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सोकर उठते ही होता है सिर में दर्द? जानें कारण के साथ बचाव के तरीके

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Migraine Symptoms: माइग्रेन एक असहनीय सिरदर्द है जिसका इलाज सही समय पर न कराया जाए तो समस्या गंभीर हो सकती है. माइग्रेन (Migraine) का कारण लाइफस्टाइल, टेंशन या मौसम के बदलाव भी हो सकता है. कई बार ऐसा हो जाता है कि जिस सिरदर्द को हम नॉर्मल सिरदर्द समझते हैं वह असल में माइग्रेन होता है.हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस दर्द से बचने का सिर्फ एक ही तरीका है कि समय पर इसकी पहचान कर इलाज कराया जाए. आइए जानते हैं माइग्रेन के बारें में सबकुछ.
बता दें कि माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम है. डॉक्टर्स के मुताबिक माइग्रेन के समय दिमाग में खून का फ्लो बढ़ जाता है इसलिए व्यक्ति को तेज सिरदर्द होता है. आप भी माइग्रेन जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो सही दवाई और अच्छी लाइफस्टाइल से आप इसे कई हद तक कंट्रोल कर सकते हैं. 

माइग्रेन के संकेत
माइग्रेन होने से पहले कुछ संकेत दिखने लगते हैं. जिन्हें प्रोड्रोम कहा जाता है. सिर में हल्का सा दर्द भी माइग्रेन की शुरुआत हो सकती है. प्रोड्रोम के दौरान हल्के सिरदर्द के साथ कुछ संकेतों पर ध्यान देना चाहिए. अगर इस दौरान उबासी ज्यादा आए, यूरीन ज्यादा आए, मीठा खाने का मन होगा. ऐसे में समज जाएं कि यह माइग्रेन की शुरुआत है.

- माइग्रेन के दूसरे लक्षणों पर भी ध्यान देना चाहिए. कुछ लोगों में माइग्रेन से कुछ घंटे पहले चिड़चिड़ापन होने लगता है. वे उदास हो जाते हैं. कई बार तो उनका उत्साह ही खत्म हो जाता है. इन लक्षणों के कुछ देर बाद माइ्ग्रेन होने लगते हैं.

- माइग्रेन से पहले लोगों को थकान होने लगती है,  उनके नींद के पैटर्न भी बदल जाते हैं. या तो उन्हें ज्यादा नींद आने लगती है या फिर नींद ही नहीं लगती है. नींद में इस तरह के बदलाव माइग्रेन को ट्रिगर करती हैं. कई बार तेज रोशनी और आवाज से भी माइग्रेन ट्रिगर कर सकती है.

- माइग्रेन में कई बार पाचन भी प्रभावित होता है. अगर कब्ज या दस्त जैसी समस्या हो रही है तो इसका कारण सिरदर्द भी हो सकता है. जब भी इस तरह के लक्षण नजर आएं तो तुरंत ही इलाज के लिए जाना चाहिए.
 
माइग्रेन से बचने के तरीके
 
एक्सरसाइज 
एक्सरसाइज  से सिरदर्द हो सकता है, हालांकि हमेशा ऐसा नहीं होता है. अगर आप माइग्रेन जैसी बीमारी से पीड़ित हैं तो आपको वर्कआउट के बाद 5 मिनट तक आपको स्ट्रेचिंग करना चाहिए.

ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं
माइग्रेन के मरीज को हमेशा डॉक्टर सलाह देते हैं कि खुद को हमेशा हाइड्रेटेड रखें. दिन में 9-12 ग्लास पानी पिएं.

खाना खाने में कभी भी लंबा गैप न लें
कहा जाता है कि माइग्रेन के मरीज टाइम से ब्रेकफास्ट करें या लंच. खाने के बीच में लंबा गैप उनकी तबीयत खराब कर सकती है. 

दवा का ज्यादा यूज
मााइग्रेन के दर्द को रोकने के लिए एमओएच लेते हैं तो आपको इतनी सारी दवा बंद कर देनी चाहिए. साथ ही माइग्रेन के लिए जब भी आप कोई स्पेशल दवा अलग से ले रहे हैं तो आपको अफने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

बिना वार्म अप और कूल डाउन के व्यायाम करना
आप भी अगर माइग्रेन की बीमारी से परेशान हैं तो अपना काम करना बंद न करें बल्कि अपनी लाइफस्टाइल में कुछ चीजों के जोड़ लें. डॉक्टर्स के मुताबिक वार्म-अप और कूल-डाउन एक्सरसाइज के जरिए माइग्रेन को रोका या कम किया जा सकता है.

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