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Kolkata Rape-murder case : सीएम ममता बनर्जी ने डॉक्टरों की 3 मांगें मानी, पुलिस कमिश्नर समेत 4 अधिकारी हटाए जाएंगे

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Kolkata Rape-murder case: पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने कोलकाता में प्रशिक्षु डॉक्टर से दुष्कर्म-हत्या मामले में हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मान ली हैं. सोमवार (16 सितंबर) को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और डॉक्टरों के बीच बैठक हुई. (Kolkata Rape-murder case) 

ममता (CM Mamta Banerjee) ने रात करीब 11:50 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वह कोलकाता पुलिस कमिश्नर, स्वास्थ्य सेवा निदेशक, मेडिकल शिक्षा निदेशक और उत्तरी कोलकाता के डिप्टी कमिश्नर को हटाने के लिए तैयार हैं.

ममता (CM Mamta Banerjee) ने कहा कि नए पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल मंगलवार शाम 4 बजे पदभार संभालेंगे. मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह किया और कहा कि विरोध करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.

हालांकि डॉक्टरों की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही. वे अधिकारियों को हटाने के लिए सरकार के औपचारिक आदेश का इंतजार कर रहे हैं.
जूनियर डॉक्टरों ने सरकार के सामने ये पांच मांगें रखी थीं. ममता बनर्जी के मुताबिक पहली 3 मांगें पूरी हो चुकी हैं. ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के आरोपी संजय को गिरफ्तार कर लिया गया है. सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और टाला थाने के SHO संदीप घोष को गिरफ्तार किया गया है. और अब उन्हें कोलकाता पुलिस कमिश्नर के पद से हटा दिया गया है.

ममता ने कहा कि हमने डॉक्टरों की 99 फीसदी मांगें मान ली हैं, क्योंकि वे हमारे छोटे भाई हैं. बैठक के मंत्रियों में जूनियर डॉक्टरों के 42 लोगों ने हस्ताक्षर किए, जबकि सरकार की ओर से मुख्य सचिव मनोज पंत ने हस्ताक्षर किए. मुझे लगता है कि बैठक सकारात्मक रही. मेरे हिसाब से डॉक्टर भी यही मानते हैं, नहीं तो मीटिंग पर हस्ताक्षर क्यों करते?

ममता बनर्जी ने सीसीटीवी, वॉशरूम जैसे अस्पताल के बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने की मांग स्वीकार कर ली है और इसके लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. इसके अलावा ममता ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा निदेशक और चिकित्सा शिक्षा निदेशक को उपयुक्त पदों पर तैनात किया जाएगा. हम उनका अपमान नहीं कर सकते. इस मामले में उनकी कोई गलती नहीं है.

एक महीने से अधिक समय तक चले गतिरोध को सुलझाने की चार असफल कोशिशों के बाद सोमवार शाम 35 जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल बैठक के लिए पहुंचा.

बतादें पहले यह बैठक शाम 5 बजे होनी थी लेकिन यह 6.50 बजे शुरू हुई और करीब 9 बजे तक चली. इसके बाद करीब साढ़े 11 बजे तक बैठक चलती रही. बातचीत रिकॉर्ड करने के लिए डॉक्टर अपने साथ दो स्टेनोग्राफर भी ले गए.

इससे पहले बंगाल सरकार ने डॉक्टरों को चार बार बैठक के लिए बुलाया था लेकिन लाइव टेलीकास्ट और वीडियोग्राफी जैसी मांगों के कारण बातचीत नहीं हो सकी.

आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से रेप-हत्या के बाद जूनियर डॉक्टर लगातार 38 दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि अगर डॉक्टर अपना विरोध खत्म कर काम पर लौट आते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.

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