US Government Shutdown:
अमेरिका में एक बार फिर सरकारी शटडाउन लग चुका है. ट्रंप की पार्टी को सीनेट में अस्थायी फंडिंग बिल को पास न होने के कारण यह हो रहा है. इसके लिए उन्हें 60 वोटों की जरूरत थी लेकिन मिले मात्र 55 वोट. इस तरह यह प्रस्ताव गिर गया और फंडिंग का विस्तार नहीं हो पाया है. इसका अर्थ हुआ कि कई संघीय कामकाज पर असर पड़ेगा और वे रुक सकते हैं. इसका असर FAA (Federal Aviation Administration) पर भी पड़ रहा है. माना जा रहा है कि इससे 11,000 से ज्यादा लोगों की नौकरी जा सकती है.
FAA ने क्या बोला?
अमेरिकी परिवहन विभाग ने मंगलवार को कहा कि यदि सरकार की धनराशि समाप्त हो जाती है तो संघीय विमानन प्रशासन (FAA) के 11000 से ज्यादा इंपलॉयज को अनिवार्य रूप से छुट्टी पर भेजा सकता है. यह संख्या FAA के कुल कर्मचारियों का लगभग एक-चौथाई हिस्सा है.
हवाई सेवाओं पर गहरा असर-
सरकारी शटडाउन की स्थिति में अमेरिका में हवाई सेवाएं प्रभाविक हो सकती है. अमेरिकी एयरलाइनों का कहना है कि अगर मध्य रात्रि से सरकार का आंशिक बंद शुरू होता है तो इसका सीधा असर अमेरिकी विमानन उद्योग पर देखने को मिलेगा. एयरलाइनों के अनुसार, हवाई यातायात नियंत्रकों और सुरक्षा अधिकारियों को बिना वेतन काम करना पड़ सकता है, जबकि अन्य प्रशासनिक और तकनीकी काम ठप हो जाएंगे. हालाकिं, सीमा सुरक्षा, अस्पताल में मेडिकल केयर, कानून प्रवर्तन और हवाई यातायात नियंत्रण जैसे काम इस दौरान जारी रहेंगे.
एयरपोर्ट सर्विस हो जाएगी अस्त-व्यस्त-
वहीं, रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञों का कहना है कि अगर शटडाउन लंबा खिंचता है तो उड़ानों में देरी और कैंसिलेशन की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा. एयरपोर्ट पर चेकिंग, शेड्यूलिंग और सुरक्षा से जुड़ी प्रक्रियाएं भी प्रभावित हो सकती है.
इससे एयरलाइन और एयरपोर्ट सर्विस अस्त-व्यस्त हो जाएंगी. कर्मचारियों में भी असुरक्षा की स्थिति बढ़ती जा रही है क्योंकि अगर इस स्थिति में उनकी नौकरी जाती है तो उन्हें तत्काल वेतन भी नहीं मिलेगा. एयरलाइनों और यूनियनों ने कांग्रेस से अपील की है कि बजट विवाद का जल्द समाधान निकाला जाए ताकि अमेरिकी हवाई संचालन प्रभावित न हो.
क्या होता शटडाउन?
शटडाउन यानी बंद होना. इसका मतलब है सरकारी शटडाउन जो अमेरिका में लग सकता है. आसान शब्दों में समझे तो सरकारी शटडाउन तब लगता है जब उनका बजट पास नहीं हो पाता है और इसलिए कई सरकारी विभागों और सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनके वार्षिक व्यय विधेयक पर सहमती नहीं बन पाती है. अमेरिका सरकार को अपने अलग-अलग विभागों के लिए बहुत ज्यादा मात्रा में फंडिंग की आवश्यकता होती है.
ट्रंप प्रशासन का दूसरा शटडाउन-
जी हां, ट्रंप प्रशासन का यह दूसरा शटडाउन है. इससे पहले जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति थे तो साल 2018 में भी फंडिंग की कमी के चलते 34 दिनों का शटडाउन लगा था. अब फिर अमेरिका पर यह खतरा मंडरा रहा है जो इस बार और भी ज्यादा गंभीर माना जा रहा है. माना जा रहा है कि ट्रंप इस आड़ में कई कर्मचारियों की छंटनी कर सकते हैं.
इसका क्या होग असर-
नुकसान का स्तर इस बात पर निर्भर करेगा कि शटडाउन कितने समय तक चलता है और इसका दायरा कितना व्यापक होता है. अतीत में आए ऐसे व्यवधान अस्थायी रहे हैं. और किसी भी सरकारी विभाग को शटडाउन की वजह से हुए नुकसान की भरपाई कुछ ही महीनों कर दी गई थी. विश्लेषकों का अनुमान है कि इस बार शटडाउन के कारण हर हफ़्ते आर्थिक वृद्धि में लगभग 0.1 से 0.2 फ़ीसदी अंकों की कमी आ सकती है. ट्रं
प ने कुछ कर्मचारियों को न केवल छुट्टी पर भेजने की बल्कि नौकरी से निकालने की भी धमकी दी है. यह लड़ाई अर्थव्यवस्था में और अधिक उथल-पुथल पैदा कर रही है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था पहले से ही टैरिफ़ और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस जैसे परिवर्तनों से जूझ रही है.
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