Gujarat Ministers Resign: गुजरात में सीएम को छोड़कर सभी 16 मंत्रियों ने दिया इस्तीफा, आज नया मंत्रिमंड़ल ले सकता है शपत, जानिए आखिर  ऐसा हुआ क्यों?

New Gujarat Cabinet 2025: दीपावली से पहले गुजरात सरकार के मंत्रीयों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को तोहफे में इस्तीफे दिए है. राज्य सरकार के सभी…

New Gujarat Cabinet 2025:

दीपावली से पहले गुजरात सरकार के मंत्रीयों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को तोहफे में इस्तीफे दिए है. राज्य सरकार के सभी 16 मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. अब नए मंत्रिमंडल के गठन के लिए बीजेपी के राष्ट्रअध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह आज गुजरात पंहुच चुके हैं. राज्यपाल आचार्य देवव्रत शुक्रवार सुबह महात्मा मंदिर में नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे. इस दौरान समारोह में अमित शाह, जेपी नड्डा के अलावा महामंत्री सुनील बंसल मौजूद रहेंगे.

क्यों दिया सभी मंत्रियों ने इस्तीफा?

खबरों के मुताबिक मौजूदा सरकार के ज्यादातर मंत्रियों से पार्टी आलाकमान खुश नहीं है. उनको जिस उम्मीद के साथ मंत्री बनाया गया था, वे अपना दायित्व ठीक से निभा नहीं पाए हैं. इसके अलावा, हाल में विसावदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे, जहां पर आम आदमी पार्टी नेता गोपाल इटालिया ने चुनाव जीता था.

इस वजह से भी पार्टी आलाकमान को यह निर्णय लेना पड़ा, क्योंकि दो साल बाद यानी साल 2027 में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है कि 2027 में चुनाव होना है और आप ने विसावदर सीट पर जीत हासिल कर ली है. इस वजह से भी पार्टी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि लंबे समय से पार्टी ने जिन बड़े नेताओं को दरकिनार कर दिया था. अब एक बार फिर से उनकी इंट्री सरकार में हो सकती है.

कुछ को फिर मिल सकती झंडी वाली कार-

मंत्रिमंडल में शामिल रहे आठ से 10 मंत्रियों का पत्ता कट सकता है जबकि कुछ को फिर से मौका मिल सकता है. गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मुंबई का दौरा छोड़कर गांधीनगर पहुंचे, यहां उनके आवास पर सभी मंत्रियों को बुलाकर उनके इस्तीफे ले लिए गए. भाजपा के सभी विधायकों को गांधीनगर बुला लिया गया है.

किसे मिल सकता है मंत्री पद?

वर्तमान परिदृश्य में गृह राज्य मंत्री रहे हर्ष संघवी और शिक्षा राज्य मंत्री रहे प्रफुल्ल पानसरिया को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल सकता है. वित्त मंत्री रहे कनुभाई देसाई और जलसंपत्ति एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री कुंवरजी बावलिया को एक बार फिर मंत्री पद मिल सकता है, जबकि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी, मुकेश पटेल, बचु खाबड, भिखू परमार और कुंवरजी हलपति का पत्ता कटना तय है.

भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते मंत्री को रखा दूर-

पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के समधी एवं उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत के फिर से मंत्री बनने पर तलवार लटकी हुई है, लेकिन कांग्रेस से भाजपा में आए विधायक अर्जुन मोढवाडिया को मंत्री बनाने की प्रबल संभावना है. राज्य सरकार में शामिल कृषि मंत्री बचुभाई खाबड के दोनों पुत्र मनरेगा घोटाले में जेल जा चुके हैं, इसलिए उन्हें लंबे समय से मंत्रिमंडल और पार्टी के कार्यक्रमों से दूर रखा गया है.

नाराज राजपूत समुदाय से क्रिकेटर जडेजा की पत्नी को बनाया जा सकता मंत्री-

राजपूत समाज लंबे समय से भाजपा से नाराज चल रहा है. इसलिए क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी जामनगर की विधायक रीवाबा जडेजा तथा कांग्रेस से भाजपा में आकर विधायक बने सीजे चावडा को भी मंत्री बनाया जा सकता है. सौराष्ट्र के पाटीदारों को साधने के लिए पूर्व मंत्री एवं पूर्व अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी, पूर्व मंत्री जयेश रादडिया को लिया जा सकता है. इसके अलावा दलित चेहरे के रूप में अहमदाबाद की पूर्व उपमहापौर विधायक दर्शना बेन वाघेला को मंत्री पद सौंपा जा सकता है.

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