South Africa News: दक्षिण अफ्रीका में पिछले दो महीनों से एक सोने की खदान में फंसे रहने के कारण 100 से अधिक श्रमिकों की मौत हो गई है. खदान में फंसे ये मजदूर कई महीनों से भूख और प्यास से जूझ रहे थे. दक्षिण अफ्रीका के स्टिलफोंटेन शहर के निकट बफेल्सफोंटेन में स्थित सोने की खदानों में लगभग 100 मजदूर फंसे हुए थे. इन्हें बाहर निकालने के दौरान पता चला कि भूख और प्यास के कारण उनकी मौत हो चुकी है.
(Gold mine turns into a graveyard in South africa news in hindi)
जानकारी के अनुसार खदान में 400 से अधिक मजदूर काम कर रहे थे. ये सभी लोग अवैध रूप से सोना निकालने के लिए खदान में घुसे थे.
रिपोर्ट के अनुसार मजदूरों की मौत भूख और प्यास के कारण हुई है. अब तक 13 शव बरामद किये जा चुके हैं.
बचाए गए श्रमिकों के पास से दो वीडियो वाला एक मोबाइल फोन बरामद किया गया. इन वीडियो में दर्जनों शव पॉलीथीन में लिपटे हुए दिखाई दे रहे हैं.
खदानों में काम करने वाले श्रमिकों से जुड़े सामाजिक संगठन माइनिंग अफेक्टेड कम्युनिटीज यूनाइटेड इन एक्शन (MACUA) के अनुसार, पुलिस ने पिछले साल नवंबर में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पहली मौत का कारण भूख बताया गया है. खदान में भोजन और पानी की सप्लाई बंद होने से सभी मजदूरों की मौत हुई है. मजदूरों की मौत ने खदान की सुरक्षा और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
पुलिस ने इस खदान को सील करने की कोशिश की. इसलिए मजदूरों को बाहर आने को कहा गया. हालांकि, गिरफ्तारी के डर से मजदूरों ने खदान से बाहर आने से इनकार कर दिया. इसके बाद ये मजदूर खदान में फंस गए.
मैकुआ के अनुसार, श्रमिकों के विरोध के बाद पुलिस ने खदान में प्रवेश करने और बाहर निकलने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली रस्सियों और घिरनियों को हटा दिया. इसके बाद भी मजदूर खदान में फंसे रहे.
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