LIVE TV
. . .
Punjab Chandigarh National Entertainment Sports Other News Photo Gallery Video Gallery Web Stories International News Hindi News Health Technology Business

भारत-चीन के स्थिर होगें संबंध! रिश्ते को लेकर बड़ी अपडेट

c4 1

India-China Relations: चीन ने भारत की G20 प्रेसिडेंसी का समर्थन कर  भारत के साथ द्विपक्षीय रिश्तों को  स्थिर बताया है. दरअसल, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग G20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत नहीं आ रहे हैं. उनकी जगह चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग डेलीगेशन के साथ शामिल होंगे.

बैठक से पहले मंगलवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा- हमने हमेशा समिट के लिए भारत की मेजबानी का स्वागत किया है. हम सभी सदस्यों के साथ मिलकर इसे कामयाब बनाने के लिए काम करने को तैयार हैं.भारत और चीन के रिश्ते स्थिर हैं और हमने लगातार अलग-अलग स्तर पर बातचीत जारी रखी है.

रूस-चीन के राष्ट्रपति के न आने से भारत का लेना-देना नहीं
G20 समिट में चीन और रूस के राष्ट्रपति के न शामिल होने पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- ये उनका फैसला है. इसका भारत से कोई लेना-देना नहीं है. ऐसा पहले भी हुआ है, जब राष्ट्राध्यक्ष बैठक में शामिल नहीं हुए हैं.

भारत और चीन के बीच बढ़ा तनाव
भारत और चीन के बीच 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से तनाव जारी है. इसी बीच अगस्त में ब्रिक्स समिट के दौरान PM मोदी और जिनपिंग ने बातचीत की थी. तब दोनों नेताओं के बीच रिश्ते सुधारने और लद्दाख पर सैनिकों को कम करने को लेकर सहमति भी हुई  थी.

अक्साई चिन और अरुणाचल प्रदेश को अपना बताया
हालांकि, इसके कुछ ही दिन बाद 29 अगस्त को चीन ने एक मैप जारी कर अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपना हिस्सा बताया था. इसके अलावा उन्होंने ताइवान और साउथ-चाइना सी को भी अपने क्षेत्र में दिखाया.  जिस के बाद चीन ने एक्स (पहले ट्विटर)  नया मैप पोस्ट किया था.
मैप पर चीन ने कहा था- हमारे नक्शे का 2023 एडिशन जारी करना सामान्य प्रक्रिया है. यह मैप चीन की संप्रुभता और अखंडता को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है. यह हिस्सा कानूनन हमारा है. हमें उम्मीद है कि संबंधित पक्ष इसे समझेंगे और समझदारी के साथ इस पर अपना स्टैंड लेंगे.
वहीं भारत ने इस नक्शे का विरोध करते हुए कहा था कि ये चीन की पुरानी आदत है. उसके दावों से कुछ नहीं होता.

देश के अंदरूनी मामलों में उलझे शी जिनपिंग
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का घरेलू हालात पर ज्यादा फोकस है.बता दें कि चीन की आर्थिक रफ्तार तेजी से कम हो रही है. ऐसे में वे इस साल केवल 5 दिन देश से बाहर रहे हैं. जिनपिंग 6 सितंबर से होने वाले आसियान समिट में भी हिस्सा लेने नहीं जा रहे हैं. G20 और आसियान में उनकी जगह प्रीमियर ली कियांग शामिल होंगे.

In The Market