Indepnedence day 2024: आज पूरा भारत पूरे हर्षोल्लास के साथ 78 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant man flag hosting ) ने जालंधर के गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में झंडा फहराया. इसी बीच उन्होंने परेड का निरीक्षण भी किया. (78th Indepnedence day 2024)
सीएम ने कहा ‘देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान जालंधर से मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के सभी क्रांतिकारी योद्धाओं को सलाम’….
पंजाबियों ने आजादी के लिए 80 प्रतिशत बलिदान दिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश को आजाद हुए 78 वर्ष हो गये हैं. पंजाबियों के लिए आजादी का विशेष महत्व है. क्योंकि पंजाबियों ने आजादी के लिए 80 फीसदी कुर्बानी दी है. उन्होंने कहा कि अनेक शहीदों के नाम लिये जा सकते हैं, जिनके प्रयासों से यह आजादी हासिल हुई है. उन्होंने आज़ादी के लिए हीरे लुटाए. जब देश आज़ाद हुआ तो पंजाब का बंटवारा हो गया. हमें यह आजादी पसंद है लेकिन देश की प्रगति में पंजाबियों का योगदान अद्वितीय है.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को आजाद हुए 78 साल हो गये, लेकिन पुरानी सड़कें, सीवेज और कूड़े के ढेर की समस्या आज भी बनी हुई है. इसके लिए सभी को मिलकर काम करना होगा. आजादी के बाद मालवा नहर बनाई जा रही है. इसके साथ ही धार कलां में 206 मेगावाट का नया बांध बनाया जा रहा है. इससे बिजली की समस्या दूर हो जायेगी. इसके साथ ही दोआबा बिस्ट नहर बनाई जाएगी जो 24 घंटे चलेगी.अक्टूबर में बांध का काम शुरू हो जाएगा.
उन्होंने ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम को बधाई दी है. उन्होंने बताया कि 19 खिलाड़ी खेलने गए थे, जिनमें से 10 पंजाब के थे. ये सभी जालंधर इलाके के रहने वाले थे. उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों को जल्द ही सम्मानित किया जायेगा. ‘खेरा वतन पंजाब दिया’ 28 अगस्त को संगरूर से लॉन्च किया जाएगा.
आजादी का यह त्योहार हर साल 15 अगस्त को पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इससे पहले अमृतसर के वाघा बॉर्डर पर तिरंगा फहराया गया. बॉर्डर रेंज के डीआइजी एसएस चंदेल ने ध्वजारोहण किया। इस मौके पर मिठाइयां भी बांटी गईं.
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर जालंधर में 8 जगहों पर विशेष नाकेबंदी की गई है. शहर के प्रवेश और निकास बिंदुओं पर हर आने-जाने वाले वाहन की जांच की जा रही है. 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मी सड़कों पर तैनात हैं ताकि कोई शरारती तत्व कार्यक्रम में खलल न डाल सके.


