Diwali celebration:
द ग्रेट नवभारत मिशन फाउंडेशन की ओर से चंडीगढ़ के राम दरबार पब्लिक पार्क में “रौशनी वाली दिवाली: जरूरतमंद बच्चों के साथ हरित दिवाली उत्सव” का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम सीजीसी यूनिवर्सिटी, मोहाली के फाउंडर चांसलर सरदार रशपाल सिंह ढालीवाल के मार्गदर्शन और प्रेरणा से संपन्न हुआ.
कार्यक्रम का उद्देश्य दिवाली को सिर्फ सजावट और रोशनी का पर्व नहीं, बल्कि सेवा और साझा खुशी का उत्सव बनाना था. ‘रौशनी वाली दिवाली’ इस विश्वास का प्रतीक रही कि असली खुशी तब महसूस होती है जब हम किसी और के चेहरे पर मुस्कान लाते हैं.
यह पहल प्रधानमंत्री के “वोकल फॉर लोकल” और स्वदेशी आंदोलन के संकल्प से जुड़ी रही. इस दौरान जरूरतमंद परिवारों को स्वदेशी दीये, मिठाइयाँ, क्रॉकरी और अन्य त्योहारी सामग्री वितरित की गई, ताकि पर्यावरण-संवेदनशील और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा सके.
फाउंडेशन के स्वयंसेवकों ने बच्चों के साथ मिठाइयाँ बाँटीं, कहानियाँ सुनाईं और मिलकर खुशियाँ मनाईं. पूरे कार्यक्रम स्थल पर प्रेम, उल्लास और अपनत्व का माहौल देखने को मिला.
इस अवसर पर सरदार रशपाल सिंह ढालीवाल ने कहा,
दिवाली की सच्ची चमक उन दीयों में नहीं जो हम घरों में जलाते हैं, बल्कि उन मुस्कानों में है जिन्हें हम दूसरों के चेहरों पर लाते हैं. ‘रौशनी वाली दिवाली’ के माध्यम से हमारा उद्देश्य दया, स्थिरता और एकता की संस्कृति को प्रेरित करना है — जहाँ उत्सव सेवा का रूप ले लेता है.”
इस पहल के माध्यम से 300 से अधिक परिवारों तक खुशियों की रौशनी पहुँचाई गई. ‘रौशनी वाली दिवाली 2025’ सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक मानवीय अभियान था जिसने साझा जिम्मेदारी, स्वदेशी भावना और पर्यावरण संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुँचाया.
द ग्रेट नवभारत मिशन फाउंडेशन और सरदार रशपाल सिंह ढालीवाल की यह पहल इस बात का उदाहरण बनी कि दिवाली की असली रौशनी वही है, जो किसी और के जीवन को भी उजाला देती है.



