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Panch Mahapurusha Rajyoga: इंसान का भाग्य बदल सकते हैं बृहस्पति के ये 3 राजयोग, जानें उपाय

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Panch Mahapurusha Rajyoga: जन्म कुंडली में बनने वाले योग ही व्यक्ति की मंजिल निर्धारित करते हैं. हर दूसरे व्यक्ति की जन्म कुंडली में  साधारण योग जैसे बुधादित्य योग आदि  देखने को मिलता है. जिन व्यक्तियों की कुंडली में पंच महापुरुष जैसा अतिविशेष राजयोग बनता है, तो वह उच्च प्रशासनिक पद, मंत्री पद, न्यायमूर्ति, सफल उद्योगपति, महान खिलाड़ी या फिर फिल्मी कलाकार आदि बनकर सफल जीवन शांतिपूर्वक व्यतीत करते हैं. मान्यता के अनुसार अगर बृहस्पति कुंडली में राजयोग दे तो व्यक्ति महान बन जाता है. केवल बृहस्पति का मात्र एक राजयोग भी व्यक्ति को शीर्ष पर पहुंचा सकता है.

बृहस्पति का पहला राजयोग 
बृहस्पति का पहला और सबसे सशक्त राजयोग है- हंस. यह बृहस्पति का पंच महापुरुष योग है. बृहस्पति जब कर्क, धनु या मीन राशि में हो तो "हंस" नामक योग बनता है. इससे व्यक्ति तपस्वी, विद्वान और ज्ञानी होता है. ऐसे लोगों को बिना प्रयास के नाम यश और सम्मान मिलता है. इनके ऊपर ईश्वर की विशेष कृपा भी देखी गई है. ऐसे लोगों को हमेशा खाने की आदत पर भी ध्यान देना चाहिए. 

बृहस्पति का दूसरा राजयोग 
बृहस्पति का दूसरा राजयोग है गजकेसरी योग. अगर बृहस्पति और चन्द्रमा एक दूसरे से केंद्र में हों तो गजकेसरी योग बनता है. यह योग सामान्य व्यक्ति को भी विशेष बना देता है. यह योग कर्क, वृश्चिक और मीन लग्न में विशेष प्रभावशाली होता है. इस योग वाले लोग शासन और राजनीति में विशेष सफल होते हैं. ऐसे लोग जीवन में जिस भी क्षेत्र में जाते हैं, खूब सफल होते हैं. 

बृहस्पति का तीसरा राजयोग 
बृहस्पति का तीसरा राजयोग है केन्द्रस्थ बृहस्पतीय. इसमें  अगर लग्न में हो तो अत्यधिक शक्तिशाली हो जाता है. यह अकेला कुंडली के तमाम दोषों को नष्ट कर देता है. व्यक्ति की आयु लम्बी कर देता है और ज्ञानी बना देता है. लेकिन मकर राशि में बैठा बृहस्पति यह शुभ प्रभाव नहीं देता है. साथ ही अगर नियमित रूप से तिलक लगा सकें तो और भी उत्तम होगा.

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