Gujarat Cabinet Expansion:
गुजरात में आज कैबिनेट का विस्तार हुआ, जिसके लिए शपथ ग्रहण समारोह साढ़े 12 बजे गांधीनगर के महात्मा मंदिर में हुआ. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने मंत्रियों को पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आज सुबह नए मंत्रियों के नाम फाइनल करके गवर्नर आचार्य देवव्रत को सूची सौंपी थी. वहीं मंत्री बनने वाले विधायकों को फोन भी करके बुलाया गया था. गुजरात मंत्रिपरिषद विस्तार में सूरत के विधायक हर्ष संघवी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
25 विधायकों को दिलाई शपथ-
नए मंत्रिपरिषद का आज शपथ ग्रहण समारोह हुआ. हर्ष सांघवी को राज्य का नया डिप्टी सीएम बनाया गया है. हर्ष सांघवी तीन बार के विधायक हैं और फिलहाल मजुरा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने 25 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई, जिसके बाद सीएम भूपेंद्र पटेल को मिलाकर मंत्रीपरिषद में 26 मंत्री हो गए हैं. पिछले साल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायक अर्जुन मोढवाडिया को भी मंत्री बनाया गया है.
रिवाबा जडेजा भी बनने जा रही हैं मंत्री-
रिवाबा जडेजा गुजरात BJP की जामनगर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. राजकोट में जन्मीं रिवाबा ने गुजरात टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है. साल 2019 में BJP जॉइन करने वाली रिवाबा करणी सेना की महिला शाखा की प्रमुख थीं. वे भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी भी हैं.
कैबिनेट के पुनर्गठन में जातीय समीकरण-
गुजरात के नए मंत्रिमंडल में सभी जातियों को प्रतिनिधित्व दिया गया है. अनुसूचित जाति से 3 मंत्री मनीषा वकील, प्रद्युम्न वाजा और दर्शन वाघेला और आदिवासी समुदाय से 4 मंत्री रमेश कटारा, पी.सी. बरंडा, जयराम गामित और नरेश पटेल को कैबिनेट में जगह मिली है. क्षत्रिय समाज से 2 मंत्री रिवाबा जाडेजा और संजय सिंह महिडा बनाए गए हैं.
ओबीसी समुदाय से 8 मंत्री कुंवरजी बावलिया, अर्जुन मोढवाडिया, परसोत्तम सोलंकी, त्रिकम छांगा, प्रवीण माली, स्वरूपजी ठाकोर, ईश्वरसिंह पटेल और रमन सोलंकी मंत्री बनाए गए हैं. ब्राह्मण समुदाय से कनुभाई देसाई को मंत्री पद दिया गया, जबकि जैन (लघुमति) समुदाय से हर्ष संघवी को कैबिनेट में स्थान मिला है.
मिशन 2027 के लिए बीजेपी की रणनीति-
बीजेपी का यह कैबिनेट फेरबदल मिशन 2027 के लिहाज से अहम माना जा रहा है. पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों से पहले नए समीकरणों को परखने की भी कोशिश करेगी. यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि युवा नेता गोपाल इटालिया के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी, भाजपा के पाटीदार गढ़ में अपनी पैठ बढ़ा रही है.



