Chhattisgarh Naxal Surrender:
छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य क्षेत्र में शुक्रवार को 210 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. एक करोड़ के ईनामी और कुख्यात नक्सली भूपति के आत्मसमर्पण के बाद, अब उसकी गैंग ने सरेंडर कर किया. इन नक्सलियों को बीजापुर जिले से जगदलपुर लाया जा रहा है. ये सभी नक्सली जगदलपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सामने आत्मसमर्पण करेंगे.

इन नक्सलियों में 110 महिलाएं और 100 पुरुष शामिल हैं. सरकार की पुनर्वास योजना का लाभ मिल सकेगा. इसके साथ ही, अबूझमाड़ का अधिकांश हिस्सा नक्सली प्रभाव से मुक्त हो जाएगा और बड़ी संख्या में नक्सलियों के सरेंडर के बाद माना जा रहा है कि उत्तरी बस्तर में काफी हद तक लाल आतंक का अंत हो जाएगा. अब केवल दक्षिणी बस्तर ही बचा है.
बस्तर में नक्सल गतिविधियों का अंत-
आत्मसमर्पण के दौरान कुल 153 हथियार भी अधिकारियों को सौंपे गए. इन हथियारों में 19 एके-47 राइफल, 17 एसएलआर राइफल, 23 इंसास राइफल, 1 इंसास एलएमजी, 36 .303 राइफल, 4 कार्बाइन, 11 बीजीएल लॉन्चर, 41 बारह बोर/सिंगल शॉट गन और 1 पिस्तौल शामिल है. पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों का कहना है
कि इस बड़े आत्मसमर्पण के बाद उत्तर बस्तर में नक्सल गतिविधियों का लगभग अंत हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि अब अभियान का अगला चरण दक्षिण बस्तर पर केंद्रित होगा, ताकि छत्तीसगढ़ को पूरी तरह लाल आतंक से मुक्त कराया जा सके.
‘रेड कार्पेट’ स्वागत की तैयारी-
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पुष्टि की है कि 17 अक्टूबर को जगदलपुर में आत्मसमर्पण का आधिकारिक कार्यक्रम होगा. उन्होंने कहा, “हम इन नक्सलियों का रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत करेंगे. ये हमारे विकास और विश्वास की नीतियों की जीत है.” सूत्रों के अनुसार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली 100 से अधिक हथियारों के साथ सामने आएंगे. सुरक्षा बलों सीआरपीएफ, कोबरा, डीआरजी और पुलिस ने पूरे इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर रखा है.



