Twin Pregnancy Symptoms: प्रेग्नेंसी एक महिला के लिए सबसे खुशी वाला पल होता है. प्रेगनेंसी शुरू होते ही महिला के शरीर में हार्मोन बनने और शारीरिक बदलाव आने लगते हैं. ये बदलाव गर्भावस्था के शुरुआती संकेत हो सकते हैं. कई बार महिला प्रेग्नेंट होती है लेकिन उसे बिल्कुल भी पता नहीं चल पाता कि वह जुड़वा बच्चों की मां बनने वाली है. ऐसी महिलाएं एक बच्चा समझकर उसी हिसाब से खानपान पर फोकस करती हैं. जिसका सीधा असर डिलीवरी के दौरान पड़ता है. इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बता रहे हैं, जिससे आप आसानी से समझ पाएंगे कि कहीं आप भी तो जुड़वा बच्चों की मां नहीं बनने वाली हैं.
- मॉर्निग सिकनेस
प्रेगनेंसी में एचसीजी हार्मोन के बढ़ने की वजह से मॉर्निंग सिकनेस होती ही है लेकिन एक से ज्यादा बच्चे होने पर मतली और उल्टी अधिक हो सकती है.अत्यधिक मॉर्निंग सिकनेस को हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम कहा जाता है. इसमें महिला को उल्टी और मतली इतनी ज्यादा होती है कि उसे नस के जरिए फलूइड देना पड़ सकता है. प्रेगनेंसी के 14वें हफ्ते के बाद भी मतली और उल्टी महसूस होना जुड़वां बच्चे होने का संकेत हो सकता है.
- मां का वजन
अगर पेट में जुड़वा बच्चे हैं तो उस महिला का वजन नॉर्मल से ज्यादा होता है. एक औसत नॉर्मल वजन 25 पाउंड होता है. जबकि जुड़वा बच्चों के पेट में होने पर यह 30 से 35 पाउंड तक हो जाता है. दो बच्चे, ज्यादा एमनियोटिक द्रव और दो प्लासंटा की वजह से वजन बढ़ सकता है.
- बच्चों की दिल की धड़कन
प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चे की दिल की धड़कन सुनना सबसे खुशनुमा और प्यारा अनुभव होता है. डिलीवरी से पहले आप डॉपलर मैथैड से बच्चों के दिल की धड़कन सुन सकती हैं. प्रेग्नेंसी के 9वें सप्ताह से दोनों बच्चों की धड़कने अलग-अलग सुन सकती हैं.हालांकि, यह थोड़ा मुश्किल है.
- बेबी बंप
जाहिर सी बात है कि गर्भ में एक के मुकाबले दो बच्चे होने पर बेबी बंप बड़ा होगा.अगर आपका बेबी बंप बड़ा लग रहा है तो हो सकता है कि आपके जुड़वां बच्चे हों. वैसे हर महिला का बेबी बंप उनके कद, वजन, आहार और बॉडी टाइप पर निर्भर करता है.
- अधिक भूख लगना
जुड़वा प्रेग्नेंसी में मां को बहुत ज्यादा भूख लगती है. नॉर्मल प्रेग्नेंसी की तुलना में जुड़वा प्रेग्नेंसी में अक्सर कुछ न कुछ खाने का मन करता रहता है. ऐसे में अगर ज्यादा भूख लगे तो हो सकता है आप जुड़वा बच्चों की मां बनने जा रही हैं.
- बेबी की मूवमेंट
प्रेगनेंसी के 18 हफ्ते तक अधिकतर महिलाओं को शिशु की मूवमेंट महसूस नहीं होती है. वैसे तो शिशु शुरुआत से ही मूवमेंट करना शुरू कर देता है, लेकिन प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही तक कुछ महसूस होने की संभावना कम ही होती है.
दो या इससे ज्यादा बच्चे होने पर आपको सामान्य समय से पहले ही बच्चे की मूवमेंट महसूस हो सकती है लेकिन प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही से पहले ऐसा कम ही होता है.
- जल्दी डिलीवरी की संभावना
ऐसी महिलाएं जो जुड़वा बच्चों के साथ प्रेग्नेंट रहती हैं, उनकी डिलीवरी जल्दी होने की संभावना रहती है. ऐसी कंडीशन में नॉर्मल डिलीवरी की तुलना में सेजेरियन हो सकता है. प्रेग्नेंसी के 36 या 37 सप्ताह के बीच लेबर पेन हो सकता है.
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