Maharashtra Hospital Doctor Death:
महाराष्ट्र के सतारा स्थित सरकारी अस्पताल में कार्यरत महिला डॉक्टर ने आत्महत्या की. डॉक्टर ने अपने सुसाइड नोट में पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने और प्रशांत बनकर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सुसाइड नोट में दोनों की गिरफ्तारी के बाद प्रशांत बानकर के परिवार ने दावा किया है, कि महिला डॉक्टर की असामयिक मृत्यु से पहले वह उसके साथ प्रेम संबंध में था.
हधेली पर लिखा था सुसाइड नोट –
महिला डॉक्टर सतारा के फलटन उप-जिला अस्पताल में मेडिकल अफसर के तौर पर काम करती थी. उसने अपनी हधेली पर सुसाइड नोट लिखा है. जिसमें सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने पर चार बार बलात्कार का आरोप लगाया है, जिसमें उसने बताया है कि पुलिस मामलों में आरोपियों के फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के लिए उस पर दबाव डाला गया और मना करने पर उसे परेशान किया गया. वहीं, सुसाइड नोट में प्रशांत बानकर पर भी गंभीर आरोप लगाई है.
सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने प्रशांत बनकर नामक आरोपी को पुणे से गिरफ्तार किया. प्रशांत बानकर पर डॉक्टर ने सतारा में पिछले चार-पांच महीनों से मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
शादी का दिया था प्रस्ताव-
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत बानकर की बहन ने इस मामले को लेकर दावा किया कि, महिला डॉक्टर ने उसके भाई को एक टेक्स्ट मैसेज भेजकर शादी का प्रस्ताव दिया था. लेकिन उसने यह कहकर मना कर दिया कि वह उसे बड़ी बहन मानता है. वहीं सुसाइड नोट में प्रशात के नाम छापने को लेकर बताया कि उसने गुस्से में आकर मेरे भाई (प्रशांत बानकर) का नाम लिख दिया है.
इलाज के दौरान बढ़ी नजदीकियां-
प्रशांत बानकर की बहन ने जब डॉक्टर प्रशांत के डेंगू का इलाज कर रही थी, तभी से दोनों के बीच में नजदीकियां बढ़ गई थीं. उसकी बहन ने बताया कि आत्महत्या से एक दिन पहले, उसने प्रशांत को लगातार और हताश होकर फोन किए थे. हमने डॉक्टर के सभी कॉल और संदेशों के स्क्रीनशॉट पुलिस को सौंप दिए हैं और सच्चाई जल्द ही सामने आ जाएगी.
दिवाली हम लोगों के साथ मनाई-
यही नहीं यह मामला तब और उलझ गया, जब आरोपी के भाई सुशांत बनकर ने प्रशांत के खिलाफ उत्पीड़न के आरोपों से इनकार किया और कहा कि डॉक्टर ने दिवाली का त्यौहार हम लोगों के साथ मनाया था. सुशांत ने कहा कि अगर मेरे भाई ने उसे परेशान किया था, तो उसने हमारे परिवार के साथ दिवाली कैसे मनाई? हमारे पास इसकी तस्वीरें भी हैं.



