ED Arrests Himachal Drug Controller Nishant Sareen:
हिमाचल प्रदेश में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भ्रष्टाचार के मामले का पर्दाफाश करते हुए असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर (मुख्यालय), डायरेक्टरेट ऑफ हेल्थ एंड सेफ्टी रेगुलेशन, के पद पर तैनात ने निशांत सरीन, को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी की ये कार्रवाई PMLA के तहत की गई है. निशांत के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है. मामले में प्रवर्तन निदेशालय शिमला विंग ने सरीन को पूछताछ के लिए तलब किया था. गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को सरीन को ईडी के विशेष कोर्ट में पेश किया गया.
ज्ञात आय स्रोतों से 53.70% अधिक मूल्य की संपत्ति की अर्जित-
विजिलेंस यह कार्रवाई वर्ष एफआईआर की आंशिक जांच के बाद की. इसमें फार्मा कंपनियों से अनुचित लाभ लेने के आरोप लगे थे. जांच में सामने आया कि निशांत सरीन ने 1 अप्रैल 2002 से 21 अगस्त 2019 तक की जांच अवधि में अपने ज्ञात आय स्रोतों से 53.70% अधिक मूल्य की संपत्ति अर्जित की.
कुल संपत्ति का मूल्य 2,50,19,322 पाया गया, जिसमें से 1,66,05,470 आय से अधिक मानी गई. तलाशी कार्रवाई के दौरान निशांत सरीन और उनके परिवार के सदस्यों के लगभग 32 लाख रुपये मूल्य के दो वाहन, 40 से अधिक बैंक खाते/एफडीआर और तीन लॉकर फ्रीज किए गए. इसके अलावा, ईडी ने सरीन के चंडीगढ़ स्थित ओमक्स कैसिया आवास से 60 से अधिक बिना रिकॉर्ड की शराब की बोतलें भी बरामद की थीं.
जून से चला था तलाशी अभियान-
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) चंडीगढ़ जोन ने इस साल जून में निशांत सरीन, उनके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के हरियाणा और पंजाब में स्थित सात आवासीय, वाणिज्यिक परिसरों और सरकारी कार्यालयों में तलाशी अभियान चलाया था. यह तलाशी सरीन के सहायक औषधि नियंत्रक बद्दी के रूप में तैनात रहते हुए व्यक्तिगत लाभ और भ्रष्टाचार और रिश्वत के लिए आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने से संबंधित एक मामले की गई.
ईडी की तलाशी कार्रवाई के दौरान महत्वपूर्ण दवा लाइसेंस, फार्मास्युटिकल कंपनियों को जारी किए क्लीयरेंस, संपत्ति के दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप, पैन ड्राइव भी जब्त किए. निशांत सरीन पर फार्मा कंपनियों के पैसे से हवाई सैर और फाइव स्टार होटलों में ठहरने के आरोप लगे थे. जांच के दौरान विजिलेंस को इसे लेकर पुख्ता सबूत भी मिले थे. विजिलेंस ने इसे लेकर चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में भी दाखिल की. केस दर्ज होने के बाद सरकार ने उसे सस्पेंड कर दिया था.
हिमाचल हाईकोर्ट ने धर्मशाला में पोस्टिंग पर उठाए थे सवाल-
हिमाचल हाईकोर्ट ने सहायक ड्रग कंट्रोलर निशांत सरीन को धर्मशाला में पोस्टिंग देने पर सवाल उठाए थे. कोर्ट में दायर जनहित याचिका में आरोप लगाए हैं कि कैसे एक अधिकारी को संवेदनशील पद पर तैनात किया गया, जिस पर पहले ही रिश्वत लेने, भ्रष्टाचार और गंभीर आपराधिक आरोप हैं. याचिका में बताया कि निशांत को सबसे पहले 4 सितंबर 2019 को निलंबित किया था.
एक उद्योगपति मेरे खिलाफ साजिश रच रहा है- निशांत
सहायक ड्रग कंट्रोलर निशांत सरीन अपनी सफाई में कह चुका है कि एक उद्योगपति मेरे खिलाफ साजिश रच रहा है. मेरे पास कोई अवैध संपत्ति नहीं है. मैं अच्छे परिवार से हूं. मेरी महीने की इनकम करीब पांच लाख है. मेरे पास कोई लग्जरी गाड़ी नहीं है. मेरे दो ही अकाउंट है, बाकी मेरे परिवार के अकाउंट हैं. मेरे खिलाफ मीडिया ट्रायल चला है. मेरी फार्मा कंपनी में कोई इन्वेस्टमेंट नहीं है.



