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बीजेपी के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से किया जाएगा सम्मानित,पीएम मोदी ने की घोषणा

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Lal Krishna Advani News: 1990 के दशक की शुरुआत में अयोध्या के राम मंदिर के लिए अपनी रथ यात्रा से पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. 

पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. मैंने उनसे बात भी की और उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर बधाई दी"

पीएम मोदी ने दिग्गज के सम्मान की घोषणा करते हुए कहा कि भारत के विकास में लालकृष्ण आडवाणी की भूमिका स्मारकीय है. उन्होंने उन्हें भारत के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक बताया.

पीएम मोदी ने कहा  आडवाणी जी “हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक है. भारत के विकास में उनका योगदान स्मारकीय है. उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है. उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई. 

कौन हैं लालकृष्ण आडवाणी?
कराची में जन्मे लालकृष्ण आडवाणी विभाजन के बाद भारत आ गए. वह 1941 में चौदह साल की उम्र में आरएसएस से जुड़ गए थे.
1951 में, वह भारतीय जनसंघ के सदस्य बन गए, जिसकी स्थापना भाजपा आइकन श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी. 
आडवाणी 1970 में पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने. उन्होंने 1989 तक चार राज्यसभा कार्यकाल पूरे किए.
आम चुनावों में जनता पार्टी की जीत के बाद वह पहली बार 1977 में सूचना और प्रसारण मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता बने.
वह भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. वह तीन बार पार्टी के अध्यक्ष रहे.
जब 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी, तो आडवाणी ने गृह मंत्री और उप प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया.
2015 में, लालकृष्ण आडवाणी को भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.

बीजेपी के उत्थान में लालकृष्ण आडवाणी की भूमिका
1990 में, लालकृष्ण आडवाणी ने अयोध्या में राम मंदिर की भाजपा की मांग को लेकर राम रथ यात्रा शुरू की थी. यह यात्रा गुजरात के सोमनाथ से शुरू होकर अयोध्या पहुंची. उनकी रथयात्रा को जनसमर्थन मिला. 1991 के आम चुनावों में, राष्ट्रीय राजनीति में मामूली भूमिका निभाने वाली भाजपा संसद में कांग्रेस के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई.

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