Attack On CJI:
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई पर सोमवार को हुए हमले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेंत, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी के नेताओं ने इस कृत्य की आलोचना की है. पीएम मोदी ने इस घटना के सामने आने के बाद सीजेआई गवई से फोन पर बात की है. जहां एक तरफ चीफ जस्टिस ने बहुत संयम से काम लेते हुए वकिल को छोड़ने के लिए कहा वंही वकील राकेश किशोर का हास्यस्पद और हैरान करने वाली प्रतिकिया सामने आई है. उसने कहा कि वह सीजेआई की टिप्पणी से आहत हैं और उन्हें अपने किए पर कोई अफसोस या पछतावा नहीं है.
PM Modi Reaction: पीएम समेत अनेक नेताओं ने की आलोचना-
पीएम मोदी ने लिखा, भारत के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति बीआर गवई जी से बात की. आज सुबह सुप्रीम कोर्ट परिसर में उन पर हुए हमले ने हर भारतीय को क्षुब्ध कर दिया है. हमारे समाज में ऐसे निंदनीय कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है.
यह अत्यंत निंदनीय है. ऐसी स्थिति में न्यायमूर्ति गवई द्वारा प्रदर्शित धैर्य की मैं सराहना करता हूं. यह न्याय के मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और हमारे संविधान की भावना को मज़बूत करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
Lawyer Rakesh Kishore Statement: ‘मुख्य न्यायाधीश ने सनातन का मजाक उड़ाया’
वकील राकेश किशोर ने कहा ‘मैं आहत था…मैं कोई नशे में नहीं था. ये उनकी कार्रवाई पर मेरी प्रतिक्रिया थी. न तो मैं डरा हुआ हूं और न ही मुझे अपने किए पर कोई अफसोस है. 16 सितंबर को मुख्य न्यायाधीश की अदालत में एक जनहित याचिका दायर की गई थी. जिस पर न्यायलय ने गलत तरिके से टिप्पणी की थी.
न्यायपालिका के सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति के खिलाफ अपनी कार्रवाई को लेकर निलंबित वकील ने कहा कि ‘इतने उच्च संवैधानिक पद पर बैठने वाले सीजेआई को भी सोचना चाहिए. मैं सीजेआई से पूछना चाहता हूं कि सरकारी संपत्ति पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ योगी जी की कार्रवाई गलत है? मैं आहत हूं और आगे भी आहत ही रहूंगा.
‘ये सब ऊपर वाले ने मुझसे कराया’
वकील राकेश किशोर ने कहा कि ‘न्यायाधीशों को अपनी संवेदनशीलता पर काम करने की जरूरत है. लाखों मामले लंबित हैं. मैं किसी से माफी नहीं मांगने वाला और न ही मुझे अफसोस है. मैंने ऐसा कुछ नहीं किया. आप मुझसे सवाल कर रहे हैं, लेकिन ये सब ऊपर वाले ने मुझसे कराया.’
Bar Council Action: बार काउंसिल ने प्रैक्टिस पर रोक-
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने वकील राकेश किशोर के अदालतों में प्रैक्टिस करने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. राकेश किशोर ने सोमवार को कथित तौर भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) न्यायमूर्ति बीआर गवई पर जूता उछालने की कोशिश की थी. यह घटना उस समय हुई, जब सीजेआई गवई और न्यायमूर्ति के. विनोद चंद्रन की पीठ किसी मामले में सुनवाई कर रही थी.



