India Pakistan Match Boycott:
एशिया कप में होने वाले भारत और पाकिस्तान मैच का जमकर विरोध हो रहा है. पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान से हर तरह के संबंध खत्म करने की बातें हो रही थीं और इसी बीच इस मैच के होने से फैंस में गुस्सा. पहलगाम हमले के एक पीड़ित परिवार ने इस मैच का विरोध किया है और पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल किए हैं. अब पीड़ित परिवारों का गुस्सा भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच (India Pakistan Match) के आयोजन पर फूट पड़ा है. हमले में अपने परिजनों को खो चुके परिवारों ने सरकार से कड़े सवाल पूछे हैं. मैच पर नेता, अभीनेता और पूर्व क्रिकेटरों ने भी मैच न होने पर सहमती जताई. पंजाब के सीएम ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी.
मैच खेलना है तो मेरा भाई लौटा दो, जो पहलगाम में शहीद हुआ-
पहलगाम हमले में मारे गए यतेश परमार के बेटे सावन परमार, ने भावुक होकर कहा, पाकिस्तान आतंकी देश है, उसके साथ किसी भी तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए. अगर मैच खेलना ही है तो मेरा 16 साल का भाई सुमित, जो पहलगाम में शहीद हुआ, उसे लौटा दो. सरकार ने इतना बड़ा कदम उठाया, लेकिन अब मैच खेलना तो उसे व्यर्थ साबित कर रहा है. हमारे जख्म अभी ताजा हैं.
क्या आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ दिखावा था- किरण यतीश
इसी तरह, हमले में पति और बेटे को खो चुकी किरण यतीश परमार ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, हमारे अपनों की शहादत का क्या? क्या आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा सिर्फ दिखावा था? पाकिस्तान को वैध वीजा रद्द करने का फैसला लिया गया था, लेकिन अब क्रिकेट मैच खेलना क्या संदेश दे रहा है? परिवारों का कहना है कि यह मैच न सिर्फ उनकी पीड़ा को बढ़ा रहा है, बल्कि देश की सुरक्षा नीतियों पर भी सवाल खड़े कर रहा है.
टीवी तोड़कर गुस्सा जताया-
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को लेकर मुंबई में शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट (शिवसेना यूबीटी) ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में महिलाएं हाथों में सिंदूर लेकर पहुंचीं. उनका कहना था कि जब देश के बेटे सीमा पर जान दे रहे हैं, तो मैदान में भारत और पाकिस्तान का झंडा एक साथ लहराना देशवासियों की आत्मा को आहत करता है. इस दौरान शिवसेना यूबीटी के प्रवक्ता आनंद दूबे समर्थकों के साथ टीवी तोड़कर गुस्सा जताया. शिवसेना यूबीटी ने बीसीसीआई पर भी निशाना साधते हुए कहा कि- पाकिस्तान आतंकी भेजकर हमला करता है, हमारे लोगों की हत्या करता है, सीमा पर हमारे जवान शहीद हो रहे हैं लेकिन बीसीसीआई को केवल पैसे कमाने की चिंता है.
हमारा व्यक्तिगत फैसला है कि हमें यह मैच देखना है या नहीं- सुनील शेट्टी
सुनील शेट्टी ने कहा, यह एक अंतरराष्ट्रीय खेल है. आप उनके नियमों से बंधे होते हैं. भारतीय होने के नाते यह हमारा व्यक्तिगत फैसला है कि हमें यह मैच देखना है या नहीं, हमें मैच देखने जाना है या नहीं. आप क्रिकेटरों को खेलने के लिए दोष नहीं दे सकते. वे खिलाड़ी हैं और उनसे उम्मीद की जाती है कि वे देश का प्रतिनिधित्व करें. मुझे लगता है यह फैसला हमें ही करना होगा. अगर मैं इसे नहीं देखना चाहता तो नहीं देखूंगा. यह आपके ऊपर है कि आप क्या करना चाहते हैं.
बॉयकॉट’ पर सुनील गावस्कर की प्रतिक्रिया,- ‘सरकार का फैसला सर्वोपरि’
भारत-पाकिस्तान महामुकाबले को लेकर उठ रही ‘बायकॉट’ की आवाजों पर गावस्कर ने कहा कि खिलाड़ियों को सरकार का फैसला मानना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘दिन के अंत में फैसला सरकार का होता है. जो भी सरकार तय करेगी, खिलाड़ी और बीसीसीआई वही करेंगे. व्यक्तिगत राय से ज्यादा अहम सरकार का आदेश है.
क्रिकेट मैच हो है तो पहलगाम और पुलवामा भूल गए- मुख्यमंत्री भगवंत मान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच पर कहा है कि अब जब भारत और पाकिस्तान में क्रिकेट मैच हो रहा है तो पहलगाम और पुलवामा आतंकी हमलों को भूल गए हैं. मान का कहना है कि इन संवेदनशील मुद्दों पर समय-समय पर सवाल उठाए जाते हैं लेकिन खेल के समय सब चुप्पी साध लेते हैं.
सरकार की ओर से अभी तक इस विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. एशिया कप मैच दुबई में खेला जाना है, और सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुकाबला कूटनीतिक स्तर पर भी महत्वपूर्ण है. हालांकि, पीड़ित परिवारों का संदेश साफ है: “शहादत का अपमान मत करो. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत बनाओ, न कि खेल के बहाने दुश्मन से हाथ मिलाओ.