई. वे लोग कम, मध्यम या अधिक मात्रा में ड्रिंक करते थे. इसके बाद फिर 4 साल बाद उनका डाटा कलेक्ट किया गया. कितनी लिमिट है सुरक्षित? रिसर्च में शराब का कम सेवन स्तर पुरुषों और ...
Strong and Healthy Bones Tips: हड्डियों का मजबूत होना बेहद जरूरी है. हड्डियों को मजबूत (Strong and Healthy Bones Tips) बनाने के लिए संतुलित आहार लेना चाहिए जिसमें कैल्शियम, विटामिन डी, मैग्नीशियम और समेत कई ...
Child Beer in Summers: गर्मियों में अधिकांश लोग ठंडी बियर पीना पसंद करते हैं.क्योंकि ठंडी बियर का स्वाद ज्यादा बेहतर होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ठंडी बियर का स्वाद ज्यादा बेहतर क्यों होता है. वैज्ञानिकों ने अपने रिसर्च में इसके पीछे की वजह बताई है. वैज्ञानिकों के अनुसार ठंडी बियर का स्वाद ज्यादा बेहतर होता है. शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक शोध में पानी में इथेनॉल की विभिन्न सांद्रता वाले समाधानों के 'संपर्क कोण' को सावधानीपूर्वक मापा गया था. इस दौरान शोधकर्ताओं को पता चला कि इथेनॉल अल्कोहल का प्राथमिक रूप अलग-अलग तापमान के अधीन होने पर दिलचस्प व्यवहार करता है. रिसर्च में सामने आया कि कम अल्कोहल सांद्रता पर इथेनॉल ने पानी के अणुओं के चारों ओर पिरामिड के आकार की संरचना अपनाई थी. हालांकि जैसे-जैसे अल्कोहल की मात्रा बढ़ती गई, इथेनॉल अणु एक श्रृंखला के समान एक सिरे से दूसरे सिरे तक संरेखित हो गए थे. लेकिन इस दौरान तापमान ने इन संरचनाओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रिसर्च से क्या पता चला ?इस रिसर्च के माध्यम से पता चला कि बीयर के शौकीन अक्सर रेफ्रिजरेटेड ब्रूज़ में इथेनॉल जैसा मजबूत स्वाद क्यों महसूस करते हैं. वैज्ञानिक लेई जियांग ने बताया कि यही कारण है कि हम ठंडी बीयर पीते हैं. इसके अलावा ये रिसर्च अल्कोहल की मात्रा और स्वाद की धारणा के बीच संबंध पर प्रकाश डालता है. 5% से 11% तक अल्कोहल सांद्रता वाले पेय पदार्थों को 41°F (5°C) बीयर पीने के अच्छा तापमान माना जाता है. वहीं हल्की बियर में आमतौर पर चार प्रतिशत से पांच प्रतिशत अल्कोहल होता है, जबकि नियमित और क्राफ्ट बियर में अल्कोहल की मात्रा पांच प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक होती है. शोध के मुताबिक जब तापमान गिरता है, तो संरचना अधिक सघन हो जाती है, यही कारण है कि ठंडी बियर का स्वाद अधिक उत्तेजक होता है. इससे पहले बीयर पर हुए एक और शोध में यह जानकारी सामने आई थी कि जलवायु परिवर्तन का असर बीयर पर भी पड़ने वाला है. साइंटिफिक जर्नल नेचर कम्यूनिकेशन्स में प्रकाशित एक शोध में कहा गया था कि ...
Covishield Vaccine News: कोवीशील्ड बनाने वाली लंदन स्थित कंपनी एस्ट्राजेनेका के बयान के बाद भारत में लगातार चर्चा चल रही है कि कोवीशील्ड वैक्सीन लेने वालों को खतरा है. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है. कोवीशील्ड वैक्सीन को लेकर विशाल तिवारी नाम के शख्स ने यह याचिका दायर की है. जबकि वैज्ञानिकों का मानना है कि जो लोग कोविड वैक्सीन कोविशील्ड लेते हैं वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. देशभर में कोवीशील्ड को लेकर चल रही चर्चा के बीच पीजीआई में कोविशील्ड के ट्रायल की प्रमुख अन्वेषक रही सामुदायिक चिकित्सा विभाग की प्रोफेसर मधु गुप्ता जो कोविड के दौरान पीजीआई में टीकाकरण का नेतृत्व कर रही थीं,ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कोविड-19 वैक्सीन के फायदे और नुकसान दोनों हैं, हमें इसके फायदे और नुकसान पर विचार करना चाहिए . इसके अलावा वैक्सीन निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका ने पहले ही इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट के बारे में जानकारी साझा की थी. कि यह टीका टीटीएस का कारण बन सकता है. कुछ हफ़्तों तक ही प्रभाव उत्पन्न होता हैडॉ. मधु गुप्ता गुप्ता ने कहा, "वैक्सीन से संबंधित दुष्प्रभाव आमतौर पर प्रशासन के कुछ हफ्तों (1-6 सप्ताह) के भीतर होते हैं. इसलिए भारत में जिन लोगों को दो साल पहले टीका मिला था, उन्हें चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है." जब लोगों को यह वैक्सीन दी गई तो लगभग मामूली मामलों में इसके दुष्प्रभाव दिखे और वे सामान्य इलाज से ठीक भी हो गए. उन्होंने स्पष्ट किया कि टीकाकरण के ढाई साल बाद दुष्प्रभाव का कोई खतरा नहीं है और इससे अनावश्यक रूप से डरने की जरूरत नहीं है. प्रमुख कारण: जीवनशैली में बदलावडॉ. मधु का कहना है कि पिछले कुछ सालों में लोगों की आम जिंदगी में काफी बदलाव आए हैं. लोगों की खान-पान की आदतें काफी बदल गई हैं. जिसके कारण आम लोगों को बीमारियां तेजी से घेर रही हैं. स्वस्थ जीवन जीने के लिए हमें अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना होगा. इसके साथ ही इन बीमारियों से बचने के लिए जंक फूड से भी परहेज करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोविशील्ड के प्रभावों के बारे में चेतावनी पहले ही दे दी गई थी, यह देखते हुए कि "अधिकांश घटनाएं टीकाकरण के पहले 21 दिनों के भीतर हुईं और कुछ घटनाओं के परिणामस्वरूप मृत्यु हो सकती है।" हालाँकि, 2024 तक ऐसा कोई ख़तरा नहीं है.
Spinach and Patato Soup Recpie: हर भारतीय रसोई में पालक और आलू की सब्जी मुख्य रूप से बनती हैं, लेकिन आज हम आपको पालक और आलू से तैयार होने वाले एक हेल्दी और टेस्टी सूप की रेसिपी सिखाएंगे, जिसका स्वाद अगर आपने एक बार चख लिया, तो बार-बार इसे बनाने का जी करेगा. हेल्दी मील से लेकर किसी बीमारी तक में पीने के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है. इसे बनाने के लिए नमक, काली मिर्च, थोड़ी सी क्रीम और थोड़ी सी जायफल का इस्तेमाल किया जाता है. इसकी मदद से यह स्वादिष्ट सूप तैयार हो जाता है और और यह जल्दी तैयार होने वाली डिश है, जिसे आप छोटी भूख लगने पर भी झटपट तैयार कर सकते हैं. आइये जानते हैं इसकी रेसिपी. पालक और आलू सूप के लिए इंग्रीडिएंट100 ग्राम आलू (कटे हुए), छिले हुए, 30 ग्राम लीक, कटा हुआ, 50 ग्राम मक्खन, 20 मिली जैतून का तेल, 300 मिली फुल क्रीम दूध, 60 मिली क्रीम, 150 ग्राम पालक (साफ़ किया हुआ), कटा हुआ, 8 लहसुन की कलियां, कटी हुई, 60 ग्राम प्याज, कटा हुआ, 1 चम्मच अजवायन, कटा हुआ, एक चुटकी जायफलनमक का स्वाद चखने के लिए, स्वादानुसार सफेद मिर्च पाउडर पालक और आलू का सूप कैसे बनायें?- एक बड़े पैन में तेल गरम करें. इसमें कटा हुआ प्याज, अजवायन, लहसुन डालें और कुछ मिनट तक भूनें.- कटे हुए आलू डालें, धीरे से टॉस करें और थोड़ा नमक छिड़कें.- करीब 5 मिनट बाद दूध डालें और धीमी आंच पर करीब 20 मिनट तक पकाएं. या जब तक आलू पक न जाएं और नरम न हो जाएं.- अब, आलू को एक स्मूथ सूप कंसिस्टेंसी में ब्लेंड करें.- मसाले की जांच करें और स्वाद के लिए क्रीम और जायफल से समाप्त करें.- पालक को नरम मक्खन में डालें और मसाले की जांच करें. तैयार आलू सूप में पालक मिलाएं और गरमागरम परोसें....
Chicken Tikka Recpie: नॉनवेज खाने का शौक रखने वालों को चिकन रेसिपीज काफी पसंद आती हैं. चिकन से अलग-अलग तरह के लजीज व्यंजन बनते हैं.जिस में से चिकन टिक्का भारतीयों का पसंदीदा नॉन-वेजिटेरियन डिश है. चिकन टिक्का एक लोकप्रिय स्नैक है, जिसे तंदूर में पकाया जाता है. वहीं, अब बदलते जमाने के साथ इसे पकाने के तरीके में भी बदलाव आ गया है. कुछ लोग अब इस डिश को एयर फ्रायर में बनाना पसंद करने लगे हैं. तो आइये जानते हैं कि आप इस डिश को एयर फ्रायर में कैसे बना सकते हैं.(Air fryer Chicken tikka Recpie) एयर फ्रायर चिकन टिक्का बनाने की रेसिपी 350 ग्राम बोनलेस चिकन, 1 प्याज, टुक ड़ों में कटा हुआ, 1 शिमला मिर्च, टुकड़ों में कटी हुई, 1/2 कप दही, 1 बड़ा चम्मच तेल, 1 चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट, 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 3 चम्मच चने का आटा, 1 चम्मच पिसा हुआ धनिया, 1 चम्मच गरम मसाला, 1 चम्मच कसूरी मेथी, नमक स्वाद अनुसार कैसे बनाएं एयर फ्रायर चिकन टिक्का ? - सबसे पहले चने के आटे को धीमी आंच पर कुछ मिनट के लिए भून लें. इसे ठंडा होने दें और फिर इसे एक कटोरे में निकाल लें.- फिर इसमें दही, अदरक-लहसुन का पेस्ट, लाल मिर्च पाउडर, तेल, गरम मसाला, पिसा हरा धनिया और नमक मिलाएं. अच्छी तरह से मलाएं.- बोनलेस चिकन के टुकड़े डालें और उन्हें तैयार मैरिनेड से अच्छी ...
Benefits of Avocado: आज डायबिटीज दुनियाभर में महामारी की तरह फैल चुकी है. हर उम्र के लोग डायबिटीज का शिकार हो रहे हैं. डायबिटीज से बचने के लिए लोगों को बेहतर लाइफस्टाइल, अच्छी डाइट और नियमित फिजिकल एक्टिविटी की सलाह दी जाती है. एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि डायबिटीज को रोकने में एवोकाडो बेहद कारगर साबित हो सकता है, लेकिन यह फल महिलाओं को शुगर की बीमारी से बचाने में कारगर हो सकता है. इस रोचक रिसर्च के बारे में सभी को जान लेना चाहिए रिसर्च से पता चला है कि हर दिन थोड़ी मात्रा में एवोकाडो खाने से महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है. लेकिन अगर पुरुष खाएंगे तो उन्हें इससे डायबिटीज संबंधित कोई फायदा नहीं होगा. रिसर्चर्स टीम ने एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स के जर्नल में लिखा, 'इस स्टडी में एवोकाडो और डायबिटीज के बीच संबंध पाया गया है. इसका कारण है कि एवोकाडो में अन्य फलों की तुलना में ग्लाइसेमिक इंडेक्स, सुक्रोज और ग्लूकोज कम होता है. इसमें जो चीनी होती है, उसमें 7 कार्बन होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं.' रिसर्च में मैक्सिकन नेशनल हेल्थ और न्यूट्रिशन सर्वे में भाग लेने वाले 25,640 लोगों पर यह स्टडी की गई थी जिसमें से 60 प्रतिशत से अधिक लोग अधिक वजन या मोटापा वाली श्रेणी में आते थे. करीब 45 प्रतिशत पुरुष थे और 55 प्रतिशत महिलाएं. पुरुषों को रोजाना 34.7 ग्राम और महिलाओं को 29.8 ग्राम एवोकाडो खाने दिया गया क्योंकि एवोकाडो की मीडियम सर्विंग मात्रा लगभग 50 ग्राम है. ऐसा करने से महिलाओं की डायबिटीज में कमी आई. पुरुष में कोई रिजल्ट नहीं मिला तो इस पर रिसर्चर्स ने बताया कि रिसर्च में धूम्रपान करने वाली महिलाओं (लगभग 12%) की तुलना में धूम्रपान करने वाले पुरुषों का प्रतिशत (लगभग 38%) अधिक था. स्टडी के मुताबिक धूम्रपान करने वालों में डायबिटीज होने की अधिक संभावना होती है क्योंकि निकोटीन के संपर्क में आने से इंसुलिन की प्रभावशीलता कम हो सकती है. महिलाओं की तुलना में पुरुषों के अत्यधिक शराब पीने की संभावना अधिक होती है. इससे मेटाबोलिक सिंड्रोम और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. अभी इस पर और रिसर्च की जा रही है.
Cucumber Benefits: गर्मियों में खीरे का सेवन बहुत फायदेमंद होता है और शरीर के साथ-साथ त्वचा और बालों से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. (Cucumber Benefits in Summers) खीरे में पानी की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो शरीर में पानी की कमी को दूर करने का काम करता है. खीरे में विटामिन सी, विटामिन के, कॉपर, मैग्नीशियम, पोटेशियम, मैंगनीज, सिलिका जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं. जो त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद है. खीरे को डायबिटीज में काफी फायदेमंद माना जाता है. तो चलिए जानते हैं खीरा खाने से होने वाले फायदे. डिहाइड्रेशन से बचाए खीरा खाने से शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद मिलती है और डिहाइड्रेशन का खतरा कम होता है. खीरे में इलेक्ट्रोलाइट्स की अच्छी मात्रा होती है, जिससे रोजाना खीरा खाने से आप डिहाइड्रेशन से बच सकते हैं. पाचन सही करे खीरे में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिससे खाना आसानी से पच जाता है. इससे पेट संबंधी समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है. आंखों के लिए लाभकारी खीरे में विटामिन-ए भरपूर मात्रा में होता है जिससे आंखों की रोशनी को बढ़ाया जा सकता है. खीरे को डाइट में शामिल कर आंखों को हेल्दी रखा जा सकता है. मोटापे से छुटकारा खीरे में कैलोरी की मात्रा बहुत कम पाई जाती है जो आपके वजन को कम करने में मददगार हो सकता है. ...
Benefits Of Coconut Water: नारियल पानी स्वादिष्ट होने के साथ ही सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. नारियल पानी (Benefits of Coconut Water) गर्मियों में पीने के लिए सर्वोत्तम प्राकृतिक पेय में से एक है,जो इसे हाइड्रेटेड रखने में अहम भूमिका निभाता है. नारियल पानी फैट फ्री होता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो इसे त्वचा के स्वास्थ्य के लिए अच्छा बनाते हैं और यह गर्मियों में आपकी प्यास बुझाने के लिए सबसे अच्छा होता है अगर आप भी इसे पीने के शौकीन हैं, तो अगली बार इसे पीने से पहले एक बार नारियल पानी के कुछ फायदे जरूर जान लें. इलेक्ट्रोलाइट्स का पावरहाउसनारियल पानी में भारी मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट्स मौजूद होते हैं. यह एनर्जी ड्रिंक के रूप में भी एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है, क्योंकि नारियल पानी में औसत एनर्जी ड्रिंक की तुलना में अधिक मात्रा में पोटेशियम होता है. कैलोरी में कमयह सोडा, जूस और अन्य पेय की तुलना में हाइड्रेटेड रहने का एक स्वस्थ विकल्प है, जिनमें आमतौर पर कैलोरी अधिक होती है. नारियल पानी की वजह से हाइड्रेटेड रहने की ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने और पाचन को आसान बनाने में मदद मिलती है. दिल को स्वस्थ रखेनारियल पानी दिल को सेहतमंद बनाने में भी काफी मददगार है. यह हाई ब्लड प्रेशर को रोकता है और हृदय रोगों के विकास के जोखिम को भी कम करता है. कैल्शियम और मैग्नीशियम में उच्चनारियल पानी में कैल्शियम और मैग्नीशियम उच्च मात्रा में होता है. कैल्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है. मैग्नीशियम हड्डियों को सही ढंग से कार्य करने में सहायता करता है.
Methi Dana Benefits: मेथी रसोई का एक ऐसा मसाला है, जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं. सुबह खाली पेट मेथी का पानी पीना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. अगर आप सुबह चाय-कॉफी की जगह खाली पेट मेथी का पानी पीते हैं तो इससे आपके शरीर को कई आश्चर्यजनक फायदे हो सकते हैं. मेथी के पानी का सेवन करके आप अपने वजन को नियंत्रित (Methi Water For वज़न घटाने) में रख सकते हैं. बता दें कि मेथी में सोडियम, जिंक, फास्फोरस, फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन ए, बी और सी जैसे खनिज भी पाए जाते हैं. इसके अलावा इसमें फाइबर, प्रोटीन, स्टार्च, शुगर, फॉस्फोरिक एसिड जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को कई तरह के फायदे पहुंचाने में मदद करते हैं. मोटापाअगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो सुबह खाली पेट मेथी के पानी का सेवन कर सकते हैं. इस पानी का सेवन करने से शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को हटाने में मदद मिलती है. डाइजेस्टअगर आप सुबह खाली पेट मेथी का पानी पीते हैं तो आपको कब्ज की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है. अपच की समस्या से राहत पाने के लिए आप मेथी के पानी का सेवन कर सकते हैं. पित्त और कफ को रोकने में सहायकजिन्हें कफ ज्यादा बनता है, वो मेथी दाना किसी भी रूप में खा सकते हैं - पाउडर, भिगोकर, अंकुरित या साबुत. पित्त या अग्नि वाले लोगों को मेथी का पानी पीना चाहिए या बीजों को भिगोकर या अंकुरित करके पीना चाहिए, उन्हें एसिडिटी और पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं से राहत मिलेगी. पाचन को रखता है दुरुस्तभीगी हुई मेथी का सेवन पाचन को बढ़ावा देने और गैस्ट्राइटिस को दूर रखने के लिए भी अच्छा है. कब्ज, एसिडिटी, ब्लोटिंग जैसी पेट की समस्याओं से बचने के लिए आपको इसका सेवन करना चाहिए
Saffron Milk In Pregnancy: केसर दूध, जिसे केसर दूध भी कहा जाता है, सदियों से एक पारंपरिक पेय रहा है जिसका उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता है.गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई बदलाव होते हैं. प्रेग्नेंसी के दौरान आपको चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है. ऐसे में केसर आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. यह पाचन को बेहतर बनाता है जिससे एसिडिटी कम होती है और आपका पेट स्वस्थ रहता है. हार्ट रेट गर्भवास्था के दौरान महिलाओं की हार्ट रेट में तेजी से इजाफा देखा जाता है. बीपी भी तेजी से ऊपर नीचे होता है. केसर का दूध इस समस्या को दूर करता है क्योंकि इसमें मौजूद पोटैशियम और क्रोसेटिन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का काम करता है. मूड स्विंग्स में काम आता हैप्रेग्नेंसी में आप अपने अंदर कई हार्मोनल परिवर्तनों का अनुभव करेंगे, जो आप पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं.केसर के सेवन से सेरोटोनिन हार्मोन का उत्पादन होता है, जो मूड में सुधार करता है और तनाव हार्मोन कोर्टिसोल को भी कम करता है. बच्चे के मूवमेंट में मददगारएक गिलास केसर और दूध पीते ही अपने बच्चे की हलचल महसूस कर सकती हैं. केसर से शरीर की गर्मी बढ़ने पर आप बच्चे की हलचल को महसूस कर सकते हैं. हालांकि, ज्यादा मात्रा में केसर के सेवन से बचें और ध्यान रखें कि शिशु की हरकतें भी कुछ महीनों के बाद ही महसूस की जा सकती हैं. सावधानियां:- अधिक सेवन न करें: केसर दूध के अधिक सेवन से गर्भाशय में संकुचन हो सकता है, जिससे समय से पहले जन्म हो सकता है.- एलर्जी: कुछ महिलाओं को केसर से एलर्जी हो सकती है.अगर आपको किसी तरह की एलर्जी महसूस हो तो केसर वाले दूध का सेवन तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें.- ड्रग इंटरेक्शन: केसर कुछ दवाओं के साथ इंटरेक्शन कर सकता है. अगर आप कोई दवा ले रहे हैं तो केसर दूध का सेवन करने से पहले डॉक्टरी सलाह लें. गर्भावस्था के दौरान केसर दूध का सेवन करने से पहले डॉक्टर से पूछ लेना ज़रूरी है, खासकर यदि आप पहली बार मां बन रही हैं. यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्वस्थ गर्भावस्था के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम आवश्यक है.
MDH vs Everest Masala Row: सिंगापुर में भारतीय मसाला कंपनी एवरेस्ट (Everest) और एमडीएच (MDH)के कुछ मसालों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. बाजार से इन मसालों की वापसी का भी आदेश दिया गया है, साथ ही लोगों को इसे इस्तेमाल न करने की चेतावनी भी दी गई है. इस प्रतिबंध के बाद भारत सरकार ने इन मसालों की गुणवत्ता की जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही देश में बिकने वाले दूसरी कंपनियों के मसालों की भी जांच का आदेश दिया है. जानें पूरा मामला मिली जानकारी के अनुसार भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग की भारतीय कंपनी के मसालों पर कार्रवाई के बाद देश भर से एमडीएच और एवरेस्ट सहित सभी ब्रांड के मसालों के नमूने लेना शुरू कर दिया है. सूत्र ने एजेंसी को बताया, 'मौजूदा स्थिति के मद्देनजर एफएसएसएआई बाजार से एमडीएच और एवरेस्ट समेत सभी ब्रांडों के मसालों के नमूने ले रहा है ताकि यह जांचा जा सके कि वे एफएसएसएआई मानदंडों को पूरा करते हैं या नहीं.' उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) निर्यातित मसालों की गुणवत्ता को नियंत्रित नहीं करता है. क्यों हुआ विवादइस बीच, भारतीय मसाला बोर्ड भारतीय ब्रांडों एमडीएच और एवरेस्ट के चार मिक्स मसाला उत्पादों की बिक्री पर हॉन्ग कॉन्ग और सिंगापुर द्वारा लगाए गए प्रतिबंध की जांच कर रहा है. दरअसल इन मसालों में स्वीकार्य सीमा से अधिक कीटनाशक 'एथिलीन ऑक्साइड' (Ethylene Oxide) पाए जाने का दावा किया गया है. भारत में खाद्य पदार्थों में एथिलीन ऑक्साइड के इस्तेमाल पर प्रतिबंधभारत में खाद्य पदार्थों में एथिलीन ऑक्साइड (Ethylene Oxide)के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है. सरकार ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत मसाला बोर्ड से कहा है कि वह जागरूकता फैलाए कि उत्पादों में कोई हानिकारक तत्व नहीं मिलाया जाए. भारतीय मसालों में हानिकारक तत्व पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. क्या है 'एथिली...
Gym Advise: अपनी लुक और फिटनेस को लेकर आज हर यंगस्टर क्रेजी है लेकिन टीनएजर में ये क्रेज ज्यादा देखा जाता है.वो जमाने गुजर गए जब टीनएजर्स मम्मी-पापा के स्टाइल कॉपी किया करते थे. आज तो ये सब सेलिब्रिटी लुक और फिटनेस के दीवाने हैं. जहां लड़कियां जीरो फिगर और सिल्म लुक के लिए जिम जाती है वहीं, लड़के सिक्स पैक, एब्स, मसल्स, और बॉडी को लेकर परेशान रहते है.कई बार इसी दीवानगी में वे उम्र से पहले जिम जाना शुरू कर देते हैं. जिसके उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं. जानें क्या है जिम जाने की सही उम्र: शारीरिक विकास में देरीज्यादा कसरत करने से छोटे बच्चों के हार्मोन में गड़बड़ी हो सकती है. यह हार्मोन की गड़बड़ी उनके शारीरिक और मानसिक विकास को धीमा कर सकती है. इसका मतलब यह है कि उनका बढ़ना और सीखना पीछे छूट सकता है. इसलिए बच्चों को बहुत ज्यादा कसरत से बचना चाहिए. हड्डियों के लिए खतराबच्चों की हड्डियां अभी बन रही होती हैं, इसलिए उन्हें बहुत ध्यान से रखना पड़ता है. अगर वे जिम में ज्यादा कठिन व्यायाम करेंगे, तो उनकी हड्डियों को चोट लग सकती है और वो कमजोर भी हो सकती हैं. इसलिए छोटे बच्चों को जिम नहीं भेजना चाहिए. उनकी हेल्थ का ख्याल रखना जरूरी है. मांसपेशियों ...
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