World Boxing Championship Welcome :
लिवरपुल में हुई वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप, 2025 में भारत ने दो स्वर्ण पदक जीतकर आज वापिस पंहुची हैं. इंग्लैंड के लिवरपूल में वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जैस्मिन लंबोरिया ने 57 किलोग्राम वर्ग में, जबकि मीनाक्षी हुड्डा ने 48 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मेडल जीता है. दोनों का नई दिल्ली एयरपोर्ट पर ज़ोरदार स्वागत हुआ. इन्होंने विश्व भर में भारत का नाम रोशन किया है. दोनों हरियाणा से है. मीनाक्षी हुड्डा रोहतक के गांव रूड़की और जैसमिन लंबोरिया भिवानी की रहने वाली है. दोनों ही बुहत साधारण से परिवार से आती है.
पिता कृष्णा ऑटो चालक खेलने की नहीं देते थे इजाजत-
मीनाक्षी हुड्डा के पिता कृष्णा किराए का ऑटो चलाते थे कृष्ण का कहना था कि परिवार का गुजारा मुश्किल से हो रहा था ऐसे में मीनाक्षी खेलने की जिद करती थी लेकिन गांव वाले समाज के डर से मीनाक्षी को बाहर भेजने की इजाजत नहीं देते थे. बेटी की इस उपलब्धि से गर्व महसूस हो रहा है बेटी ने मुझे सम्मान दिलाया है वही मीनाक्षी की मां सुनीता का कहना है की मीनाक्षी खेलने के लिए जिद्द करती थी और मीनाक्षी के पिता के डर से चोरी छुपे खेलने भेजना पड़ता था, लेकिन आज प्रधानमंत्री भी मीनाक्षी की तारीफ कर रहे हैं यह बेटी की ही बदौलत है कि प्रधानमंत्री उनकी तारीफ कर रहे हैं.
सभी देशवासियों को धन्यवाद करना चाहती हूं – मीनाक्षी
वहीं मीनाक्षी हुड्डा ने कहा, मैं बहुत ज़्यादा ख़ुश हूं. देश के लिए मैंने गोल्ड मेडल जीता, मैं सभी देशवासियों को धन्यवाद करना चाहती हूं सभी ने मेरे लिए प्रार्थना की.
मीनाक्षी ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य विश्व कप में मेडल जीतना है. उन्होंने कहा, नवंबर में नोएडा में विश्व कप होने वाला है. मुझे उसमें गोल्ड मेडल जीतना है और देश का नाम रोशन करना है.
होम गार्ड जयवीर सिंह की बेटी जैसमिन लंबोरिया
भिवानी की बेटी जैसमिन लंबोरिया ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया. विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जैस्मिन लंबोरिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया है. 57 किलो भार वर्ग में उसने पोलैंड की मुक्केबाज को हराया. परिवार और कोच ने खुशी जताई और जैसमिन को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. होम गार्ड जयवीर सिंह की बेटी ओलिंपियन और भारतीय सेना में नायब सूबेदार जैसमिन लंबारिया ने इंग्लैंड की धरती पर रात दो बजे गोल्डन पंच लगाया तो देश भर में खुशियों का उजियारा फैल गया.
दो बार मेडल से चूकी, अब गोल्ड से की वापसी- जैस्मिन
मीडिया से बातचीत में जैस्मिन लंबोरिया ने कहा, काफ़ी अच्छा लग रहा है. मैं दो बार मेडल से चूकी, और अब गोल्ड से वापसी की है तो काफ़ी अच्छा लग रहा है. जैस्मिन ने कहा कि कोच, आर्मी के कोच और मिशन ओलंपिक विंग ने उनके गेम को सुधारने में बहुत मदद की.