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Pulwama Attack Anniversary:पुलवामा आतंकी हमले की पांचवी बरसी, 40 जवानों की गई थी जान, पाकिस्तान में घुसकर 12 दिनों के अंदर यूं लिया था बदला

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Pulwama Attack 5th Anniversary: आज 14 फरवरी के दिन ही पांच साल पहले जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था. ये हमला भारत में हुए सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक था. हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे. हालांकि इस हमले के बाद भारत ने केवल 12 दिनों में इसकी जवाबदारी दी थी. भारत ने कड़े कदम उठाते हुए पुलवामा हमले का बदला लिया. हमारे बहादुर सैनिकों ने इस हमले का जवाब बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में दिया. भारत ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर उसके आतंकी ठिकानों को नष्ट किया. आइए जानते हैं 14 फरवरी 2019 को क्या हुआ था और उस हमले के बाद क्या-क्या हुआ.

क्या थी पुलवामा हमले की असली कहानी
14 फरवरी 2019 को आतंकियों ने देश के सुरक्षाकर्मियों पर कायराना हमला किया था. इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए. कई अन्य गंभीर रूप से जख्मी थे. जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी ने विस्फोटक से लदे वाहन को सीआरपीएफ जवानों की बस से टक्कर मार दी थी. इस टक्कर के बाद एक जोरदार धमाका हुआ. बस से जा रहे जवानों के शरीर क्षत-विक्षत होकर जमीन पर बिखर गए थे.

12 दिन में पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई 
भारत ने पुलवामा हमला का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के बालाकोट स्ठित जैश के आतंकी कैंप पर सिर्फ 12 दिनों में हमला किया. 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद एक दिन बाद सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट कमेटी की बैठक हुई. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान से बदला लेने के विकल्प बताए गए. उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक की थी.

26 फरवरी 2019 को 12 मिराज लड़ाकू विमान रात तीन बजे PAK सीमा में दाखिल होकर बालाकोट में बम बरसाने शुरू कर दिए. इस दौरान पाकिस्तान के F-16 फाइटर जेट एक्टिव हुए. लेकिन तबतक भारतीय वायुसेना अपना काम कर चुकी थी. बालाकोट में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने तबाह हो चुके थे. भारत सरकार ने कहा कि इस हमले में जैश के सैकड़ों आतंकियों मारे गए थे. पाकिस्तान ने घटना के बाद अपने पूरे एयर स्पेस को नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया था. कई महीनों तक घटनास्थल पर किसी को नहीं जाने दिया.

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