Haryana ADGP and ASI Suicide Case :
हरियाणा के आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई पूरण कुमार का अंतिम संस्कार हो गया है. इसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने थोडी राहत मिली है. लेकिन दूसरी तरफ खुदकुशी करने वाले एएसआई संदीप लाठर के शव का परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है.
एडीजीपी वाई पूरण कुमार के गनमैन रहे गनर सुशील कुमार को गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल रहे रोहतक साइबर सेल के एएसआई संदीप लाठर (42) ने मंगलवार दोपहर सर्विस पिस्टल से गोली मारकर खुदकुशी की थी. मौके से प्राप्त सोसाइड़ नोट और वीडियो से में पूरण कुमार और उनकी पत्नी को भ्रष्ट बताया गया है.
चंडीगढ़ के सेक्टर-25 के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की गईं.
इससे पहले पीजीआई में लगभग चार घंटे तक पोस्टमार्टम चला. उसके बाद शव को सेक्टर-24 स्थित सरकारी आवास पर लाया गया. सेक्टर 25 क्रिमेशन ग्राउंड में एडीजीपी वाई पूरण कुमार का अंतिम संस्कार किया गया. आईएएस पंकज अग्रवाल और आईएएस राज नारायण कौशिक सेक्टर-24 पहुंचे थे.
ASI Sandeep Lathar Suicide: एसआईटी को सौंपी जाएगी रिपोर्ट-
पीजीआई चंडीगढ़ की तरफ से कहा गया है कि हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार का पोस्टमार्टम विधिवत गठित मेडिकल बोर्ड द्वारा सभी आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए किया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट विशेष जांच दल (एसआईटी) के जांच अधिकारी को सौंपी जाएगी. पार्थिव शरीर सम्मानपूर्वक उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. एडीजीपी आत्महत्या मामले में नौ दिन बाद हरियाणा सरकार ने भी राहत की सांस ली है.
पांच बहनों में इकलौते भाई थे संदीप-
जींद के जुलाना निवासी संदीप लाठर रोहतक के सुखपुरा चौक स्थित पुलिस क्वार्टर में मां इंद्रावती, पत्नी संतोष और तीन बच्चों (प्रतिभा, रूपक व विहान) के साथ रहते थे.
पांच बहनों में वे इकलौते भाई थे. एएसआई के सुसाइड करने की खबर पाते ही एसपी सुरेंद्र कुमार भौरिया समेत तमाम अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए. फॉरेंसिक टीम भी बुलाई गई. करीब तीन घंटे तक टीम ने जांच की. एसपी ने बताया कि मौके से चार पेज का एक पत्र मिला है. हालांकि, इसके आगे उन्होंने जांच का विषय बता दिया.
मौत के जिम्मेदारों की हो गिरफ्तारी, तभी करेंगे अंतिम संस्कार-
एएसआई के परिजनों ने संदीप का शव अपने कब्जे में ले लिया है. घटनास्थल से करीब आधा किलोमीटर दूर मुख्य सड़क तक परिजन ही शव लेकर गए. रास्ते में एएसपी प्रतीक अग्रवाल और एसडीएम आशीष कुमार ने काफी देर तक मान-मनौवल किया लेकिन वे पोस्टमार्टम कराने से लिए राजी नहीं हुए. संदीप के चाचा शीशपाल और भाई जसबीर लाठर कहा कि सुसाइड नोट में जो लिखा है, उसके हिसाब से एफआईआर दर्ज हो. निष्पक्ष न्याय की हम मांग करते हैं. जब तक कार्रवाई नहीं होगी, शव का अंतिम संस्कार नहीं करने देंगे. परिजनों ने गांव में ही शव रखवा लिया है.
निष्पक्ष जांच का आश्वासन
अमनीत पी कुमार की तरफ से कहा गया कि यूटी पुलिस द्वारा निष्पक्ष, पारदर्शी और निष्पक्ष जांच के आश्वासन और हरियाणा सरकार द्वारा आरोपी अधिकारियों के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता को देखते हुए उन्होंने पति के शव का पोस्टमार्टम कराने की सहमति दी है.



