Dubai Floods: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और उससे सटे रेगिस्तानी इलाकों को हुई भीषण बारिश से आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया. संयुक्त अरब अमीरात के विभिन्न हिस्सों में सोमवार देर रात से भारी बारिश हो रही है. दुबई में मंगलवार को एक ही दिन में पूरे साल जितनी बारिश हो गई. इससे पूरे शहर में भारी बाढ़ आ गई. लोगों के घरों में पानी भर गया. मूसलाधार बारिश के कारण दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का रनवे पानी में डूब गया, जिससे वहां समुद्र जैसा नजारा दिखने लगा. इसके चलते करीब आधे घंटे तक एयरपोर्ट पर उड़ानें रोकनी पड़ीं.(Dubai Floods News) संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार सुबह दुबई, अबू धाबी और शारजाह सहित देश के बड़े हिस्से के लिए मौसम की चेतावनी जारी की थी. दुबई पुलिस ने अचानक आई बाढ़ के कारण शहर की कुछ सड़कों से बचने के लिए एक सलाह भी जारी की है. इस बीच, क्षेत्र के अन्य देशों में भी भारी बारिश और उसके बाद बाढ़ का अनुभव हुआ. पड़ोसी ओमान में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई है. Dubai airport after the city was hit by a year’s worth of rain in just 12 hours?’! pic.twitter.com/X7CS2f64eE — Griha Atul (@GrihaAtul) April 17, 2024...
India-Canada Relations: कनाडा ने इस साल फरवरी में भारत पर बेहद संगीन आरोप लगाए थे. भारत पर कनाडा के 2019 और 2021 के चुनावों में दखल देखने का आरोप लगाया गया था. भारत ने इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है.(India-Canada Relations) लेकिन अब कनाडा के ही दस्तावेजों ने इसकी पोल खोल दी है.कनाडा के चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप के आरोपों की सरकारी जांच से यह निष्कर्ष निकला है कि भारत कनाडा की राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता था. दरअसल, कनाडाई सुरक्षा खुफिया एजेंसी (CSIS) ने भारत और चीन पर कनाडा में होने वाले संघीय चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया थाएजेंसी ने कहा कि भारत सरकार के एक प्रॉक्सी एजेंट ने चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप से जुड़ी गतिविधियों को अंजाम दिया. इस प्रॉक्सी एजेंट ने कुछ क्षेत्रों में भारत समर्थक उम्मीदवारों के पक्ष में काम किया. खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस एजेंट का मानना है कि कुछ भारतीय मूल के मतदाता खालिस्तानी आंदोलन या पाकिस्तान की ओर झुक रहे हैं. ऐसे में यह भारतीय समर्थक उम्मीदवारों के लिए काम करता है. कनाडा ने इसी साल फरवरी में भारत पर बेहद गंभीर आरोप लगाए थे. भारत पर कनाडा के 2019 और 2021 के चुनाव में दखल देने का आरोप लगा था. लेकिन अब इस मामले की जांच के लिए बनी कमेटी ने कहा है कि भारत ने कनाडा के 2021 चुनाव में किसी भी तरह से हस्तक्षेप नहीं किया. इस संबंध में कैनेडियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (CSIS) ने फॉरेन इंटरफेरेंस कमीशन के सामने अपनी रिपोर्ट पेश की, जिसमें कहा गया कि भारत ने कनाडा के चुनाव में किसी भी तरह से हस्तक्षेप नहीं किया है. सीएसआईएस वास्तव में चुनाव में संभावित विदेशी हस्तक्षेप की जांच कर रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि भारत ने कनाडा के चुनावों को प्रभावित करने या हस्तक्षेप करने की कोशिश की. भारत सरकार ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया थाकनाडा के इन आरोपों का जवाब देते हुए भारत सरकार ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था कि हमने कनाडाई आयोग की जांच के बारे में मीडिया रिपोर्ट देखी हैं. हम कनाडा के चुनावों में भारतीय हस्तक्षेप के सभी निराधार आरोपों को दृढ़ता से खारिज करते हैं. उन्होंने कहा था कि दूसरे देशों की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में दखल देना भारत सरकार की नीति नहीं है. असली मुद्दा यह है कि कनाडा हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है.
Taiwan Earthquake News: ताइवान में 7.5 तीव्रता का जोरदार भूकंप देखने को मिला है. (Taiwan Earthquake Today News) इस भूकंप ने जापान के दक्षिणी द्वीपों को हिलाकर रख दिया है. भूकंप के कारण तीन मीटर ऊंची सुनामी लहरें उठने की आशंका है. ताइवान के अग्निशमन विभाग के मुताबिक, एक व्यक्ति की मौत हो गई है और 50 लोग घायल हैं. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने भूकंप(Taiwan Earthquake Today News) के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की है. भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 9 बजे आया. भूकंप ने ताइवान में भी भारी तबाही मचाई. इमारतें ध्वस्त कर दी गई हैं. भूकंप के कारण गिरी इमारतों में लोग फंसे हुए हैं. ट्विटर पर जेएमए के आपदा तैयारी अकाउंट ने एक पोस्ट में प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को चेतावनी दी.उनसे स्थिति स्पष्ट होने तक क्षेत्र नहीं छोड़ने को कहा गया है. ट्वीट के अनुवाद के मुताबिक लिखा गया, '3 तारीख की रात 9:01 बजे तक सुनामी की चेतावनी जारी क...
Hardeep Singh Nijjar murder Case: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो( Justin Trudeau )ने एक बार फिर आतंकी हरदीप सिंह निजहर की हत्या की जांच को लेकर बयान दिया है, लेकिन इस बार उनके सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं. भारत के साथ रचनात्मक रूप से काम करने की इच्छा जताईकनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मामले आतंकी हरदीप सिंह निजहर(Hardeep Singh Nijjar ) मामले की जांच के लिए भारत के साथ रचनात्मक रूप से काम करने की इच्छा व्यक्त की. कनाडाई समाचार चैनल सीएपीसी के अनुसार, जब निजहर की हत्या की जांच के बारे में पूछा गया, तो ट्रूडो ने एक लंबा विराम लिया और कहा कि वह मामले की तह तक जाने के लिए भारत सरकार के साथ रचनात्मक रूप से काम करना चाहते हैं.(Hardeep Singh Nijjar murder Case) रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रूडो से पूछा गया कि ''भारत कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निजहर की हत्या की जांच में कैसे सहयोग ...
Vladimir Putin News: रूस में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आते ही तीसरे विश्व युद्ध की घंटी बज चुकी है. दरअसल, व्लादिमीर पुतिन, रूस के पांचवीं बार राष्ट्रपति बने हैं. यूक्रेन के साथ जंग के बीच हुए चुनाव में जीत के तुरंत बाद उन्होंने पश्चिमी गठबंधन NATO को चेतावनी भी दी. चुनाव जीतने के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिमी शक्तियों को दमकाया और तीसरे विश्वयुद्ध की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि अगर रूस और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो(NATO) गठबंधन में टकराव होता है तो इसका मतलब है कि दुनिया तीसरे विश्व युद्ध से सिर्फ एक कदम दूर होगी और ऐसी स्थिति शायद ही कोई देखना चाहेगा. यूक्रेन में अब भी मौजूद हैं नाटो सैनिक - पुतिन का दावा1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से रूस और पश्चिम के बीच संबंध सबसे खराब स्थिति में हैं. पिछले महीने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भविष्य में यूक्रेन में अपने सैनिकों को उतारने की संभावना से इनकार नहीं किया था. जब पुतिन से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'आज के आधुनिक युग में कुछ भी संभव है, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो तीसरा विश्व युद्ध ज्यादा दूर नहीं है.' पुतिन ने यह भी कहा कि 'वैसे, नाटो सैनिक अभी भी यूक्रेन में मौजूद हैं. रूस को पता चला है कि युद्ध के मैदान में अंग्रेजी और फ्रेंच भाषी सैनिक भी मौजूद हैं. यह अच्छी बात नहीं है, खासकर उनके लिए क्योंकि वे वहां और बड़ी संख्या में मर रहे हैं.
India US Deal: भारत और अमेरिका ने रक्षा सहयोग को और मजबूत किया है, बाइडेन प्रशासन ने जनरल एटॉमिक्स से 31 एमक्यू9बी प्रीडेटर ड्रोन के अधिग्रहण के लिए रक्षा मंत्रालय को अंतिम स्वीकृति पत्र भेजा है. इसके बाद भारत की सैन्य शक्ति में कई गुना इजाफा हो जाएगा. भारत को न सिर्फ सीमाओं पर निगरानी में इससे मदद मिलेगी बल्कि समुद्री इलाकों में भी नजर रखी जा सकेगी. अमेरिका के विदेश विभाग द्वारा 1 फरवरी को ड्रोन सौदे का नोटिफिकेशन जारी किया गया था. भारत के साथ अमेरिकी समझौते को लेकर सांसदों की ओर से कोई वीटो नहीं होने के बाद ये आखिरी एलओए भेजा गया है. इस तरह होगी सौदे की स्टडीइसकी स्टडी इंडियन नेवी द्वारा की जाएगी और फिर संतोषजनक कीमत पाए जाने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के जरिए सीसीएस को भेज दिया जाएगा. सशस्त्र बलों के बीच समझौते के अनुसार भारतीय नौसेना को 16 एमक्यू 9बी ड्रोन मिलेंगे और भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना को आठ-आठ मिलेंगे. भारत ने 171 हेल-फायर एजीएम 114 आर मिसाइलों, लेजर गाइडेड बम, मिसाइल लॉन्चर, ग्राउंड स्टेशन, पनडुब्बी रोधी सोनोबॉय और फुल एन्क्रिप्शन के साथ-साथ अत्याधुनिक प्लेटफॉर्म के लिए 31 ड्रोन खरीदने का फैसला किया है. भारत की ओर से 31 प्रीडेटर ड्रोन का अधिग्रहण ऐसे समय में हुआ जब भारतीय नौसेना के दो स्काई गार्जियन ड्रोन की लीज जनवरी में खत्म होने की कगार पर थी. इसे पहले मार्च तक बढ़ाया गया और फिर इसी महीने 220-230 मिलियन डॉलर की लागत से चार साल के लिए और विस्तार के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए.
Flight Delayed News: चीन में एक शख्स के अंधविश्वास के कारण न सिर्फ फ्लाइट में देरी हुई, बल्कि स्टाफ की सतर्कता से एक बड़ा हादसा भी टल गया. दरअसल, एक यात्री ने अपने अंधविश्वास के कारण विमान के इंजन में एक वस्तु फेंक दी, जिसे ढूंढने में विमान के कर्मचारियों को लगभग 4 घंटे लग गए. सान्या से बीजिंग के लिए चाइना सदर्न एयरलाइंस(China Southern Airlines) की उड़ान में देरी के कारण लोग काफी परेशान हो गए. दरअसल, चाइना सदर्न एयरलाइंस(China Southern Airlines) को सुबह 10 बजे उड़ान भरनी थी, लेकिन एक अजीब घटना के कारण यात्रियों को चार घंटे तक इंतजार करना पड़ा. एक यात्री ने विमान के इंजन में सिक्का फेंक (Passenger coin Throw) दिया. दरअसल, चीन में एक प्राचीन परंपरा है कि सिक्का फेंकने से सौभाग्य आता है. इसी परंपरा को निभाते हुए शख्स ने विमान में चढ़ने से पहले ऐसा सिक्का फेंका (Passenger coin Throw) कि वो सीधे विमान के इंजन में जा लगा, जिससे विमान में खराबी आ गई. यात्री ने विमान के इंजन में सिक्का फेंका घटना के एक वीडियो के अनुसार, एक फ्लाइट अटेंडेंट को उस यात्री से पूछताछ करते देखा गया जिसने विमान के इंजन में सिक्का फेंका था. यात्री के इस अंधविश्वास के कारण अन्य लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उड़ान स्थानीय समयानुसार दोपहर 2:16 बजे तक रवाना नहीं हुई. हालांकि जांच के दौरान सुरक्षाकर्मियों को सिक्का मिल गया. एयरलाइंस ने दी चेतावनीइस घटना पर चाइना सदर्न एयरलाइंस (China Southern Airlines) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस घटना को गलत रवैया बताया है. विमान...
Hindu Temple in Abu Dhabi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अबू धाबी के BAPS हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने विशेष पूजा-अर्चना भी की. वे मंदिर में आयोजित वैश्विक आरती का भी हिस्सा बने. यह वैश्विक आरती दुनियाभर में BAPS के 1500 मंदिरों में एक-साथ हुई. मंदिर में महंत स्वामी महाराज ने पीएम मोदी का आदर-सत्कार किया.मंदिर अबू धाबी में 'अल वाकबा' नाम की जगह पर 20,000 वर्ग मीटर की जमीन पर बना है. हाइवे से सटा अल वाकबा अबू धाबी से तकरीबन 30 मिनट की दूरी पर है. बता दें भारतीय दूतावास के आंकड़ों के मुताबिक, यूएई में तकरीबन 26 लाख भारतीय रहते हैं, जो वहां की आबादी का लगभग 30% हिस्सा है. मंदिर में नक्काशी के माध्यम से प्रामाणिक प्राचीन कला और वास्तुकला को पुनर्जीवित किया गया है. मंदिर प्रबंधन के एक प्रवक्ता अशोक कोटेचा ने बताया कि मास्टर प्...
Plane Crash News : भारत के एक विमान की शनिवार रात अफगानिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त होने की खबरों के बीच नागर विमानन मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि पड़ोसी देश में दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान भारत का नहीं था. दरअसल, अफगानिस्तान की स्थानीय मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि दुर्घटनाग्रस्त यात्री विमान ने दिल्ली से मॉस्को के लिए उड़ान भरी थी. मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अफगानिस्तान में दुखद विमान दुर्घटना का भारत के किसी भी अनुसूचित विमान या गैर-अनुसूचित/चार्टर विमान से कोई संबंध नहीं है" यह मोरक्कन पंजीकरण वाला एक छोटा विमान था. विवरण की प्रतीक्षा है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मोरक्को का पंजीकृत डीएफ-10 विमान अफगानिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. अफगानिस्तान में रिपोर्टों में दावा किया गया है कि एक भारतीय यात्री विमान बदख्शां प्रांत के जिबक और खुरान-मुंजन जिलों के पहाड़ी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. बदख्शां के सूचना एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख जबीउल्लाह अमीरी ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक टीम भेजी गई है. मंत्रालय ने ट्वीट किया है कि अफगानिस्तान में हुआ दुर्भाग्यपूर्ण विमान हादसा भारतीय विमान नहीं है. विमान रूस में पंजीकृत था. भारत से दिल्ली से मॉस्को की फ्लाइट आज मॉस्को में लैंड हो गई है. मिली जानकारी के मुताबिक विमान में कुल 6 लोग सवार थे. रूसी विमानन अधिकारियों का कहना है कि एक रूसी विमान शाम को अफगानिस्तान के ऊपर रडार से गायब हो गया. विमान में 6 लोग सवार थे. विमान फ्रेंच डसॉल्ट फाल्कन 10 जेट था. यह एक चार्टर्ड जहाज था जो भारत से उज्बेकिस्तान होते हुए मास्को जा रहा था. भारत सरकार ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान एक एयर एम्बुलेंस था.
Canada News: कनाडा में बढ़ती बेरोजगारी और आवास संकट के बीच कनाडा सरकार ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में रहने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या को सीमित करने की योजना बनाई जा रही है. आव्रजन मंत्री मार्क मिलर ने कहा कि वह अगले कुछ महीनों में देश में रहने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या सीमित करने पर विचार कर रहें है. हालांकि, मंत्री ने यह नहीं बताया कि सरकार आव्रजन प्रणाली में कितनी कटौती करने की योजना बना रही है। मंत्री ने कहा, ''यह एक बातचीत है जिसे संघीय सरकार को राज्य सरकारों के साथ करने की आवश्यकता होगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जो राज्य अपना काम नहीं कर रहे हैं उन्हें वास्तव में उन संख्याओं पर लगाम लगानी चाहिए'' ''यह वास्तव में एक प्रणाली है जो खत्म हो गई है नियंत्रण" मिलर ने कहा कि वह इस साल की पहली और दूसरी तिमाही में आवास की मांग को कम करने में मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर सीमा लगाने की संभावना पर विचार करेंगे. जबकि कनाडा आने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की संख्या उनके घरों की संख्या से कहीं अधिक है. मिलर ने यह भी कहा कि जब आव्रजन लक्ष्यों की बात आती है तो आवास गणना का केवल एक हिस्सा है. संघीय सरकार को स्थायी और अस्थायी दोनों तरह के अप्रवासियों की बढ़ती संख्या का स्वागत करने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है, जबकि देश को आवास की गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है। इसका लक्ष्य इस वर्ष 485,000 और 2025 और 2026 दोनों में 500,000 अप्रवासियों को लाने का है.
Japan Earthquake News: जापान में आज भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. जापान के भूकंप विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी है कि जापान के पश्चिमी तट के पास रिक्टर पैमाने पर 7.6 तीव्रता का भूकंप था. इस तेज भूकंप के बाद जापान में सुनामी की चेतावनी भी जारी कर दी गई है.एनएचके की रिपोर्ट के अनुसार, सुनामी की चेतावनी में लोगों से इशिकावा, निगाटा, टोयामा और यामागाटा प्रांतों के तटीय इलाकों को जल्दी खाली करने का आग्रह किया गया है, इशिकावा में नोटो प्रायद्वीप में 5 मीटर तक की लहरें उठने की आशंका है. नए साल के दिन टोक्यो और कांटो क्षेत्र में भूकंप महसूस किए जाने के बाद जापान में सुनामी लहरें उठनी शुरू हो गई हैं। जापान में स्थानीय समयानुसार शाम 4:21 बजे सुनामी की चेतावनी जारी की गई। इसके बाद शाम 4:35 बजे टोयामा प्रीफेक्चर में 80 सेमी ऊंची लहरें तट से टकराईं और फिर 4:36 बजे निगाटा प्रीफेक्चर तक पहुंच गईं. इससे पहले 28 दिसंबर को भी जापान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. जापान के कुरील द्वीप में भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई. यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, यहां आधे घंटे के अंदर दो भूकंप महसूस किए गए.
Hamas-Israel War: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने इज़राइल पर स्वास्थ्य कर्मियों को हिरासत में लेने और सहायता ट्रकों पर हमला करने का आरोप लगाया है. डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा, ऐसा करके इज़राइल गाजा में स्वास्थ्य और बचाव अभियान को लम्बा खींचने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि इजराइल के इस व्यवहार के कारण गंभीर रूप से घायल मरीज की मौत हो गयी. क्योंकि समय पर उनका इलाज नहीं हो सका. टेड्रोस ने कहा, हमें गाजा से अल-अहली अस्पताल तक डब्ल्यूएचओ के नेतृत्व वाले उच्च जोखिम वाले मिशन के बारे में शनिवार को अधिक जानकारी मिली. हम लंबे समय तक जांच और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की हिरासत के बारे में गहराई से चिंतित हैं, जो उन रोगियों के जीवन को खतरे में डाल रहा है जो पहले से ही गंभीर स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी के कुछ स्टाफ सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है. डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि जैसे ही मिशन ने गाजा शहर में प्रवेश किया, चिकित्सा आपूर्ति ले जा रहे सहायता ट्रकों और एक एम्बुलेंस पर गोलीबारी की गई. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि कई मरीजों और रेड क्रिसेंट स्टाफ को पहचान के लिए एम्बुलेंस से बाहर निकाला गया और कई स्वास्थ्य कर्मियों से कई घंटों तक पूछताछ की गई.
Canada News: कनाडा से जुड़ी एक के बाद एक बड़ी खबरें सामने आ रही हैं. कनाडा सरकार छात्रों को लेकर सख्त हो रही है. कनाडा सरकार ने स्नातकोत्तर कार्य परमिट बढ़ाने से इनकार कर दिया है. इस समय कनाडा में करीब 14 लाख छात्र पोस्ट ग्रेजुएट वर्क परमिट पर काम कर रहे हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें अगले साल अपने देश आना पड़ सकता है. पंजाब के छात्रों की संख्या 5 लाख से अधिकवर्क परमिट पर काम करने वाले पंजाब के छात्रों की संख्या पांच लाख से अधिक है. इस बीच, छात्रों को पांच साल का अध्ययन वीजा दिया जाएगा और दो साल के अध्ययन वीजा वाले छात्रों को एक साल का अध्ययन वीजा दिया जाएगा. इसके लिए आए छात्रों के लिए दो साल का वर्क परमिट जारी करने की मांग की गई है. लाखों छात्रों का कार्यकाल 1 जनवरी 2024 को खत्मकई छात्रों का कार्यकाल 1 जनवरी, 2024 को समाप्त हो जाएगा और उन्हें नया वर्क परमिट नहीं मिलेगा. हालांकि, जिनका पीजी वर्क परमिट 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त हो रहा है, वे विस्तार के लिए आवेदन कर सकते हैं. कनाडा के आव्रजन मंत्री मार्क मिलर वीजा और परमिट नियमों को लगातार सख्त कर रहे हैं. वर्तमान में कनाडा में, 9.5 मिलियन अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के पास अध्ययन परमिट और लगभग 1.4 मिलियन के पास वर्क परमिट हैं.
China- Bhutan Border: भूटान और चीन के बीच सीमाओं को औपचारिक रूप से तय करने के लिए चल रही बातचीत के बावजूद, चीन भूटान के उत्तरी हिस्से की जकारलुंग घाटी में अपनी एकतरफा निर्माण गतिविधियां जारी रखे हुए है. क्षेत्र की सैटेलाइट तस्वीरें पहले से कहीं अधिक स्पष्ट होने से ऐसा प्रतीत होता है कि थिम्पू के पास क्षेत्र में चीन द्वारा प्रस्तुत तथ्यों को स्वीकार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. यह क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश के साथ भूटान की पूर्वी सीमा से लगभग 50 किमी दूर है. यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज (एसओएएस) में तिब्बती इतिहास के विशेषज्ञ प्रोफेसर रॉबर्ट बार्नेट ने कहा: "यह चीन द्वारा हाल और पहले दोनों ही देहाती प्रथाओं के आधार पर एक क्षेत्र पर दावा करने का मामला है। ऐसा कभी नहीं हुआ , और फिर उन्होंने इस क्षेत्र पर एकतरफा कब्ज़ा कर लिया, और इसमें गाँव, सैन्य बैरक और चौकियाँ बनाना शुरू कर दिया..." उन्होंने कहा है कि जकारलुंग बायुल खेनपाजोंग से जुड़ा है, जो भूटानियों के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक क्षेत्र है... तो, यह एक ऐसा मामला है जहां चीन ने हाल ही में ऐसे क्षेत्र पर संदिग्ध रूप से आक्रमण किया है, जिसके लिए महान सांस्कृतिक क्षेत्र है महत्व। एक कम शक्तिशाली पड़ोसी, और वह यह भी जानता है कि पड़ोसी के पास प्रतिक्रिया देने के बारे में बहुत कम विकल्प हैं…” मैक्सार से मिली रिपोर्ट की तस्वीरें दिखाती हैं कि कैसे चीन ने महज दो साल में जकारलुंग घाटी में अपनी मौजूदगी बढ़ा ली है. पिछले सप्ताह, 7 दिसंबर की छवियां, आवासीय क्वार्टरों में कम से कम 129 इमारतों का निर्माण दिखाती हैं, और थोड़ी दूरी पर एक अन्य बस्ती में कम से कम 62 इमारतों का निर्माण करती हैं. अगस्त, 2021 में क्लिक की गई इसी इलाके की तस्वीरों में देखा जा सकता है कि इनमें से किसी भी इमारत का निर्माण नहीं किया गया था.
Australia Visa News: ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय छात्रों और कम-कुशल श्रमिकों के लिए वीजा नियमों को सख्त करेगा, जिससे अगले दो वर्षों में आप्रवासियों की संख्या आधी हो जाएगी क्योंकि सरकार आप्रवासन प्रणाली में सुधार करना चाहती है. कोरोना काल के बाद प्रवासी कामगारों की संख्या में कमी आई थी, लेकिन बाद में वीजा नियमों को सख्त करने का फैसला लिया गया है. यह निर्णय 2022-23 में शुद्ध आप्रवासन के रिकॉर्ड 510,000 तक पहुंचने की उम्मीद के बाद आया है.आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि 2024-25 और 2025-26 में यह गिरकर लगभग सवा मिलियन होने का अनुमान है, जो मोटे तौर पर पूर्व-कोविड स्तरों के अनुरूप है. ओ'नील ने कहा, सरकार के नियोजित सुधार पहले से ही नेट पर दबाव डाल रहे हैं विदेशी प्रवासन और इस संभावित गिरावट में और योगदान देगा' ओ'नील ने कहा कि 2022-23 में कुल विदेशी प्रवासन में वृद्धि बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय छात्रों द्वारा प्रेरित थी....
Canada News: ब्रैम्पटन शहर ने नए आवासीय रेंटल लाइसेंसिंग पायलट कार्यक्रम के तहत किराये की संपत्ति के मालिकों के लिए एक नया लाइसेंसिंग कानून पारित किया है. लागू वार्डों के भीतर इकाइयाँ यादृच्छिक निरीक्षण के अधीन होंगी और गैर-अनुपालन के लिए दंड की घोषणा जनवरी 2024 में की जाएगी.ब्रैम्पटन शहर 1 जनवरी, 2024 से अपना नया आवासीय रेंटल लाइसेंसिंग पायलट प्रोग्राम (आरआरएल) शुरू कर रहा है.6 दिसंबर, 2023 को आवासीय किराया उपनियम को परिषद की मंजूरी के बाद. वार्ड 1,3,4,5 और 7 पर लागू, पायलट को अधिकतम चार आवासीय इकाइयों वाली प्रत्येक किराये की संपत्ति के मालिक और/या मकान मालिक की आवश्यकता होगी. लाइसेंस प्राप्त करने के लिए. पायलट के पहले तीन महीनों के दौरान लाइसेंस की लागत $300 सालाना है और 1 अप्रैल, 2024 और 30 जून, 2024 के बीच 50 प्रतिशत की छूट दी गई है. इसमें पंजीकृत अन्य इकाइयां, अपंजीकृत आवासीय किराये इकाइयाँ और अतिरिक्त आवासीय इकाइयां (ARUs) होंगी. इस कार्यक्रम में शामिल हैं. पायलट कार्यक्रम के लक्ष्यों में स्थानीय पड़ोस में शांति बनाए रखने में मदद करना, मानक संपत्ति उप-कानूनों को बनाए रखना और ओन्टारियो फायर कोड को लागू करके व्यक्तियों और परिवारों को सुरक्षित रखना शामिल है. गैर-अनुपालन के लिए इकाइयां यादृच्छिक निरीक्षण और दंड के अधीन होंगी जनवरी 2024 में घोषणा की जाएगी.
Canada News: कनाडा जाने की चाहत रखने वाले छात्रों को बड़ा झटका लगा है. कनाडा सरकार ने गारंटीड इन्वेस्टमेंट सर्टिफिकेट (जीआईसी) को दोगुना कर दिया है. कनाडा जाने के लिए आवेदन करने वालों को अब GIC को 10,200 डॉलर की जगह 20,635 डॉलर चुकाने होंगे. यह नियम 1 जनवरी 2024 से लागू होगा. इस बढ़ोतरी के साथ अब यह 8 लाख रुपये हो गया है. पिछले 23 सालों से जीआईसी में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी, लेकिन अब कनाडा में रहने का खर्च बढ़ गया है. हाल ही में कनाडा के आव्रजन, शरणार्थी और नागरिकता मंत्री मार्क मिलर ने कहा कि यह शुल्क बढ़ा दिया गया है. छात्र वीज़ा पर कनाडा जाने वाले छात्रों को $10,200 का जीआईसी भुगतान करना पड़ता था. इस राशि में से हर महीने एक निश्चित राशि छात्र के खाते में ट्रांसफर की जाती है ताकि पढ़ाई के लिए जाने वाले छात्र अपनी आजीविका चला सकें.
Punjab News: कनाडा में नौकरी चाहने वालों के लिए अच्छी खबर है. अब आप कनाडा में काम करके 3 लाख तक कमा सकते हैं. इसके जरिए कनाडा की पीआर पाने की राह भी आसान हो जाएगी. अगर आप किसी बेहतरीन मौके का इंतजार कर रहे हैं तो आपका इंतजार खत्म हो गया है. तो बिना देर किये 90561-99942 पर संपर्क करें. कनाडा वर्क वीज़ा प्राप्त करने की प्रक्रिया बहुत आसान है. इस दौरान ज्यादा दस्तावेजों की जरूरत नहीं होगी, प्रक्रिया जल्दी पूरी हो जाएगी. आपकी न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास होनी चाहिए. आप प्रक्रिया के तहत आसानी से एलएमआईए प्राप्त कर सकते हैं, इसमें ज्यादा खर्च भी नहीं आएगा. एलएमआईए क्या है?लेबर मार्केट इम्पैक्ट असेसमेंट (LMIA) एक कनाडाई नियोक्ता द्वारा अपनी कंपनी में एक विदेशी कर्मचारी को नियुक्त करने के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से एक है. इसलिए सकारात्मक श्रम बाज़ार प्रभाव आकलन को समर्थन पत्र के रूप में भी जाना जाता है. अधिक जानकारी के लिए 90561-99942 पर संपर्क करें.
Amritsar News: भारत सरकार ने कराची निवासी अजमत इस्माइल खान की 21 वर्षीय बेटी जावरिया खानम को भारत का 45 दिन का वीजा दिया है. आज सुबह वह वाघा बॉर्डर के जरिए भारत में प्रवेश करेंगी, जहां उनका स्वागत उनके मंगेतर समीर खान और भावी ससुर अहमद कमाल खान यूसुफजई करेंगे. समीर खान और उनके पिता यूसुफजई ने कहा कि वे आज कोलकाता से आये हैं. उन्होंने कहा कि वाघा बॉर्डर से वह श्री गुरु राम दास अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से कोलकाता के लिए उड़ान भरेंगे. कुछ ही दिनों में समीर और जावरिया खानम की शादी हो जाएगी, जिसके बाद जावरिया अपने दीर्घकालिक वीजा के विस्तार के लिए आवेदन करेगी. समीर खान ने कहा कि उनकी मंगेतर को भारत ने दो बार वीजा देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद वह सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार मकबूल अहमद वसी कादियान के संपर्क में आए क्योंकि उन्होंने पहले कई पाकिस्तानी दुल्हनों को वीजा दिलाने में मदद की थी। इस मामले में मकबूल अहमद ने उनकी काफी मदद की और उनकी कोशिशों की वजह से उनकी मंगेतर को भारत सरकार की ओर से वीजा दिया गया. उन्होंने जावरिया खानम को वीजा देकर दोनों परिवारों को फिर से एक करने में मदद करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया है. समीर खान ने कहा कि मैं उन्हें 6 साल से जानता हूं और 4 साल से उनसे मिल रहा हूं. 2018 में, मैंने अपनी मां के फोन में उसकी तस्वीर देखी और मैंने अपनी मां से कहा कि मैं उससे शादी करना चाहता हूँ. पिछले 2 वर्षों से, मेरे मंगेतर वीजा के लिए आवेदन कर रहे हैं, जिसमें 2 बार इसे रद्द कर दिया गया, लेकिन तीसरी बार वीजा मिला और आज मैं अपने पिता के साथ अपनी मंगेतर को लेने आया हूं..
Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच करीब एक सप्ताह के संघर्ष विराम के बाद एक बार फिर संघर्ष शुरू हो गया. सात दिनों के युद्ध विराम के बाद एक बार फिर शुक्रवार (1 दिसंबर) को इजरायल और हमास के बीच जंग शुरू हो गई. इजरायल ने दावा किया कि हमास ने सबसे पहले युद्ध विराम का उल्लंघन किया. जिसके बाद हमास ने कहा कि सभी प्रस्तावों को अस्वीकार करने के बाद हिंसा के लिए इजरायल दोषी है. इन सब के बीच युद्ध में लोगों के मारे जाने का सिलसिला एक बार फिर शुरू हो गया. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शुक्रवार लड़ाई के पहले घंटों में पूरे गाजा पट्टी में घरों और इमारतों पर इजरायली हमलों में कम से कम 178 लोग मारे गए हैं. इजरायल ने कहा कि उसने हमास के 200 से अधिक ठिकानों पर हमला किया. इजरायल और हमास एक दूसरे पर आरोप एक तरफ जहां इजरायली सेना ने संघर्ष विराम की शर्तों का उल्लंघन करने के लिए हमास को दोषी ठहराया है. इसमें कहा गया कि संघर्ष विराम समाप्त होने से पहले इजरायल की ओर रॉकेट दागे गए.,वहीं, हमास ने युद्धविराम समझौते को तोड़ने के लिए इजरायल को दोषी ठहराते हुए कहा है कि इजरायल ने पहले उत्तरी गाजा तक ईंधन की आपूर्ति को रोक दी, जिससे दर्जनों लोगों की मौत हो गई. IDF ने जारी किया नया नक्शारिपोर्ट के अनुसार खान यूनुस के पूर्व में रहने वाले लोगों को चेतावनी देते हुए पर्चे गिराए गए हैं कि वे मिस्र की सीमा की ओर बढ़ें. इसके साथ ही (इजरायली डिफेंस फोर्स) आईडीएफ ने गाजा को सैकड़ों जोन में विभाजित करते हुए एक नया नक्शा जारी किया है, जिसके बारे में कहा गया है कि इसका इस्तेमाल उन क्षेत्रों के नागरिकों को चेतावनी देने के लिए किया जाएगा. युद्धविराम के लिए बातचीत जारी उधर कतर सरकार ने पुष्टि की है कि युद्धविराम को फिर से शुरू करने के लिए हमास और इजरायल के बीच बातचीत जारी है. एक बयान में, कतरी विदेश मंत्रालय ने गाजा पट्टी के खिलाफ इजरायली आक्रामकता की बहाली पर गहरा दुख व्यक्त किया है.
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