Bigg Boss OTT 2 Winner: बिग बॉस ओटीटी 2 की ट्रॉफी अपने नाम करने के बाद से ही एल्विश यादव (Elvish Yadav) सुर्खियों में बने हुए हैं और हर जगह छाए हुए हैं. शो के बाद से उनकी पॉपुलैरिटी और फैन फॉलोइंग दोनों में ही इजाफा हो गया है.
पिछले कुछ दिनों से एल्विश और अभिषेक मल्हान नेगेटिव पीआर की वजह से चर्चा में बने हुए हैं. दोनों के फैन्स एक-दूसरे से सोशल मीडिया पर भिड़े हुए हैं. सोशल मीडिया पर लोग उन्हें टारगेट कर रहे है . दोनों के स्टेटमेंट वायरल हो रहे हैं जिसके बाद फैंस एक-दूसरे को ट्रोल कर रहे हैं.
एल्विश यादव ने अपने लेटेस्ट व्लॉग में बताया था कि वह कई महीनों के बाद अपने घर लौटे हैं. व्लॉग में एल्विश अपनी मां के साथ टाइम बिताते हुए नजर आए. कुछ समय बाद वह अपने कमरे में जाते हैं और अपनी बिग बॉस ओटीटी 2 की ट्रॉफी उठाते हैं.
ट्रॉफी वापस ले लो
अपने व्लॉग में एल्विश यादव ने 'बिग बॉस ओटीटी 2' की ट्रॉफी को दिखाते हुए कहा, 'भाई इसे ले लो और मुझे बख्श दो। इसे लो भाई। देख लिया ट्विटर पर पोस्ट-वोस्ट यार. इसको कुरियर कराओ. हमारा पीछा छोड़ो भाई. हाथ जोड़ रहा हूं तुम लोगों के आगे. इसे ले जाओ। यही मेन जड़ है. ये घोड़ा भी ले जाओ. ये भी वहीं का है. बिग बॉस का हमें कुछ नहीं चाहिए भाई. क्या ही जिंदगी हो रखी है. हमें चाहिए सुकून. प्यार भरी जिंदगी, जैसे हमारी पहले चल रही थी. हमें न चाहिए ये सारी चीज.'
View this post on Instagram
इसके अलावा वह फिर से ट्रॉफी पकड़ते हैं और उस पर जो लिखा है उसे पढ़ते हैं. उन्होंने साझा किया कि यह बिग बॉस ओटीटी 2 विजेता लिखा है, 'हूं मैं वैसे। ऑन रिकॉर्ड. मगर ये चाहिए तो इसे अपने घर पर ले जाओ. वह सभी ट्रोलिंग और नकारात्मक पीआर को रोकने के लिए ट्रॉफी देने के लिए तैयार हैं. "ये चाहिए तो इसे अपने घर पे ले जाओ और ये सारी चीजें बंद करो प्लीज.
Living India News is 24×7 satellite News channel with deep focus on the North Indian states of Punjab, Haryana, Himachal Pradesh, Jammu Kashmir & Delhi. The channel has its head office in Chandigarh, India. Contact us: info@livingindianews.co.in
Benefits of eating papaya in winters: पपीता खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान, ऐसे करें ताजा फलों की पहचान
Thailand news: थाईलैंड में समलैंगिक विवाह को मिली कानूनी मान्यता, शादी के बंधन में बंधे जोड़े
लड़कियों की शादी की उम्र घटाकर 9 साल! संसद ने दशकों पुराने कानून में संशोधन को दी मंजूरी