Chandigarh Encroachment Removal:
चंडीगढ़ की 36 साल पुरानी सेक्टर-38 वेस्ट की शाहपुर कॉलोनी में मंगलवार सुबह 7 बजे प्रशासन ने बुलड़ोजर चलाया. प्रशासन के संपदा विभाग के अतिक्रमण हटाओ दस्ता ने करीब 426 झुग्गियों को तोड़ा. डीसी निशांत कुमार यादव ने सोमवार को बैठक कर संपदा विभाग, पुलिस, अतिक्रमण हटाओ दस्ता और अन्य अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि अगर कोई भी व्यक्ति डिमोलिशन ड्राइव या सरकारी ड्यूटी में बाधा डालता है, तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए.
डीसी ने बताया कि यह सभी झुग्गियां सरकारी जमीन पर बनी हैं. इसके लिए प्रशासन ने मशिने, टिपर के साथ अनेक मजदूर लगाए हैं. इसके साथ 400 से अधिक पुलिसकर्मीयों के साथ 4 एम्बुलैंस भी तैनात की गई है.
लोगों में गुस्सा-
प्रशासन की इस कार्यवाई से लोगों ने गुस्सा जताया है. ज्यादातर लोग प्रवासी है. लोगों का कहना है कि फैस्टिवल सीजन में इस तहर की कार्रवाई गलत है और उन्हें प्रशासन ने धोखा दिया है.
कॉलोनी में रहने वाले लोगों का कहना है कि 2006 में सर्वे के दौरान उन्होंने सभी दस्तावेज सेक्टर-42 में जमा करवाए थे. एक अन्य निवासी ने बताया कि, वे 22 साल से वहां रह रहे है, अब किराये का घर लेना होगा. कॉलोनी में रहने वाली एक महीने ने कहा कि, मेरे बच्चे अब रोड़ पर रहेंगे उनका जिम्मेदारी अब कौन लेगा. सरकार बेटी बचाने बेटी पढ़ाने की बता करते है. लेकिन ये तो गरिबों को हटाने में लगे हैं.
क्रास के निशान लगाकर छोड़े कुछ घर-
शाहपुर कॉलोनी में झुग्गियों को हटाने की कार्रवाई जारी है. शाम तक छह एकड़ जमीन खाली करवा ली जाएगी. इस दौरान पांच कॉलोनियों को क्रॉस का निशान लगाकर छोड़ दिया गया है, क्योंकि इनके मालिक पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट से स्टे ले आए हैं.
शाम तक चलने वाली इस कार्रवाई में छह एकड़ जमीन को खाली करवाकर इंजीनियरिंग विंग को सौंप दिया जाएगा. प्रशासन ने इस कॉलोनी के के सिर्फ 70 लोगों को पुनर्वास योजना के तहत योग्य मानते हुए फ्लैट की अलॉटमेंट की है. प्रशासन ने शहर के विभिन्न इलाकों में 17,696 स्माल फ्लैट्स बनाए हैं, जो कि स्लम कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को दिए हैं. कॉलोनी में घर तोड़ती जेसीबी पर लोगों ने रोष जताया.
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